शनिवार, 2 फ़रवरी 2019

झालावाड़ आरयूआईडीपी के परियोजना निदेशक ने सीवरेज कार्यों का किया निरीक्षण

झालावाड़  आरयूआईडीपी के परियोजना निदेशक ने सीवरेज कार्यों का किया निरीक्षण

 
झालावाड़ 02 फरवरी। राजस्थान नगरीय आधारभूत विकास परियोजना (आरयूआईडीपी) जो कि एक राजस्थान शहरी पेयजल सीवरेज और संरचनात्मक निगम लिमिटेड की ईकाई है, द्वारा झालावाड़ एवं झालरापाटन शहरों में सीवरेज लाईन व मैनहॉल के कार्य किए जा रहे हैं। सीवरेज नेटवर्क का निर्माण, सीवरेज पम्पिंग स्टेशन्स का निर्माण एवं मौजूदा सीवरेज ट्रीटमेन्ट प्लांट्स का अपग्रेडेशन का कार्य करना प्रस्तावित है। आरयूआईडीपी के परियोजना निदेशक डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने शनिवार को जिले में आरयूआईडीपी के अन्तर्गत चल रहे सीवरेज कार्यों का निरीक्षण किया।
उन्होंने बताया कि आरयूआईडीपी के तृतीय चरण में सीवर लाईन के 144.73 किमी का कार्य किया जाना है जिसमें से झालावाड़ मे 107 किमी व झालरापाटन मे 37.4 किमी का कार्य किया जाना है। वहीं अब तक 30.163 किमी का कार्य पूर्ण हो चुका है।
उन्होंने बताया कि प्रताप नगर, धनवाड़ा व कृष्णा नगर स्थित मध्यवर्ती सीवरेज पंपिग स्टेशन का सिविल कार्य करीब 90 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। वहीं खण्डिया व तेजाजी मन्दिर झालरापाटन   स्थित मध्यवर्ती पंपिंग स्टेशन का खुदाई का कार्य प्रगति पर है। तृतीय चरण में 6918 मैनहॉल का कार्य किया जाना जिसमें से अब तक 1173 मैनहॉल का कार्य किया जा चुका है। हाऊस सिवर कनेक्शन का कार्य मध्यवर्ती सीवरेज पंपिग स्टेशन का कार्य पूर्ण होने के बाद किया जाएगा। उन्होंने बताया कि झालावाड़ व झालरापाटन शहर में चट्टानी धरातल है एवं कुछ स्थानों पर सीवरेज नेटवर्क डिजाईन अधिक गहराई होने के कारण कार्य धीमी गति से चल रहे हैं। इसके अतिरिक्त सीवरेज पंपिंग स्टेशनों की गहराई लगभग 10-15 मीटर के मध्य है जिसके कारण अन्य शहरों के मुकाबले यहां प्रगति वांछित गति से नहीं हो पा रही है।
उन्होंने बताया कि तृतीय चरण के सीवरेज कार्य पूर्ण होने के पश्चात् झालावाड़ व झालरापाटन के करीब 17 हजार 600 घरों के सीवरेज कनेक्शन हो जाने से सीवरेज जल के निकासी की सुविधा उन्हें प्राप्त हो सकेगी। उन्होंने बताया कि तीनों चरणों के पूर्ण हो जाने से झालावाड़ व झालरापाटन शहरों के करीब 85 प्रतिशत क्षेत्र सीवरेज प्रणाली से जुड़ जाएगा।
आरयूआईडीपी के परियोजना निदेशक ने बताया कि प्रोजेक्ट का मूल उद्देश्य शहरों में संरचनात्मक सुविधाएं जैसे पेयजल आपूर्ति, ठोस कचरा प्रबंधन, अपशिष्ट जल प्रबंधन, सड़क एवं पुल, ड्रेनेज, अग्निशमन आदि की उपलब्धता सुनिश्चित करना है। उन्होंने धनवाड़ा तथा यहां स्थित सीवरेज पम्पिंग स्टेशन, प्रताप नगर के सीवरेज पम्पिंग स्टेशन, खण्डिया के सीवरेज पम्पिंग स्टेशन, कंचन सिटी, कनक सिटी तथा कपिलवस्तु कॉलोनियों में चल रहे सीवर लाईन के विकास कार्यों का निरीक्षण किया।
इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर रामचरण शर्मा, अधिशाषी अभियंता वीसी गोयल, टीम लीडर के.के. शर्मा, एसीएम अनुपम मालवीय, जेईएन राजकुमार, परविन्द्र चौधरी एवं संवेदक के प्रतिनिधि, नगर परिषद एईएन अनिल कनवाड़िया व तरूण जैन उपस्थित रहे

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