जैसलमेर के रामगढ़ पुलिस पर एक युवक ने थाने में मारपीट करने के आरोप
जैसलमेर के रामगढ़ पुलिस पर एक युवक ने थाने में मारपीट करने के आरोप लगाए हैं। सीमावर्ती गांव रणाऊ निवासी तनेरावसिंह पुत्र चिमसिंह ने बताया कि ठेकेदार नरपतसिंह से लेन देन को लेकर हिसाब बाकि था। उसकों बार बार कहने पर भी उसने हिसाब चुकती नहीं किया और परेशान करने का आरोप लगाते हुए पुलिस को भेज दिया। पुलिस रणाऊ गांव पहुंची और उसे जबरन उठाकर थाने लाई। तनेरावसिंह ने पुलिस पर थाने में थर्ड डिग्री का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। तनेरावसिंह ने बताया कि पुलिस उसे रात भर लेकर घूमती रही और सुबह न्यायालय से उसकी जमानत करवा कर छोड़ दिया। थाने में की गई मारपीट से तनेरावसिंह ने परिजनों को अवगत कराया और चोंटे दिखाई तो परिजन उसको लेकर अस्पताल पहुंचे और प्राथमिक उपचार करवाया। इस घटना की बात समूचे क्षेत्र में फैल गई और बड़ी संख्या में समाज के लोग अस्पताल पहुंचे और पुलिस की कार्यषैली पर सवाल खड़े करते हुए नाराजगी व्यक्त की। उसके बाद बड़ी संख्या में लोग एकत्र होकर जिला मुख्यालय पहुंचे जिला कलक्टर और पुलिस अधिक्षक के समक्ष पेष होकर न्याय की गुहार लगाई। ग्रामीणों ने थाना अधिकारी पर आरोप लगाते हुए बताया कि थाना अधिकारी के भ्रष्टाचार के चर्चित दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं। पुलिस के बड़े अफसरों एवं मीडिया के समक्ष अलग-अलग रवैया अपनाता है। जबकि आमजन में इनका व्यवहार बहुत ही घटिया स्तर का है। र्तमान में रामगढ़ एवं आसपास के इलाकों में चल रहे विभिन्न प्रोजेक्ट एवं अन्य कार्यों में यह थाना अधिकारी कई प्रकार की अवैध वसूली करते हैं भारत माला के प्रोजेक्ट के सभी ठेकेदारों को गैरकानूनी रूप से सहयोग दिया जा रहा है और सभी ठेकेदारों से हफ्ता वसूल करते हुए कानूनी पर दुरुपयोग किया जा रहा है इसका प्रमाण की कॉल डिटेल व्हाट्सएप से प्राप्त किया जा सकता है थानाधिकारी कान्तासिंह ने युवक के साथ थाने में मारपीट करने के आरोपों को सिरे से नकार दिया। थानाधिकारी ने बताया कि पुलिस अधीक्षक का फोन आया कि रणाऊ गांव में बदमाशों ने ट्रक रूकवा दिया है। जिस पर उपनिरिक्षक शिवलाल को मय जाब्ते के मौके पर भेजा और मौके से तनेरावसिंह को शान्ति भंग के आरोप में गिरफ्तार कर थाने लाया गया और कुछ देर बात तबियत खराब होने पर अस्पताल में उपचार करवाया। दुसरे दिन सुबह न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जमानत पर छोड़ दिया गया।
जैसलमेर के रामगढ़ पुलिस पर एक युवक ने थाने में मारपीट करने के आरोप लगाए हैं। सीमावर्ती गांव रणाऊ निवासी तनेरावसिंह पुत्र चिमसिंह ने बताया कि ठेकेदार नरपतसिंह से लेन देन को लेकर हिसाब बाकि था। उसकों बार बार कहने पर भी उसने हिसाब चुकती नहीं किया और परेशान करने का आरोप लगाते हुए पुलिस को भेज दिया। पुलिस रणाऊ गांव पहुंची और उसे जबरन उठाकर थाने लाई। तनेरावसिंह ने पुलिस पर थाने में थर्ड डिग्री का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। तनेरावसिंह ने बताया कि पुलिस उसे रात भर लेकर घूमती रही और सुबह न्यायालय से उसकी जमानत करवा कर छोड़ दिया। थाने में की गई मारपीट से तनेरावसिंह ने परिजनों को अवगत कराया और चोंटे दिखाई तो परिजन उसको लेकर अस्पताल पहुंचे और प्राथमिक उपचार करवाया। इस घटना की बात समूचे क्षेत्र में फैल गई और बड़ी संख्या में समाज के लोग अस्पताल पहुंचे और पुलिस की कार्यषैली पर सवाल खड़े करते हुए नाराजगी व्यक्त की। उसके बाद बड़ी संख्या में लोग एकत्र होकर जिला मुख्यालय पहुंचे जिला कलक्टर और पुलिस अधिक्षक के समक्ष पेष होकर न्याय की गुहार लगाई। ग्रामीणों ने थाना अधिकारी पर आरोप लगाते हुए बताया कि थाना अधिकारी के भ्रष्टाचार के चर्चित दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं। पुलिस के बड़े अफसरों एवं मीडिया के समक्ष अलग-अलग रवैया अपनाता है। जबकि आमजन में इनका व्यवहार बहुत ही घटिया स्तर का है। र्तमान में रामगढ़ एवं आसपास के इलाकों में चल रहे विभिन्न प्रोजेक्ट एवं अन्य कार्यों में यह थाना अधिकारी कई प्रकार की अवैध वसूली करते हैं भारत माला के प्रोजेक्ट के सभी ठेकेदारों को गैरकानूनी रूप से सहयोग दिया जा रहा है और सभी ठेकेदारों से हफ्ता वसूल करते हुए कानूनी पर दुरुपयोग किया जा रहा है इसका प्रमाण की कॉल डिटेल व्हाट्सएप से प्राप्त किया जा सकता है थानाधिकारी कान्तासिंह ने युवक के साथ थाने में मारपीट करने के आरोपों को सिरे से नकार दिया। थानाधिकारी ने बताया कि पुलिस अधीक्षक का फोन आया कि रणाऊ गांव में बदमाशों ने ट्रक रूकवा दिया है। जिस पर उपनिरिक्षक शिवलाल को मय जाब्ते के मौके पर भेजा और मौके से तनेरावसिंह को शान्ति भंग के आरोप में गिरफ्तार कर थाने लाया गया और कुछ देर बात तबियत खराब होने पर अस्पताल में उपचार करवाया। दुसरे दिन सुबह न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जमानत पर छोड़ दिया गया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें