तीसरी बार संभालेंगे प्रदेश की कमान गहलोत , अशोक गहलोत होंगे राजस्थान के अगले मुख्यमंत्री
जयपुर . राजस्थान में कांग्रेस को मिली जीत के बाद से मुख्यमंत्री के पद को लेकर बनी गुत्थी दिल्ली के दरबार में सुलझ गई है. दिल्ली में तमाम मंथन और बैठकों के बाद राजस्थान में बनने वाली अगली सरकार के सीएम के तौर पर अशोक गहलोत के नाम पर मुहर लग गई है. न्यूज एजेंसी एएनआई ने भी सूत्रों के हवाले से इसकी पुष्टि की.
गहलोत तीसरी बार मुख्यमंत्री की कमान संभालेंगे. हालांकि, इस संबध में अधिकारिक रूप से घोषणा शाम तक की जाएगी. राजस्थान के चुनाव में मिली जीत के बाद से ही कांग्रेस के भीतर सीएम के पद को लेकर मुद्दा गरमाया हुआ था. जयपुर में दो दौर में विधायक दल की बैठक के बाद भी अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच की गुत्थी सुलझ नहीं पाई थी.
जयपुर में सीएम के नाम पर सहमति नहीं बन पाने के बाद इस मामले को दिल्ली हाईकमान पर छोड़ दिया गया था. जिसके बाद पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास पर सुबह से बैठकों का दौर जारी रहा. दिल्ली पहुंचे गहलोत और पायलट से भी राहुल गांधी ने चर्चा की. साथ ही पार्टी स्तर पर बड़े नेताओं के साथ लंबे दौर के मंथन के बाद अंत में गहलोत के नाम पर मुहर लग गई.
पार्टी सूत्रों ने बताया कि राजस्थान में कांग्रेस को मिली सीटों के बीच बहुमत सुई की नोक पर टिकी हुई है. इसे और मजबूत करने के लिए तथा 2019 के लोकसभा चुनाव को समीकरण को ध्यान में रखते हुए गहलोत के नाम पर हाईकमान ने सहमति जता दी है. राहुल के आवास से निकलने के दौरान गहलोत के चेहरे की मुस्कान साफ बता रही थी कि उनके नाम पर सहमति बन गई है. हालांकि, अधिकारिक रूप से एलान शाम के विधायक दल की बैठक के बाद किया जाएगा.
लेकिन, जयपुर में उनके आगमन से पहले एस्कॉर्ट सहित तमाम व्यवस्थाएं जिस हिसाब से हो रही हैं, उससे साफ संकेत मिलता है कि गहलोत तीसरी बार सूबे की कमान संभालेंगे.
आपको बता दें कि सीएम के पद को लेकर अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच खींचतान चुनाव के पहले से जारी रही है. चुनाव की आहट के दौरान उदयपुर में गहलोत की ओर से बयान देने के बाद ये मुद्दा गरम हो गया था. यहां मीडिया से बातचीत के दौरान गहलोत ने मुख्यमंत्री के सवाल पर कहा था कि 'जो चेहरा जनता के सामने 10 साल रहा, ऐसे में अब कौनसा चेहरा सामने लाने की जरूरत है'. साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि फलक की आवाज खुदा की आवाज होती है.
जयपुर . राजस्थान में कांग्रेस को मिली जीत के बाद से मुख्यमंत्री के पद को लेकर बनी गुत्थी दिल्ली के दरबार में सुलझ गई है. दिल्ली में तमाम मंथन और बैठकों के बाद राजस्थान में बनने वाली अगली सरकार के सीएम के तौर पर अशोक गहलोत के नाम पर मुहर लग गई है. न्यूज एजेंसी एएनआई ने भी सूत्रों के हवाले से इसकी पुष्टि की.
गहलोत तीसरी बार मुख्यमंत्री की कमान संभालेंगे. हालांकि, इस संबध में अधिकारिक रूप से घोषणा शाम तक की जाएगी. राजस्थान के चुनाव में मिली जीत के बाद से ही कांग्रेस के भीतर सीएम के पद को लेकर मुद्दा गरमाया हुआ था. जयपुर में दो दौर में विधायक दल की बैठक के बाद भी अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच की गुत्थी सुलझ नहीं पाई थी.
जयपुर में सीएम के नाम पर सहमति नहीं बन पाने के बाद इस मामले को दिल्ली हाईकमान पर छोड़ दिया गया था. जिसके बाद पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास पर सुबह से बैठकों का दौर जारी रहा. दिल्ली पहुंचे गहलोत और पायलट से भी राहुल गांधी ने चर्चा की. साथ ही पार्टी स्तर पर बड़े नेताओं के साथ लंबे दौर के मंथन के बाद अंत में गहलोत के नाम पर मुहर लग गई.
पार्टी सूत्रों ने बताया कि राजस्थान में कांग्रेस को मिली सीटों के बीच बहुमत सुई की नोक पर टिकी हुई है. इसे और मजबूत करने के लिए तथा 2019 के लोकसभा चुनाव को समीकरण को ध्यान में रखते हुए गहलोत के नाम पर हाईकमान ने सहमति जता दी है. राहुल के आवास से निकलने के दौरान गहलोत के चेहरे की मुस्कान साफ बता रही थी कि उनके नाम पर सहमति बन गई है. हालांकि, अधिकारिक रूप से एलान शाम के विधायक दल की बैठक के बाद किया जाएगा.
लेकिन, जयपुर में उनके आगमन से पहले एस्कॉर्ट सहित तमाम व्यवस्थाएं जिस हिसाब से हो रही हैं, उससे साफ संकेत मिलता है कि गहलोत तीसरी बार सूबे की कमान संभालेंगे.
आपको बता दें कि सीएम के पद को लेकर अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच खींचतान चुनाव के पहले से जारी रही है. चुनाव की आहट के दौरान उदयपुर में गहलोत की ओर से बयान देने के बाद ये मुद्दा गरम हो गया था. यहां मीडिया से बातचीत के दौरान गहलोत ने मुख्यमंत्री के सवाल पर कहा था कि 'जो चेहरा जनता के सामने 10 साल रहा, ऐसे में अब कौनसा चेहरा सामने लाने की जरूरत है'. साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि फलक की आवाज खुदा की आवाज होती है.
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