झालावाड़ मधुमक्खी पालक प्रषिक्षणार्थियों का षहद प्रसंस्करण यूनिट पर भ्रमण
झालावाड़ 31 जनवरी। कृषि विज्ञान केन्द्रए झालावाड़ पर भारतीय कृषि कौशल परिषद् द्वारा आयोजित ष्ष्मधुमक्खी पालकष्ष् पर प्रशिक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत गुरूवार को प्रशिक्षणार्थियों को उद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालयए झालरापाटन स्थित शहद प्रसंस्करण यूनिट एवं एपेरी का भ्रमण कराया गया।
प्रशिक्षण के प्रभारी डॉण् हरीश वर्माए प्रोफेसरए कीट विज्ञान ने बताया कि भ्रमण के दौरान मधुमक्खी पालन पर प्रायोगिक जानकारी उद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालयए झालरापाटनए झालावाड़ के डॉण् सुरेश कुमार जाटए सहायक आचार्य ;कीट विज्ञानद्ध द्वारा दी गई।
प्रशिक्षण प्रभारी ने बताया कि इस भ्रमण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को मधुमक्खी के जीवन चक्र से संबंधित अण्डाए लार्वाए प्यूपा एवं वयस्क अवस्था ;सैनिकए श्रमिकए ड्रॉन एवं रानी मक्खीद्ध की पहचान करवाई एवं सैनिकए श्रमिकए ड्रॉन एवं रानी मक्खी के कार्यों की गतिविधियांे से भी अवगत कराया। प्रायोगिक कार्य स्वयं प्रशिक्षणार्थियों ने मधुमक्खी पालन बॉक्स में किया।
उद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालयए झालरापाटनए झालावाड़ में स्थित शहद प्रसंस्करण यूनिट का अवलोकन करवाकर शहद किस प्रकार से प्रसंस्करित किया जाता है की भी जानकारी प्राप्त की। इसमें उपयोग किए जाने वाले विभिन्न उपकरणों से भी रूबरू हुए। इस प्रशिक्षण में झालावाड़ जिले के 20 युवा प्रगतिशील कृषक भाग ले रहे हैं।
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झालावाड़ 31 जनवरी। कृषि विज्ञान केन्द्रए झालावाड़ पर भारतीय कृषि कौशल परिषद् द्वारा आयोजित ष्ष्मधुमक्खी पालकष्ष् पर प्रशिक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत गुरूवार को प्रशिक्षणार्थियों को उद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालयए झालरापाटन स्थित शहद प्रसंस्करण यूनिट एवं एपेरी का भ्रमण कराया गया।
प्रशिक्षण के प्रभारी डॉण् हरीश वर्माए प्रोफेसरए कीट विज्ञान ने बताया कि भ्रमण के दौरान मधुमक्खी पालन पर प्रायोगिक जानकारी उद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालयए झालरापाटनए झालावाड़ के डॉण् सुरेश कुमार जाटए सहायक आचार्य ;कीट विज्ञानद्ध द्वारा दी गई।
प्रशिक्षण प्रभारी ने बताया कि इस भ्रमण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को मधुमक्खी के जीवन चक्र से संबंधित अण्डाए लार्वाए प्यूपा एवं वयस्क अवस्था ;सैनिकए श्रमिकए ड्रॉन एवं रानी मक्खीद्ध की पहचान करवाई एवं सैनिकए श्रमिकए ड्रॉन एवं रानी मक्खी के कार्यों की गतिविधियांे से भी अवगत कराया। प्रायोगिक कार्य स्वयं प्रशिक्षणार्थियों ने मधुमक्खी पालन बॉक्स में किया।
उद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालयए झालरापाटनए झालावाड़ में स्थित शहद प्रसंस्करण यूनिट का अवलोकन करवाकर शहद किस प्रकार से प्रसंस्करित किया जाता है की भी जानकारी प्राप्त की। इसमें उपयोग किए जाने वाले विभिन्न उपकरणों से भी रूबरू हुए। इस प्रशिक्षण में झालावाड़ जिले के 20 युवा प्रगतिशील कृषक भाग ले रहे हैं।
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