टिकट को लेकर पायलट-डूडी में तकरार ....दूर से मजे ले रहे गहलोत
नई दिल्ली . विधानसभा चुनाव के टिकट को लेकर कांग्रेस के बड़े नेता बाहर सब ठीक होने की बात कर रहे हैं, लेकिन, अंदरखाने आग बराबर लगी हुई है. टिकट वितरण की प्रक्रिया में शामिल नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी और पीसीसी चीफ सचिन पायलट के बीच जारी टकराव से पार्टी के भीतर पारा चढ़ा हुआ है. सूत्रों ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच कई सीटों पर पसंदीदा को टिकट दिलाने को लेकर खींचतान जारी है. वहीं, दोनों नेताओं की खींचतान के बीच पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत कूटनीतिक रूप आगे बढ़ते दिखाई दे रहे हैं.
टिकट वितरण की प्रक्रिया में पहली बार शामिल हुए डूडी अपने प्रभाव को दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि बीकानेर संभाग सहित राज्य की कई सीटों पर पसंदीदा को टिकट दिलाने को लेकर पैरवी कर रहे डूडी और पायलट के बीच दूसरी बार सियासी टकराव सामने आया है. इससे पहले पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की राजस्थान को लेकर हुई पहली बैठक में भी दोनों नेताओं के बीच बहस हुई थी. उसके बाद सोमवार को राजस्थान को लेकर सीईसी की दूसरी बैठक में भी पार्टी हाईकमान राहुल गांधी के सामने दोनों नेता आमने-सामने हो गए. इस पर राहुल ने विवादित सीटों पर दोबारा मंथन करने के निर्देश दे दिए. पार्टी के भीतर टिकट वितरण के मामले में कई सीटों को लेकर जारी टकराव के बाद सियासी पारा चढ़ा हुआ है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि डूडी और पायलट के बीच यूं तो फुलेरा, हवामहल, खाजूवाला, बांदीकुई, लूणकरणसर, सवाई माधोपुर, टोडाभीम और निवाई सीट को लेकर विवाद है.
पढ़ेंःहवा में लटके वसुंधरा के मंत्रियों की घिग्गी बंधी हुई है...CM की ड्योढ़ी पर दे रहे हैं माथा
लेकिन, प्रमुख विवाद फुलेरा सीट को लेकर बना हुआ है. सूत्रों ने बताया कि डूडी-पायलट के बीच विवाद की मूल जड़ फुलेरा विधानसभा सीट है. उन्होंने बताया कि इस सीट से पायलट वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ हरिसिंह के बेटे विद्याधर को टिकट दिलाना चाहते हैं. जबकि, डूडी यहां से स्पर्द्धा चौधरी को टिकट दिलाना चाहते हैं. पार्टी के उच्च सूत्रों ने बताया कि दोनों के बीच इस सीट पर विवाद होने के बाद पार्टी हाईकमान ने इसका निर्णय फिलहाल होल्ड पर रख दिया है. वहीं, डूडी-पायलट के बीच विवाद के बाद बैठक से बाहर निकले डूडी गहलोत की गाड़ी में नजर आए. जिसके बाद पार्टी के भीतर सियासी चर्चा तेज हो गई है. आमतौर पर पायलट की गाड़ी में नजर आने वाले डूडी इस विवाद के बाद गहलोत की गाड़ी में दिखाई दिए. हालांकि, पार्टी के नेता इसे सामान्य व्यवहार बता रहे हैं. लेकिन, सियासी हल्कों में कई तरह के राजनीतिक कयास जन्म लेने लेगे हैं.
माना जा रहा है कि पायलट-डूडी के आपसी टकराव के बीच गहलोत कूटनीतिक रूप से आगे बढ़ रहे हैं. वे हर मौके का सटीक इस्तेमाल करते हुए तीसरी बार सीएम की कुर्सी का सफर तय करने की जुगत में लगे हैं. ऐसे में गहलोत की गाड़ी में डूडी के साथ आने के बाद पार्टी के भीतर चर्चा उठने लगी है कि सीएम को लेकर पायलट के साथ जारी खींचतान के बीच गहलोत का पलड़ा इसके बाद भारी हो सकता है. आपको बता दें कि कांग्रेस के भीतर टिकट को लेकर जारी माथापच्ची के बीच सीईसी की बैठक में पार्टी हाईकमान 50 सीटों पर मुहर लगा चुके हैं. जबकि, कीरब 95 सीटों पर इससे पहले मुहर लग चुकी है. ऐसे में पार्टी की तरफ से पहली सूची में करीब 125 से 130 सीटों के नाम जारी किए जा सकते हैं.
नई दिल्ली . विधानसभा चुनाव के टिकट को लेकर कांग्रेस के बड़े नेता बाहर सब ठीक होने की बात कर रहे हैं, लेकिन, अंदरखाने आग बराबर लगी हुई है. टिकट वितरण की प्रक्रिया में शामिल नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी और पीसीसी चीफ सचिन पायलट के बीच जारी टकराव से पार्टी के भीतर पारा चढ़ा हुआ है. सूत्रों ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच कई सीटों पर पसंदीदा को टिकट दिलाने को लेकर खींचतान जारी है. वहीं, दोनों नेताओं की खींचतान के बीच पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत कूटनीतिक रूप आगे बढ़ते दिखाई दे रहे हैं.
टिकट वितरण की प्रक्रिया में पहली बार शामिल हुए डूडी अपने प्रभाव को दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि बीकानेर संभाग सहित राज्य की कई सीटों पर पसंदीदा को टिकट दिलाने को लेकर पैरवी कर रहे डूडी और पायलट के बीच दूसरी बार सियासी टकराव सामने आया है. इससे पहले पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की राजस्थान को लेकर हुई पहली बैठक में भी दोनों नेताओं के बीच बहस हुई थी. उसके बाद सोमवार को राजस्थान को लेकर सीईसी की दूसरी बैठक में भी पार्टी हाईकमान राहुल गांधी के सामने दोनों नेता आमने-सामने हो गए. इस पर राहुल ने विवादित सीटों पर दोबारा मंथन करने के निर्देश दे दिए. पार्टी के भीतर टिकट वितरण के मामले में कई सीटों को लेकर जारी टकराव के बाद सियासी पारा चढ़ा हुआ है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि डूडी और पायलट के बीच यूं तो फुलेरा, हवामहल, खाजूवाला, बांदीकुई, लूणकरणसर, सवाई माधोपुर, टोडाभीम और निवाई सीट को लेकर विवाद है.
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लेकिन, प्रमुख विवाद फुलेरा सीट को लेकर बना हुआ है. सूत्रों ने बताया कि डूडी-पायलट के बीच विवाद की मूल जड़ फुलेरा विधानसभा सीट है. उन्होंने बताया कि इस सीट से पायलट वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ हरिसिंह के बेटे विद्याधर को टिकट दिलाना चाहते हैं. जबकि, डूडी यहां से स्पर्द्धा चौधरी को टिकट दिलाना चाहते हैं. पार्टी के उच्च सूत्रों ने बताया कि दोनों के बीच इस सीट पर विवाद होने के बाद पार्टी हाईकमान ने इसका निर्णय फिलहाल होल्ड पर रख दिया है. वहीं, डूडी-पायलट के बीच विवाद के बाद बैठक से बाहर निकले डूडी गहलोत की गाड़ी में नजर आए. जिसके बाद पार्टी के भीतर सियासी चर्चा तेज हो गई है. आमतौर पर पायलट की गाड़ी में नजर आने वाले डूडी इस विवाद के बाद गहलोत की गाड़ी में दिखाई दिए. हालांकि, पार्टी के नेता इसे सामान्य व्यवहार बता रहे हैं. लेकिन, सियासी हल्कों में कई तरह के राजनीतिक कयास जन्म लेने लेगे हैं.
माना जा रहा है कि पायलट-डूडी के आपसी टकराव के बीच गहलोत कूटनीतिक रूप से आगे बढ़ रहे हैं. वे हर मौके का सटीक इस्तेमाल करते हुए तीसरी बार सीएम की कुर्सी का सफर तय करने की जुगत में लगे हैं. ऐसे में गहलोत की गाड़ी में डूडी के साथ आने के बाद पार्टी के भीतर चर्चा उठने लगी है कि सीएम को लेकर पायलट के साथ जारी खींचतान के बीच गहलोत का पलड़ा इसके बाद भारी हो सकता है. आपको बता दें कि कांग्रेस के भीतर टिकट को लेकर जारी माथापच्ची के बीच सीईसी की बैठक में पार्टी हाईकमान 50 सीटों पर मुहर लगा चुके हैं. जबकि, कीरब 95 सीटों पर इससे पहले मुहर लग चुकी है. ऐसे में पार्टी की तरफ से पहली सूची में करीब 125 से 130 सीटों के नाम जारी किए जा सकते हैं.
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