चर्चा गर्म है...वसुंधरा काली टैक्सी में आईं और दूसरे रंग की गाड़ी से गईं,काले रंग का टोटका
जयपुर. आमतौर पर जिस गाड़ी में सीएम आती है उस गाडी में नहीं आकर, बल्कि काली रंग की टैक्सी गाड़ी में बीजेपी मुख्यालय पहुंची. चर्चाओं का बाजार गर्म है। राजस्थान के रण में सभी उम्मीदवार की किस्मत का फैसला ईवीएम में बंद हो गया है. दोनों ही मुख्य पार्टी अपनी अपनी तरह से अब परिणाम के मंथन में जुटी हुई हैं. एक तरफ जहां कांग्रेस दिल्ली में मंथन कर रही है वहीं बीजेपी जयपुर के बीजेपी मुख्यालय में मंथन का दौर देखने को मिला. इस मंथन के दौर के लिए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पहुंची अपने अनूठे ढंग से आमतौर पर जिस गाड़ी में सीएम आती है उस गाडी में नहीं आकर, बल्कि काली रंग की टैक्सी गाड़ी में बीजेपी मुख्यालय पहुंची.
इसे देखकर एक बार फिर विश्वास हो गया कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के लिए रंगों का बहुत महत्त्व होता है. और इस समय हर टोटके पर विश्वाश कर रही हैं. लेकिन क्या राजस्थान के बीजेपी उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला मुख्यमंत्री के काला रंग चुनने से तय हो सकता है. यह 11 दिसंबर को साफ हो जाएगा. लेकिन जाते समय सीएम वसुंधरा राजे अपनी ही अलग रंग की कार से गई. मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे मंथन के बाद मीडिया से कम ही बात करती नजर आई. उन्होंने सिर्फ कहा कि बीजेपी एक बार फिर से राजस्थान में सरकार बना रही है। जिसका उनको पूरा विश्वास है.
जब उनसे सवाल किया गया कि राजस्थान में कितनी सीटें आ रही है तो उन्होंने बात को बदलते हुए कहा कि बीजेपी ही राजस्थान में सरकार बना रही है. वहीं प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी ने यही बात अपने शब्दों में कहीं. हालांकि गौर करने वाली बात है कि रविवार को जिस तरह से मंथन हुआ उसमें इस बात का भी इशारा जरूर दिख रहा है कि बीजेपी के बागी और निर्दलीय से संपर्क बढ़ाने की बात की जा रही है. लेकिन इस पर कोई भी खुलकर बोलने को तैयार नहीं है.
जयपुर. आमतौर पर जिस गाड़ी में सीएम आती है उस गाडी में नहीं आकर, बल्कि काली रंग की टैक्सी गाड़ी में बीजेपी मुख्यालय पहुंची. चर्चाओं का बाजार गर्म है। राजस्थान के रण में सभी उम्मीदवार की किस्मत का फैसला ईवीएम में बंद हो गया है. दोनों ही मुख्य पार्टी अपनी अपनी तरह से अब परिणाम के मंथन में जुटी हुई हैं. एक तरफ जहां कांग्रेस दिल्ली में मंथन कर रही है वहीं बीजेपी जयपुर के बीजेपी मुख्यालय में मंथन का दौर देखने को मिला. इस मंथन के दौर के लिए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पहुंची अपने अनूठे ढंग से आमतौर पर जिस गाड़ी में सीएम आती है उस गाडी में नहीं आकर, बल्कि काली रंग की टैक्सी गाड़ी में बीजेपी मुख्यालय पहुंची.
इसे देखकर एक बार फिर विश्वास हो गया कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के लिए रंगों का बहुत महत्त्व होता है. और इस समय हर टोटके पर विश्वाश कर रही हैं. लेकिन क्या राजस्थान के बीजेपी उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला मुख्यमंत्री के काला रंग चुनने से तय हो सकता है. यह 11 दिसंबर को साफ हो जाएगा. लेकिन जाते समय सीएम वसुंधरा राजे अपनी ही अलग रंग की कार से गई. मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे मंथन के बाद मीडिया से कम ही बात करती नजर आई. उन्होंने सिर्फ कहा कि बीजेपी एक बार फिर से राजस्थान में सरकार बना रही है। जिसका उनको पूरा विश्वास है.
जब उनसे सवाल किया गया कि राजस्थान में कितनी सीटें आ रही है तो उन्होंने बात को बदलते हुए कहा कि बीजेपी ही राजस्थान में सरकार बना रही है. वहीं प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी ने यही बात अपने शब्दों में कहीं. हालांकि गौर करने वाली बात है कि रविवार को जिस तरह से मंथन हुआ उसमें इस बात का भी इशारा जरूर दिख रहा है कि बीजेपी के बागी और निर्दलीय से संपर्क बढ़ाने की बात की जा रही है. लेकिन इस पर कोई भी खुलकर बोलने को तैयार नहीं है.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें