*जोधपुर एल0डी0सी0 सहदेवसिंह के ब्लाईंट मर्डर का पर्दाफास, सगा साढू निकला हत्यारा*
जिला पुलिस अधीक्षक जोधपुर ग्रामीण राजन दुष्यंत ने बताया कि दिनांक 10.12.2018 को लोहावट थानान्तर्गत फतेहसागर स्कूल में कार्यरत एल0डी0सी0 श्री सहदेवसिंह के ब्लाईंड मर्डर के अभियुक्त भगवानसिंह पुत्र स्व. श्री खेतसिंह रावणा राजपूत निवासी फतेहगढ़ पुलिस थाना देचू, श्रीमति जया कंवर पत्नी स्व0 श्री सहदेवसिंह जाति रावणा राजपूत को गिरफ्तार तथा विधि से सघर्षरत 5 बाल अपचारियों को पुलिस संरक्षण में लेकर घटना का पर्दाफाश करने में सफलता अर्जित की है।
*घटना -* दिनांक 11.12.2018 को बमुकाम मौकास्थल पर मृतक सहदेव के भाई दरियावसिंह ने रिर्पोट दी कि मेरा भाई सहदेवसिंह फतेहसागर स्कूल में नौकरी करता है। दिनांक 10.12.18 को सहदेवसिंह अपनी मोटरसाईकल पर घर से स्कूल के लिये निकले। शाम को छुट्टी होने के बाद भी घर नही पहुंचने पर मोबाईल पर सम्पर्क करने की कोशिश की गयी तो मोबाईल फोन बंद मिला। परिजनों द्वारा स्कूल प्रशासन से सम्पर्क किया तो बताया कि सहदेवसिंह परीक्षा की लेखन सामग्री लाने हेतु स्कूल से 10.30 बजे फलोदी गया था। फलोदी में स्टेशनरी की दूकान पर पूछताछ करने पर पता चला कि वह दोपहर स्टेशनरी लेकर वहां से वापस चला गया। परिजनों ने सहदेवसिंह की तलाश सभी संभावित स्थानों पर की गयी तथा पुलिस थाना लोहावट में गुमशुदगी दर्ज करवायी थी। दिनांक 11.12.2018 को पुनः खोजबीन करते हुए परिजन जालोड़ा नहर पुलिया से पास मुडिया रोड के किनारे पहुंचे तो मुडिया रोड़ पर खून बिखरा मिला। आस-पास नजर डालने पर दूर बबुल की झाड़ियों में मोटरसाईकल दिखायी दी तथा पास में सहदेवसिंह की खून से लथपथ लाश पड़ी थी। मौके पर कई व्यक्तियों के पदचिन्ह एवं तीन मोटरसाईकल के टायरों के निशान पाये गये। जिस पर पुलिस थाना लोहावट में हत्या व सबूत नष्ट करने का मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान प्रारम्भ किया गया।
*घटना की गंभीरता -* उक्त गंभीर अपराध की तुरन्त ही प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कर सरगर्मी से अनुसंधान प्रारम्भ किया। घटना की गंभीरता को देखते हुए मृतक सहदेव के परिजनों एवं गांव वालों ने मौके पर लाश के पास धरना देना शुरू कर दिया तथा पुलिस को मौके पर से लाश को उठाने नही दिया। दिनांक 12.12.2018 को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक फलोदी श्री जस्साराम बोस व अन्य अधिकारियों द्वारा जिला पुलिस अधीक्षक जोधपुर ग्रामीण से मौके पर उपस्थित मोजिज व्यक्तियों से जरिये टेलीफोन वार्ता करवाकर सरगर्मी से अनुसंधान करने तथा घटना का शीघ्र पर्दाफाश कर हत्यारों को गिरफ्तार करने के आश्वासन देने पर परिजनों द्वारा घटनास्थल से धरना समाप्त कर मृतक की लाश का पोस्टमार्टम एवं अंतिम संस्कार करवाने हेतु सहमत हुए।
घटना की गंभीरता को देखते हुए जिला पुलिस अधीक्षक जोधपुर ग्रामीण राजन दुष्यंत ने घटनास्थल पर एफ0एस0एल0 टीम भेजकर साक्ष्य एकत्रित करवाये गये। मृतक के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक फलोदी श्री जसाराम बोस, वृताधिकारी फलोदी श्री हरफूलसिंह, थानाधिकारी फलोदी श्री मदनसिंह, थानाधिकारी लोहावट श्री हरीसिंह राजपुरोहित, थानाधिकारी देचू श्री दीपसिंह, थानाधिकारी जाम्बा श्री चैनप्रकाश, थानाधिकारी चाखू श्री बलदेवराम, श्री इमरान खान उ0नि0 तथा स्पेशल टीम प्रभारी अमानाराम मय टीम को मौके पर भेजकर ब्लाईंड मर्डर के पर्दाफास हेतु अलग-अलग टीमां का गठन किया गया।
*टीमों का गठन -* जिला पुलिस अधीक्षक जोधपुर ग्रामीण स्वयं ने पुलिस थाना लोहावट पर कल दिनांक 13.12.2018 को ब्लाईंड मर्डर के पर्दाफाश में लगे अधिकारियों की मीटिंग लेकर घटनास्थल का निरीक्षण कर अनुसंधान में लगी टीमों का लगातार निर्देशन किया। अनुसंधान के दौरान घटनास्थल से संकलित साक्ष्य एवं मतृक सहदेव एवं उसके परिवार के सम्पर्क में रहने वालों से गहन अनुसंधान किया गया। संदिग्ध लोगों की गतिविधियों पर पैनी नजर रखी गयी तथा घटना के हर सम्भव पहलु पर गम्भीरतापूर्वक विचार कर जालोड़ा, दयोकोर, पीलवा एवं आस-पास के गांवों के आपराधिक प्रवृति के बदमाशान से पूछताछ की गयी। टीमों द्वारा किये गये अनुसंधान, मुखबीरान से प्राप्त सूचना एवं स्पेशल टीम द्वारा संकलित तकनीकी साक्ष्यो के आधार पर भगवानसिंह पुत्र स्व. श्री खेतसिंह रावणा राजपूत निवासी फतेहगढ़ पुलिस थाना देचू को दस्तयाब कर मनोवैज्ञानिक तरीको से गहनतापूर्वक पूछताछ की गयी तो घटना का पर्दाफाश करते हुए अपने 6 अन्य सहयोगियां के साथ मिलकर हत्या करना स्वीकार किया।
*ब्लाईंड मर्डर का पर्दाफाश -* दस्तयाबसुदा आरोपी भगवानसिंह पुत्र स्व. श्री खेतसिंह रावणा राजपूत निवासी फतेहगढ़ पुलिस थाना देचू को दस्तयाब कर गहनता से पूछताछ की गयी। पूछताछ में रिश्तो को तार-तार करने वाली एवं झंकझोरने वाली घटना सामने आई। मृतक सहदेवसिंह एवं अभियुक्त भगवानसिंह आपस में सगे साढू है। भगवानसिंह की शादी करीबन 10 साल पहले हुई थी तथा मृतक सहदेवसिंह की शादी करीबन 2 साल पहले हुई थी। मृतक की पत्नी जया तथा अभियुक्त भगवान सिंह (साली-जीजा) के आपस में अवैध संबंध बन गये तथा लगातार बाते होने लगी। अभियुक्त भगवानसिंह ने अपने साढू सहदेवसिंह को उसके तथा जया के बीच से हटाने लिये सहदेवसिंह की हत्या करने का प्लान किया।
अभियुक्त भगवानसिंह ग्राम पंचायत फतेहगढ़ में ग्राम सहायक लगा हुआ है तथा साथ में ही श्री देवराज उच्च माध्यमिक विद्यालय आसरलाई में पार्ट टाईम राजनीति विज्ञान पढाता है इसके साथ अभियुक्त पंचायत सहायक संघ का अध्यक्ष है। भगवानसिंह ने अपने प्लान को फलीभूत करने के लिये श्री देवराज उच्च माध्यमिक विद्यालय आसरलाई के 5 विद्यार्थियों एवं उसी स्कूल के प्राईवेट अध्यापक जयराम मेघवाल को साथ लिया। इससे पूर्व भी 2 बार भगवानसिंह एवं उसके उक्त सहयोगियों ने सहदेवसिंह की हत्या हेतु प्लानिंग की तथा आसरलाई से जालोड़ा की तरफ आये परन्तु सहदेवसिंह वहां पर नही आया तो ये लोग वापस चले गये।
हत्या से 2 दिन पूर्व मृतक ने अपनी शादी सालगिरह पर अपने ससुराल जैसलमेर में पार्टी रखी थी। वहां पर हत्यारा भगवानसिंह भी शामिल हुआ था। सहदेवसिंह के ससुराल वालों एवं भगवानसिंह ने उसे जैसलमेर में रूकने का कहा था परन्तु मृतक द्वारा फलोदी से स्कूल के अर्द्धवार्षिक परीक्षा के पेपर लाने के कारण रूकने में मजबूरी बताकर जैसलमेर से वापस आ गया। इसी बात के आधार पर आरोपी भगवानसिंह को हत्या करने के लिये फलोदी एवं फतेहसागर के बीच नहर के पास सुनसान जगह को चिन्हित करने में आसानी हो गयी। हत्या करने के लिये भगवानसिंह ने कई दिन पहले ही लोहे का लगिया एवं छुरा अपने बैग में छुपाकर रख दिया था तथा लगातार हत्या की साजिश रच रहा था।
घटना के वक्त भगवानसिंह ने मृतक सहदेवसिंह को रूकवाकर कहा कि ‘‘आपके पीछे ए0सी0बी0 टीम (एन्टी करप्शन) लगी हुई है तथा आप अपना फोन बंद कर दो तथा झाडियों में छीप जाओ।’’ सहदेवसिंह ने उन पर विश्वास कर फोन बंद कर दिया तथा रोड़ से साईड मे मुडिया रोड़ पर आ गया। भगवानसिंह एवं उसके सहयोगियों ने सहदेवसिंह को पकड़कर उसके सिर पर लगियें से कई वार कर दिये। जिससे मृतक सहदेसिंह अचेत होकर नीचे गिर गया। भगवानसिंह ने अपने साथियों के सहयोग से अचैत सहदेवसिंह को घसीट बबुल की झाड़ियों में ले जाकर छुरा से गला रेत कर हत्या कर दी।
*हत्यारा था घटनास्थल पर सबसे आगे* - मृतक के हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर परिजनों एवं समाज के लोगों ने एक दिन तक शव नही उठाया तथा घटनास्थल पर धरना देकर रोष प्रकट किया था। धरने के दौरान हत्यारा सगा साढ़ू भगवानसिंह सबसे आगे होकर विरोध प्रदर्शन कर रहा था। उस पर कोई शक नही करे इसलिये उसने हर जगह पर अपनी उपस्थिति रखी तथा किसी शक जाहिर नही होने दिया।
*टीम होगी पुरूस्कृत -*
जिला पुलिस अधीक्षक जोधपुर ग्रामीण ने उक्त घटना के पर्दाफाश में *अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक फलोदी श्री जसाराम बोस के निर्देशन में वृताधिकारी फलोदी श्री हरफूलसिंह, थानाधिकारी फलोदी श्री मदनसिंह, थानाधिकारी लोहावट श्री हरीसिंह राजपुरोहित, थानाधिकारी देचू श्री दीपसिंह, श्री भरतरावत थानाधिकारी मतौड़ा, थानाधिकारी जाम्बा श्री चैनप्रकाश, थानाधिकारी चाखू श्री बलदेवराम, श्री इमरान खान उ0नि0, श्री पुनाराम है0कानि0 थाना देचू एवं स्पेशल टीम के प्रभारी श्री अमानाराम, श्री श्रवणकुमार, श्री देवाराम विश्नोई, श्री झुमरराम, श्री मोहनराम, श्री चिमनाराम, श्री विरेन्द्र एवं श्री मदन* व थाना लोहावट से श्री कानाराम, श्री घासीलाल, श्री महेशमीणा, श्री गोपीकिशन, श्री अचलदान, श्री राजेन्द्रसिंह, श्री सुमेरसिंह, श्री गोपालसिंह श्री प्रदीप तथा थाना देचू के कानि0 श्री कृष्णकुमार, अशोक कुमार, श्री अमरसिंह, श्री महिपाल एवं ओमप्रकाश की मुख्य भूमिका रही है। जिन्हे जिला पुलिस अधीक्षक जोधपुर ग्रामीण ने पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
जिला पुलिस अधीक्षक जोधपुर ग्रामीण राजन दुष्यंत ने बताया कि दिनांक 10.12.2018 को लोहावट थानान्तर्गत फतेहसागर स्कूल में कार्यरत एल0डी0सी0 श्री सहदेवसिंह के ब्लाईंड मर्डर के अभियुक्त भगवानसिंह पुत्र स्व. श्री खेतसिंह रावणा राजपूत निवासी फतेहगढ़ पुलिस थाना देचू, श्रीमति जया कंवर पत्नी स्व0 श्री सहदेवसिंह जाति रावणा राजपूत को गिरफ्तार तथा विधि से सघर्षरत 5 बाल अपचारियों को पुलिस संरक्षण में लेकर घटना का पर्दाफाश करने में सफलता अर्जित की है।
*घटना -* दिनांक 11.12.2018 को बमुकाम मौकास्थल पर मृतक सहदेव के भाई दरियावसिंह ने रिर्पोट दी कि मेरा भाई सहदेवसिंह फतेहसागर स्कूल में नौकरी करता है। दिनांक 10.12.18 को सहदेवसिंह अपनी मोटरसाईकल पर घर से स्कूल के लिये निकले। शाम को छुट्टी होने के बाद भी घर नही पहुंचने पर मोबाईल पर सम्पर्क करने की कोशिश की गयी तो मोबाईल फोन बंद मिला। परिजनों द्वारा स्कूल प्रशासन से सम्पर्क किया तो बताया कि सहदेवसिंह परीक्षा की लेखन सामग्री लाने हेतु स्कूल से 10.30 बजे फलोदी गया था। फलोदी में स्टेशनरी की दूकान पर पूछताछ करने पर पता चला कि वह दोपहर स्टेशनरी लेकर वहां से वापस चला गया। परिजनों ने सहदेवसिंह की तलाश सभी संभावित स्थानों पर की गयी तथा पुलिस थाना लोहावट में गुमशुदगी दर्ज करवायी थी। दिनांक 11.12.2018 को पुनः खोजबीन करते हुए परिजन जालोड़ा नहर पुलिया से पास मुडिया रोड के किनारे पहुंचे तो मुडिया रोड़ पर खून बिखरा मिला। आस-पास नजर डालने पर दूर बबुल की झाड़ियों में मोटरसाईकल दिखायी दी तथा पास में सहदेवसिंह की खून से लथपथ लाश पड़ी थी। मौके पर कई व्यक्तियों के पदचिन्ह एवं तीन मोटरसाईकल के टायरों के निशान पाये गये। जिस पर पुलिस थाना लोहावट में हत्या व सबूत नष्ट करने का मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान प्रारम्भ किया गया।
*घटना की गंभीरता -* उक्त गंभीर अपराध की तुरन्त ही प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कर सरगर्मी से अनुसंधान प्रारम्भ किया। घटना की गंभीरता को देखते हुए मृतक सहदेव के परिजनों एवं गांव वालों ने मौके पर लाश के पास धरना देना शुरू कर दिया तथा पुलिस को मौके पर से लाश को उठाने नही दिया। दिनांक 12.12.2018 को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक फलोदी श्री जस्साराम बोस व अन्य अधिकारियों द्वारा जिला पुलिस अधीक्षक जोधपुर ग्रामीण से मौके पर उपस्थित मोजिज व्यक्तियों से जरिये टेलीफोन वार्ता करवाकर सरगर्मी से अनुसंधान करने तथा घटना का शीघ्र पर्दाफाश कर हत्यारों को गिरफ्तार करने के आश्वासन देने पर परिजनों द्वारा घटनास्थल से धरना समाप्त कर मृतक की लाश का पोस्टमार्टम एवं अंतिम संस्कार करवाने हेतु सहमत हुए।
घटना की गंभीरता को देखते हुए जिला पुलिस अधीक्षक जोधपुर ग्रामीण राजन दुष्यंत ने घटनास्थल पर एफ0एस0एल0 टीम भेजकर साक्ष्य एकत्रित करवाये गये। मृतक के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक फलोदी श्री जसाराम बोस, वृताधिकारी फलोदी श्री हरफूलसिंह, थानाधिकारी फलोदी श्री मदनसिंह, थानाधिकारी लोहावट श्री हरीसिंह राजपुरोहित, थानाधिकारी देचू श्री दीपसिंह, थानाधिकारी जाम्बा श्री चैनप्रकाश, थानाधिकारी चाखू श्री बलदेवराम, श्री इमरान खान उ0नि0 तथा स्पेशल टीम प्रभारी अमानाराम मय टीम को मौके पर भेजकर ब्लाईंड मर्डर के पर्दाफास हेतु अलग-अलग टीमां का गठन किया गया।
*टीमों का गठन -* जिला पुलिस अधीक्षक जोधपुर ग्रामीण स्वयं ने पुलिस थाना लोहावट पर कल दिनांक 13.12.2018 को ब्लाईंड मर्डर के पर्दाफाश में लगे अधिकारियों की मीटिंग लेकर घटनास्थल का निरीक्षण कर अनुसंधान में लगी टीमों का लगातार निर्देशन किया। अनुसंधान के दौरान घटनास्थल से संकलित साक्ष्य एवं मतृक सहदेव एवं उसके परिवार के सम्पर्क में रहने वालों से गहन अनुसंधान किया गया। संदिग्ध लोगों की गतिविधियों पर पैनी नजर रखी गयी तथा घटना के हर सम्भव पहलु पर गम्भीरतापूर्वक विचार कर जालोड़ा, दयोकोर, पीलवा एवं आस-पास के गांवों के आपराधिक प्रवृति के बदमाशान से पूछताछ की गयी। टीमों द्वारा किये गये अनुसंधान, मुखबीरान से प्राप्त सूचना एवं स्पेशल टीम द्वारा संकलित तकनीकी साक्ष्यो के आधार पर भगवानसिंह पुत्र स्व. श्री खेतसिंह रावणा राजपूत निवासी फतेहगढ़ पुलिस थाना देचू को दस्तयाब कर मनोवैज्ञानिक तरीको से गहनतापूर्वक पूछताछ की गयी तो घटना का पर्दाफाश करते हुए अपने 6 अन्य सहयोगियां के साथ मिलकर हत्या करना स्वीकार किया।
*ब्लाईंड मर्डर का पर्दाफाश -* दस्तयाबसुदा आरोपी भगवानसिंह पुत्र स्व. श्री खेतसिंह रावणा राजपूत निवासी फतेहगढ़ पुलिस थाना देचू को दस्तयाब कर गहनता से पूछताछ की गयी। पूछताछ में रिश्तो को तार-तार करने वाली एवं झंकझोरने वाली घटना सामने आई। मृतक सहदेवसिंह एवं अभियुक्त भगवानसिंह आपस में सगे साढू है। भगवानसिंह की शादी करीबन 10 साल पहले हुई थी तथा मृतक सहदेवसिंह की शादी करीबन 2 साल पहले हुई थी। मृतक की पत्नी जया तथा अभियुक्त भगवान सिंह (साली-जीजा) के आपस में अवैध संबंध बन गये तथा लगातार बाते होने लगी। अभियुक्त भगवानसिंह ने अपने साढू सहदेवसिंह को उसके तथा जया के बीच से हटाने लिये सहदेवसिंह की हत्या करने का प्लान किया।
अभियुक्त भगवानसिंह ग्राम पंचायत फतेहगढ़ में ग्राम सहायक लगा हुआ है तथा साथ में ही श्री देवराज उच्च माध्यमिक विद्यालय आसरलाई में पार्ट टाईम राजनीति विज्ञान पढाता है इसके साथ अभियुक्त पंचायत सहायक संघ का अध्यक्ष है। भगवानसिंह ने अपने प्लान को फलीभूत करने के लिये श्री देवराज उच्च माध्यमिक विद्यालय आसरलाई के 5 विद्यार्थियों एवं उसी स्कूल के प्राईवेट अध्यापक जयराम मेघवाल को साथ लिया। इससे पूर्व भी 2 बार भगवानसिंह एवं उसके उक्त सहयोगियों ने सहदेवसिंह की हत्या हेतु प्लानिंग की तथा आसरलाई से जालोड़ा की तरफ आये परन्तु सहदेवसिंह वहां पर नही आया तो ये लोग वापस चले गये।
हत्या से 2 दिन पूर्व मृतक ने अपनी शादी सालगिरह पर अपने ससुराल जैसलमेर में पार्टी रखी थी। वहां पर हत्यारा भगवानसिंह भी शामिल हुआ था। सहदेवसिंह के ससुराल वालों एवं भगवानसिंह ने उसे जैसलमेर में रूकने का कहा था परन्तु मृतक द्वारा फलोदी से स्कूल के अर्द्धवार्षिक परीक्षा के पेपर लाने के कारण रूकने में मजबूरी बताकर जैसलमेर से वापस आ गया। इसी बात के आधार पर आरोपी भगवानसिंह को हत्या करने के लिये फलोदी एवं फतेहसागर के बीच नहर के पास सुनसान जगह को चिन्हित करने में आसानी हो गयी। हत्या करने के लिये भगवानसिंह ने कई दिन पहले ही लोहे का लगिया एवं छुरा अपने बैग में छुपाकर रख दिया था तथा लगातार हत्या की साजिश रच रहा था।
घटना के वक्त भगवानसिंह ने मृतक सहदेवसिंह को रूकवाकर कहा कि ‘‘आपके पीछे ए0सी0बी0 टीम (एन्टी करप्शन) लगी हुई है तथा आप अपना फोन बंद कर दो तथा झाडियों में छीप जाओ।’’ सहदेवसिंह ने उन पर विश्वास कर फोन बंद कर दिया तथा रोड़ से साईड मे मुडिया रोड़ पर आ गया। भगवानसिंह एवं उसके सहयोगियों ने सहदेवसिंह को पकड़कर उसके सिर पर लगियें से कई वार कर दिये। जिससे मृतक सहदेसिंह अचेत होकर नीचे गिर गया। भगवानसिंह ने अपने साथियों के सहयोग से अचैत सहदेवसिंह को घसीट बबुल की झाड़ियों में ले जाकर छुरा से गला रेत कर हत्या कर दी।
*हत्यारा था घटनास्थल पर सबसे आगे* - मृतक के हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर परिजनों एवं समाज के लोगों ने एक दिन तक शव नही उठाया तथा घटनास्थल पर धरना देकर रोष प्रकट किया था। धरने के दौरान हत्यारा सगा साढ़ू भगवानसिंह सबसे आगे होकर विरोध प्रदर्शन कर रहा था। उस पर कोई शक नही करे इसलिये उसने हर जगह पर अपनी उपस्थिति रखी तथा किसी शक जाहिर नही होने दिया।
*टीम होगी पुरूस्कृत -*
जिला पुलिस अधीक्षक जोधपुर ग्रामीण ने उक्त घटना के पर्दाफाश में *अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक फलोदी श्री जसाराम बोस के निर्देशन में वृताधिकारी फलोदी श्री हरफूलसिंह, थानाधिकारी फलोदी श्री मदनसिंह, थानाधिकारी लोहावट श्री हरीसिंह राजपुरोहित, थानाधिकारी देचू श्री दीपसिंह, श्री भरतरावत थानाधिकारी मतौड़ा, थानाधिकारी जाम्बा श्री चैनप्रकाश, थानाधिकारी चाखू श्री बलदेवराम, श्री इमरान खान उ0नि0, श्री पुनाराम है0कानि0 थाना देचू एवं स्पेशल टीम के प्रभारी श्री अमानाराम, श्री श्रवणकुमार, श्री देवाराम विश्नोई, श्री झुमरराम, श्री मोहनराम, श्री चिमनाराम, श्री विरेन्द्र एवं श्री मदन* व थाना लोहावट से श्री कानाराम, श्री घासीलाल, श्री महेशमीणा, श्री गोपीकिशन, श्री अचलदान, श्री राजेन्द्रसिंह, श्री सुमेरसिंह, श्री गोपालसिंह श्री प्रदीप तथा थाना देचू के कानि0 श्री कृष्णकुमार, अशोक कुमार, श्री अमरसिंह, श्री महिपाल एवं ओमप्रकाश की मुख्य भूमिका रही है। जिन्हे जिला पुलिस अधीक्षक जोधपुर ग्रामीण ने पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
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