बुधवार, 2 जनवरी 2019

जैसलमेर,जिला कलक्टर का औचक निरीक्षण जिला अस्पताल की व्यवस्थाएं दुरस्त करने की हिदायत

जैसलमेर,जिला कलक्टर का औचक निरीक्षण जिला अस्पताल की व्यवस्थाएं  दुरस्त करने की हिदायत

जैसलमेर, 02 जनवरी। जिला कलक्टर नमित मेहता ने बुधवार प्रातः जिला अस्पताल श्रीजवाहिर चिकित्सालय का औचक निरीक्षण कर सफाई और स्वास्थ्य सेवाओं का सम्पूर्ण जायजा लिया।

जिला कलक्टर ने चिकित्सालय के बाहरी परिसर के क्षेत्र एवं अंदर की ओर स्थित सभी वार्डो भ्रमण कर पूरी व्यवस्थाओं को बारीकी से अवलोकन किया। उन्होंने अस्पताल की सफाई व्यवस्था समुचित ढंग से नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त की तथा प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को निर्देष दिए कि वे अस्पताल की सफाई व्यवस्था में ओर अधिक बेहतरीन सुधान लाने के लिए कड़े कदम उठाए एवं श्रीजवाहिर चिकित्सालय एकदम स्वच्छ एवं चमकता हुआ नजर आवें तथा यहां आने वाले मरीज व उनके परिजन इस सफाई व्यवस्था की तारीफ करें। निरीक्षण के दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर वीरेन्द्र वर्मा, सहायक निदेषक (जनसम्पर्क) श्रवण चैधरी तथा प्रमुख चिकित्सा अधिकारी श्रीमती उषा दुगड मौजूद थें।

जिला कलक्टर ने निरीक्षण के दौरान चिकित्सकों की उपस्थिति पंजिका की जांच की तथा इस दौरान अनुपस्थित पाएं गए डाॅ0 जे.आर.पंवार की अनुपस्थिति दर्ज की तथा उनका वेतन बिना उनकी जानकारी के नहीं जारी करने के निर्देष दिए। साथ ही उनके विरूद्व अनुषासनात्मक कार्यवाही प्रस्तावित करन के लिए प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को निर्देष दिए।

जिला कलक्टर मेहता ने चिकित्सालय में आउटडोर के साथ ही मेडिकल ,सर्जिकल, नेत्र, ईएनटी, मानसिक स्वास्थ्य इत्यादि आउटडोर कक्षो का निरीक्षण किया तथा वहां मौजूद चिकित्सकों से मरीजों के बारे में पूछताछ की एवं भ्रमण कर मरीजों की कुषलक्षेम पूछी। उन्होंने सफाई एवं शौचालयों की सफाई व्यवस्था को बारीकी से देखा। उन्होंने प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को निर्देष दिए कि वे एक सामान्य आदेष जारी कर वार्ड के चिकित्सक प्रभारी एवं एनएनएम को पाबंद करें कि वे राउण्ड में आते ही सबसे पहले मरीजों को वार्ड में सफाई रखने के लिए संदेष देते हुए सफाई के लिए किन-किन बातों का ध्यान रखे उसकी पूरी जानकारी देवें ताकि उनकी नियमित प्रेरणा से वार्डो में सफाई व्यवस्था में आषातीत सुधार आवें। उन्होंने मरीजों को बेहतर निःषुल्क सुविधा का लाभ देने के भी निर्देष दिए वहीं मरीजों से भी उनको मिल रही चिकित्सा सुविधा का फीडबैक लिया।

उन्होंने मुख्यमंत्री निःषुल्क दवा वितरण केन्द्रों का निरीक्षण किया तथा दवाइयों के वितरण की व्यवस्था को परखा। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा निःषुल्क सभी 275 दवाईयां स्टोर में उपलब्ध रखने के निर्देष दिए। उन्होंने स्टाॅक में उपलब्ध दवाइयांे की जानकारी ली तथा प्रतिदिन वितरित दवाइयों का इन्द्राज कम्प्यूटर में करने के निर्देष दिए। साथ ही चिकित्सकों को पाबंद किया कि वे बाहर की दवाईयां नहीं लिखें। उन्होंने आउटडोर में मरीजों को कतारबद्व कर चेक करने के लिए चिकित्सकों को पाबंद किया। साथ ही प्रतिदिन के मरीजों की संख्या का ब्यौरा रखने के निर्देष दिए। उन्हांेने निःषुल्क जांच व्यवस्था की भी जानकारी ली तथा प्रतिदिन आने वाले मरीजो को निःषुल्क जांच करने के निर्देष दिए।

जिला कलक्टर ने जिला चिकित्सालय में कार्यरत प्रतिदिन उपलब्ध चिकित्सकों की जानकारी के लिए अलग-अलग फ्लैक्स लगवाने को कहा। साथ ही पर्ची रजिस्ट्रेषन कक्ष पर पर्ची जारी करने के साथ ही किस चिकित्सक को बताना है व उसके कक्ष संख्या का भी विवरण देने को कहा। उन्हांेने चिकित्सालय में होने वाली निःषुल्क जांचों तथा उपलब्ध निःषुल्क दवाइयों की सूची अस्पताल में अलग-अलग स्थानों पर फ्लैक्स लगवाकर चस्पा करने के निर्देष दिए। उन्होंने चिकित्सालय में गैलेरी में मरीजो के बैठने के लिए बैंचे तथा कुर्सीयां लगवाने के निर्देष दिए ताकि यहां आने वाले मरीजों को नीचे फर्ष पर नहीं बैठना पडें।

जिला कलक्टर ने इस दौरान एक महिला मरीज श्रीमती गवरी देवी की पर्ची देखकर उससे पूछताछ की तथा उसे मिली निःषुल्क दवाइयाॅं की जानकारी ली। साथ ही उन्होंने गत सप्ताह निःषुल्क जांच करवा कर गई महिला रमजान बानो से मोबाईल पर बात की तथा उसे जांच रिपोर्ट निःषुल्क लेने की जानकारी ली। बाद में जिला कलक्टर ने वहां काउण्टर पर खुद अपनी शुगर की जांच करवाकर निःषुल्क जांच व्यवस्था को परखा।

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