जैसलमेर कोष कार्यालय की निविदाओं में घपला उजागर,
जैसलमेर कोष कार्यालय की निविदाओं में घपला उजागर,सम्बंधित लिपिक पर शक की सुई।जिला कोष कार्यालय में उन्नीस जुलाई को विभिन कार्यो की निविदाएं आमंत्रित की गई थी। ये निविदाएं उसी दिन निविदाकर्ताओं के सामने खुलनी थी मगर नही खुली।बाद में निविदा खोलते वक़्त निविदाकर्ताओं को आमंत्रित नहीं कि।।सोमवार को निविदाएं खोल कोषाधिकारी के समक्ष पेश की तो एक निविदाकर्ता की दर (रेट) में कांटछांट थी।उसके द्वारा दर में तो संसोधन कर न्यूनतम निविदाकर्ता से कम कर दिया मगर योग में मात खा गया योग न्यूनतम से कहीं ज्यादा आ गई।।कयास लगाया जा रहा है कि संबंधित लिपिक द्वारा टेंडर की गोपनीयता भंग कर न्यूनतम दर निविदाकर्ता को बता दी।दर में संसोधन कर लिया मगर योग में मात खा गया। निविदा की फ़ाइल कोषाधिकारी के पास पेंडिंग पड़ी है।*
जैसलमेर कोष कार्यालय की निविदाओं में घपला उजागर,सम्बंधित लिपिक पर शक की सुई।जिला कोष कार्यालय में उन्नीस जुलाई को विभिन कार्यो की निविदाएं आमंत्रित की गई थी। ये निविदाएं उसी दिन निविदाकर्ताओं के सामने खुलनी थी मगर नही खुली।बाद में निविदा खोलते वक़्त निविदाकर्ताओं को आमंत्रित नहीं कि।।सोमवार को निविदाएं खोल कोषाधिकारी के समक्ष पेश की तो एक निविदाकर्ता की दर (रेट) में कांटछांट थी।उसके द्वारा दर में तो संसोधन कर न्यूनतम निविदाकर्ता से कम कर दिया मगर योग में मात खा गया योग न्यूनतम से कहीं ज्यादा आ गई।।कयास लगाया जा रहा है कि संबंधित लिपिक द्वारा टेंडर की गोपनीयता भंग कर न्यूनतम दर निविदाकर्ता को बता दी।दर में संसोधन कर लिया मगर योग में मात खा गया। निविदा की फ़ाइल कोषाधिकारी के पास पेंडिंग पड़ी है।*
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें