गुरुवार, 7 मार्च 2019

नारी शक्ति पुरूस्कार से सम्मानित होगी बाडमेर की रूमा देवी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद करेगे सम्मानित

भारतीय महिलाओं के सर्वोच्च नागरिक सम्मान नारी शक्ति पुरूस्कार से सम्मानित होगी बाडमेर की रूमा देवी 
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद करेगे सम्मानित 

सीमावर्ती जिले बाडमेर की रूमा देवी विश्व महिला दिवस पर आज 8 मार्च को राष्ट्रपति के हाथों से नारी शक्ति पुरूस्कार से सम्मानित होगी।
भारतीय महिलाओं के सर्वाेच्च नागरिक सम्मान की श्रंृखला मे राष्ट्रपति द्वारा यह पुरूस्कार  ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान की अध्य़क्ष रूमा देवी को हस्तशिल्प के क्षेत्र व महिला सशक्तिकरण में उल्लेखनीय असाधारण  उपलब्धियों के फलस्वरूप प्रदान किया जायेगा । कार्यक्रम का आयोजन महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा किया जायेगा।
 रूमा देवी ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान की अध्य़क्ष व कुशल हस्तशिल्पी है जिन्होने ग्रामीण क्षैत्रों की हजारांे महिलाओं को रोजगार से जोडने के साथ हस्तशिल्प के काम कों पहचान दिलाने के लिये देश-विदेश मे निरन्तर फैशन शो प्रदर्शनियों मे भाग लेकर सबकी प्रेरणा स्त्रोत बनी । मात्र आठवी तक स्कूली शिक्षा ग्रहण कर पाई रूमा देवी विपरित परिस्थितियों के बावजूद संघर्ष कर कई राष्ट्रीय व अतंराष्ट्रीय पुरूस्कारों व सम्मानों को प्राप्त कर चुकी है।
पूना व जयपुर मे भी होगा सम्मान 

विश्व महिला दिवस 8 मार्च पर पूना मे आई वूमन ग्लोबल अवार्ड (प् ॅवउंद ळसवइंस ।ूंतक ) 2019 प्रदान किया जायेगा । वही जयपुर मे महिला दिवस पर आयोजित “सम्मान नारीत्व“ का जिसमे महिला गौरव सम्मान 2019 से सम्मानित किया जाएगा।
यह दोनो सम्मान रूमादेवी व ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान के नेतृत्व मे संस्थान की महिला हस्तशिल्पी प्रतिनिधिमंडल को आज महिला दिवस पर सम्मान प्रदान किया जायेगा।
संघर्ष से सफर की और
बाडमेर के छोटे से गांव रावतसर से तालुक रखने वाली रूमादेवी ने अपनी दादी व नानी से कशीदाकरी के कार्य को सीखा व सात समंदर पार बाडमेर की कला को पहचान दिलाई । एक सामान्य परिवार की आठवी कक्षा उतीर्ण महिला रूमादेवी 30 वर्ष की उम्र मे आज राष्ट्रपति के हाथो नारी शक्ति पुरूस्कार से राष्ट्रपति भवन नई दिल्ली में “सर्वोच्च नारी शक्ति“ पुरूस्कार से सम्मानित होगी। रूमादेवी ने 2010 मे कपडे के ऊपर अपने हुनर के माध्यम से कशीदे व कढाई का काम शुरू किया। फिर एक छोटे से स्ंवय सहायता समूह मे अपनी छोटी बचत के माध्यम से पुरानी खरीदी गई सिलाई मशीन से रोजगार मे जुटी जो बाद मे एक स्वंय सेवी संस्थान से जुडकर अपनी माताओं-बहिनों को हस्तकला के बारे मे प्रेरित करके 22 हजार महिलाआंे कों जोडकर वर्तमान मे उन्हें अपने हुनर और लगन के साथ रोजगार प्रदान कर रही है।


पूर्व मे मिल चुके है कई पुरूस्कार व सम्मान 

गणतंत्र दिवस 2017 मे जिला प्रशासन बाडमेर ने, राज्य स्तर पर राज्यपाल कल्याणसिंह , वूमन आॅन विग्स नीदरलैंड ने महिला सशक्तिकरण अवार्ड ,थार नारी शक्ति सम्मान, जैपोर ई कॅामर्स ने हुनरमंद अवार्ड, आईएचजीएफ दिल्ली ने हस्तशिल्प कला संवर्धन, केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने हस्तशिल्प कला क्षेत्र मे, विश्व के 51 प्रभावशाली लोगों मे अंतरराष्ट्रीय सीएसआर अवार्ड, शिल्प सजृन अवार्ड सहित कई सम्मान प्राप्त हो चुके है। इसके अलावा भारत की प्रतिष्ठित मैग्जीन प्दकपं ज्वकंल के वार्षिक अकं 2018 के कवर पेज पर भी रूमादेवी ने स्थान पाया।



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें