बुधवार, 16 जनवरी 2019

झालावाड़ कृषकों की समृद्धि के लिए कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन विभाग मिलकर कार्य करें

झालावाड़  कृषकों की समृद्धि के लिए कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन विभाग मिलकर कार्य करें


झालावाड़ 16 जनवरी। कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पवन कुमार गोयल की अध्यक्षता में बुधवार को जिले के कृषि, उद्यान, सहकारिता विभाग, कृषि विपणन एवं बीज निगम के कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि कृषि भारत की अर्थ व्यवस्था में रीड की हड्डी है। कृषि पूर्णतः मानसून आधारित है। उन्होंने कहा कि राज्य व केन्द्र सरकार द्वारा किसानों की समृद्धि के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है। उन्होंने बताया कि किसानों की समृद्धि के लिए कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन एवं मार्केटिंग के क्षेत्र में संयुक्त रूप से कार्य करें। उन्होंने पोस्ट हार्वेस्ट मेनेजमेन्ट को मजबूत करने के लिए कार्य योजना तैयार करने की भी आवश्यकता जताई।
उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिले इसके लिए कृषि उत्पादों की प्रोसेसिंग व ग्रेडिंग के साथ-साथ उचित मार्केटिंग की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कृषि अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसानों की बेहतरी के लिए उनके खेतों पर जाएं और उन्हें राज्य व केन्द्र सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में जानकारी के साथ-साथ उरर्वक, क्रियान्वयन आदि के बारे में भी बताएं। उन्होंने कहा कि कृषि उपज मंडी के गठन के पीछे सरकार का उद्धेश्य काश्तकारों का आडतियों द्वारा किए जाने वाले शोषण को रोकना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बीमा योजना की समीक्षा कर योजना को कृषक हितेषी बनाया जाए।
उन्होंने जिला कलक्टर को कृषि उपज भण्डारण क्षमता का जायजा लेने के निर्देश दिए ताकि समर्थन मूल्य पर खरीद के पश्चात कृषि जीन्स कृषि उपज मंडी में खुले में न पडे रहे। उन्होंने इसके अतिरिक्त जिला कलक्टर को निर्देशित किया कि वे जिला स्तर पर कृषि, उद्यानिकी तथा कृषि से जुडे आदि विभागों को समय-समय पर समीक्षा बैठक आयोजित कर कृषक कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं में प्रगति लाएं और कृषि विभाग से जुडी समस्याओं का निराकरण भी करवाएं। कृषि विभाग के अन्तर्गत चल रही एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी मैनेजमेन्ट एजेन्सी (आत्मा) योजना की समीक्षा करने के निर्देश भी विभाग के अधिकारियों को दिए।
जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने कहा कि कृषि विभाग में आने वाली समस्याओं को समय रहते पूर्व में ही सुनिश्चित की जाएगी ताकि किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि बैठक में दिए गए निर्देशों की अक्षरशः पालना की जाएगी। इस दौरान सद्गुरू फाउण्डेशन के राज्य समन्वयक मनोज गुप्ता द्वारा फाण्डेशन द्वारा कृषक कल्याण के लिए किए गए कार्यों की जानकारी बैठक में उपलब्ध कराई। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामजीवन मीणा, एमडी कॉपरेटिव रवीन्द्र कुमार राजपुरोहित, संयुक्त निदेशक कृषि विभाग कोटा डॉ. रामवतार शर्मा, संयुक्त निदेशक उद्यानिकी डी.के. गुप्ता, उप निदेशक कृषि अतीश कुमार शर्मा, उद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय के डीन डॉ. आईबी मोर्य, केवीके के अध्यक्ष डॉ. अर्जुन कुमार वर्मा, राजस्थान राज्य भण्डार व्यवस्था निगम के प्रबंधक किशोरी लाल, सहायक निदेशक उद्यान एनबी मालव, जिला अग्रणीय बैंक अधिकारी राज कुमार शर्मा, राजस्थान राज्य बीज भण्डार निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक राजकुमार नागर, राजस्थान राज्य कृषि विपणन बोर्ड के अधिशाषी अभियंता सीपी शुक्ला सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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अतिरिक्त मुख्य सचिव ने किया कृषि संबंधी संस्थाओं को निरीक्षण 
झालावाड़ 16 जनवरी। अतिरिक्त मुख्य सचिव कृषि एवं उद्यानिकी पवन कुमार गोयल ने  बुधवार को कृषि विज्ञान केन्द्र, बीज भण्डारण निगम झालावाड़, राजस्थान राज्य भण्डार व्यवस्था निगम, कृषि उपज मण्डी झालरापाटन तथा संतरा उत्कृष्टता केन्द्र का निरीक्षण किया।
सर्वप्रथम अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कृषि विज्ञान केन्द्र पर संचालित समस्त इकाइयां यथा म्यूजियम गैलरी, मृदा एवं जल परीक्षण प्रयोगशाला, पौध स्वास्थ्य क्लिनिक, दलहन बीज केन्द्र, वर्मीकम्पोस्ट, प्रशिक्षण कक्ष, मातृ फल वृक्ष बगीचा आदि का अवलोकन किया एवं उनकी सराहना करते हुए कृषि विज्ञान केन्द्र की टीम को बधाई दी।
तदोपरान्त केन्द्र के पौध संरक्षण वैज्ञानिक, डॉ. हरीश वर्मा ने केन्द्र द्वारा संचालित प्लान्ट हैल्थ क्लिनिक का अवलोकन करवाया तथा प्लांट हैल्थ क्लिनिक द्वारा किस प्रकार से किसानों की समस्याओं का समाधान किया जाता है इसकी भी जानकारी उन्हें उपलब्ध कराई। साथ ही फल मक्खी ट्रेप की संतरा बगीचों में उपयोगिता की भी जानकारी दी।
इस दौरान अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कृषि विज्ञान केन्द्र के द्वारा आदान विक्रेताओं को दी जा रही 15 दिवसीय सर्टिफिकेट कोर्स प्रशिक्षण में उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों से वार्तालाप करते हुए उन्हें किसानों को खाद एवं उर्वरक प्रबंधन के बारे में जागरूक करने की सलाह दी एवं प्रशिक्षणार्थियों द्वारा प्रशिक्षण से सम्बन्धित प्रतिक्रिया भी सुनी। इस दौरान कृषि विज्ञान केन्द्र के आचार्य (कीट विज्ञान) डॉ. हरीश वर्मा, प्रसार शिक्षा वैज्ञानिक, डॉ. मौहम्मद युनुस, उद्यान वैज्ञानिक अरविन्द नागर, मृदा वैज्ञानिक, डॉ. सेवाराम रूण्डला, तकनीकी सहायक, सुनिता कुमारी एवं सुनील कुमार भी उपस्थित थे।
एसीएस ने देखी बीज भण्डार निगम की व्यवस्थाएं
अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके गोयल ने बीज भण्डारण निगम झालावाड़ पहुंचकर बीजों की ग्रेडिंग व प्रोसेसिंग प्रक्रिया की जानकारी निगम के अधिकारी से प्राप्त की। साथ ही यहां पर उन्होंने बीजों का भण्डारण किस प्रकार से किया जाता है इसकी भी जानकारी बीज भण्डार व्यवस्था निगम के प्रबंधक से प्राप्त की।
तत्पश्चात उन्होंने राजस्थान राज्य भण्डार व्यवस्था निगम में भण्डारण व्यवस्था एवं भण्डारण क्षमता की जानकारी ली। इसके पश्चात् उन्होंने कृषि उपज मण्डी झालरापाटन का निरीक्षण किया। उन्होंने यहां बन्द पडे़ कोल्ड स्टोेरेज का जायजा लिया तथा उसको पुनः संचालित करने में तकनीकी समस्याओं को दूर करने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने मण्डी परिसर में अवैध रूप से दुकानें बनाकर कब्जा करने वाले व्यापारियों को उनके लाईसेन्स निरस्त करने का नोटिस देने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिए।
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