*सिंगल पैनल सूची पर राहुल गांधी हुए नाराज,अब युवाओ और महिलाओ को तहरीज*
*टिकटों के वितरण पर ही कांग्रेस की जीत रहेगी निर्भर,टिकट वितरण में थोड़ी चूक भाजपा का रास्ता खोलेगी*
*अगले माह होने वाले चुनावों को लेकर कांग्रेस अतिउत्साह में है जीत को लेकर। अतिउत्साह में टिकट वितरण में एक भूल भी भारी पड़ सकती है कांग्रेस को। कांग्रेस में टिकट फाइनल करने में मगजमारी हो रही है।।धरातल स्तर पर कांग्रेस ने जिताऊँ उम्मीदवारों का विश्लेषण किये बगैर एंटी इंकमबेसी को सर्वे सर्वा मां जीत पक्की मांन ली जबकि सामाजिक और जातिगत समीकरण यहां महत्वपूर्ण है।बाड़मेर जेसलमेर से कांग्रेस को जितना है तो टिकट वितरण में न केवल सावधानी बरतनी होगी बल्कि जातिगत समीकरण भी ध्यान में रखने होंगे
राजस्थान की प्रभारी कुमारी शैलजा पर टिकट बेचने के आरोप लगने शुरू हो गए है।वैसे में कांग्रेस को सिर्फ जिताऊ उम्मीदवार पर ही दाव खेलना होगा।।।हाल ही में भाजपा छोड़ कांग्रेस में आये मानवेन्द्र सिंह भी राजपूतो के साथ अन्य समाजो को संतुष्ट करना चाहेंगे।।बाडमेर जेसलमेर लोकसभा क्षेत्र में दो राजपूतो की टिकट बनती है।।दो टिकट देने पर ही मानवेन्द्र सिंह का प्रभाव अन्य सीट पर दिखेगा।।मानवेन्द्र सिंह के आने के बाद काँग्रेस की स्थतियो में बदलाव आया है।।दोनो जिलो में टिकट वितरण में उनकी भूमिका को वजन देना होगा।।सही उम्मीदवार का चुनाव चुनोतिपुरन है।।।बाड़मेर बिधानसभा क्षेत्र से मेवाराम जैन के साथ आज़ाद सिंह राठौड़ की तगड़ी दावेदारी रही है।।।शिव में अमीन खान इस बार प्रभावी रहेंगे।।तीसरा मोर्चा यहां से उदाराम मेघवाल को उतार रहा है जो जाट दलित गठबंधन को बात कर रहे है।।।जो उम्मीदवार दलित वोट लेने की क्षमता रखेगा वही प्रभावी रहेगा । बायतु में भाजपा कैलाश चौधरी, कांग्रेस हरीश चौधरी को उतार रही है तो तीसरा मोर्चा भी यहां से उम्मीदवार उतारने में लगा है।।जाट वोट दो या तीन भागों में बंटाते है तो यहां अन्य जातियों के वोटर निर्णायक होंगे।।गुड़ामालानी में हेमाराम चौधरी पेटफेक्ट उम्मीदवार है भाजपा के पास उनका कोई तोड़ भी नही।।पचपदरा से पूर्व बिधायक मदन प्रजापत के खिलाफ कार्यकर्ता पूर्व में बगावत कर चुके है।।मदन प्रजापत का लगभग पूरे क्षेत्र में विरोध है।।उनका नाम जमीनी मामलों में भी उछला।।कॉन्ग्रेस को यहां नया चेहरा जीत दिला सकता है।।मानवेन्द्र सिंह की धर्मपत्नी चित्रा सिंह पचपदरा के लिए परफेक्ट प्रत्यासी है।उन्हें स्वजातीय मतदाताओं के साथ 36 कौम का समर्थन हासिल है हालांकि मानवेन्द्र सिंह ने अपने परिवार से किसी के चुनाव में उतरने से इनकार किया है फिर भी पार्टी को चित्रा सिंह को चुनाव लड़ाने के लिए मानवेन्द्र सिंह पर दबाव बनाना चाहिए।।चित्रा सिंह पचपदरा से लड़ते है तो सिवाणा, बायतु,गुडा की सीट पर प्रभाव पड़ेगा। मदन प्रजापत बीते कल की बात हो गई।।कार्यकर्ताओ की आखरी पसन्द भी नही।।इधर सिवाणा में राजपुरोहित या कलबी को टिकट दी जाकर समीकरण साध सकते है।।चौहटन विधानसभा क्षेत्र से इस बार कोई प्रभावी उम्मीदवारी सामने नही आई।।जो आई बो कांग्रेस को जीत नही दिला सकते।।यहां दलित वर्ग के प्रभावी नेता को उतारा जा सकता है। जजेसलमेर में गत बार रूपाराम धनदे को टिकट देकर मौका दिया पर वो कम अंतर से हार गए।सामान्य सीट पर अब राजपूत प्रबल दावेदारी कर रहे है।।यहां राजपूत कांग्रेस के विधायक अनेक बार रहे है।।इस बार भी सुनीता भाटी और राजपरिवार की महारानी रासेश्वरी राज्य लक्ष्मी दावेदारी जता रही है।।महारानी रासेश्वरी राज्य लक्ष्मी ने तो सपना चुनाव प्रचार भी आरम्भ कर कर दिया।।ग्रामीण क्षेत्रो में युवराज चैतन्यराज सिंह को राजपूत समाज हाथों हाथ ले रहे है।।यह संकेत है कांग्रेस के लिए। कांग्रेस भाजपा के खिलजी बने माहौल को अगर जीत समझ रही है तो यह उनकी भूल है।।माहौल के अलावा कांग्रेस को जिताऊ और भरोसे के उम्मीदवार भी उतारने होंगे।।एक टिकट भी गलत गई तो कम से कम तीन से चार सीट से हाथ धो बैठेंगे।।आज ही हुई बैठक में प्रभारी सचिवों को वापस बुला दिया।कमिटी में नाराजगी जताई गई थी ये सूची पूर्व में भेजी थी उसी में रद्दोबदल कर वापस भेज दिया।चूंकि राहुल गांधी विदेश यात्रा पर है मगर वो अपने विश्वस्नीयो के सतत संपर्क में है बात उन तक पहुंची तो हड़कम्प मच गया।।एक बार फिर नए सिरे से उम्मीदवारी पर चर्चा होगी।मानवेन्द्र सिंह के आने के बाद बदली परिस्थति पर चर्चा के बाद टिकट फाइनल होंगे।।चूरू में सचिन पायलट ने राजेन्द्र राठौड़ का तोड़ बिक्रम सिंह शेखवत के रूप में निकाला पर हुई गड़बड़ के चलते एक माह पूर्व पार्टी में आये पुलिस अधिकारी का पैनल में नाम देख चोंक गए।।ऐसी गड़बड़ियां और जगह भी हुई।।शेखावत का नाम आने के बाद ही राजेन्द्र राठौड़ सीट बदलने का मानस बनाया।।कांग्रेस आलाकमान की हिदायत के बाद फिर मगजमारी होगी ।।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें