*झालावाड़। तीस साल में रायपुर को उप तहसील नही बनवा सकी मुख्यमंत्री वसुंधरा,शिक्षा की कोई सुविधा नही*
*लहसुन खरीद के नाम पर दलालों ने करोड़ो कूटे,किसानों का आरोप बाजार से खरीद सरकार को बेचा*
*झालावाड़ मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के राजपाठ में झालरापाटन विधानसभा क्षेत्र के लोग मौत के आंसू पी रहे।विकास के नाम पर तीस सालों में लोगो को सिर्फ और बरगलाया।बिधानसभा का रायपुर क्षेत्र विकास को तरस रहे है तो किसान खून के आंसू रुओ रहे।।रायपुर के किसानों से बात की तो बताया कि हमे लहसुन खरीद के कूपन सरकार द्वारा जारी हुए।।कूपन जारी होने के बाद सत्ता के नजदीकी लोगो ने बाज़ार से लहसुन खरीद कर सरकार को तय दामों में बेच दिया।।नब्बे फीसदी किसानों के पास आज भी कूपन ज्यूँ के त्यों पड़े है।लहसुन खराब हो गई घर पड़े पड़े।।दलालों के सक्रिय होने से पांच से सात रुपये किलो लहडून बाजार से खरीद सरकार को पैंतीस रुपये के दामो में बेच करोड़ो का खेल कर दिया धरती पुत्र आज भी वहीं का वही है।फसल चौपट होने के साथ जिन्दगि भर का कर्ज बढ़ गया।यही हालत सोयाबीन की फसल के रहे।।मुख्यमंत्री और सांसद दोनो को किसानों ने अपनी पीड़ा बताई कोई मदद नही मिली।।किसानों के साथ साथ तीस सालों से रायपुर को उप तहसील बनाने के वादे वसुंधरा राजे किये जा रही है ।प्रदरेश कि मुख्यमंत्री होने के बावजूद अपने ही विधानसभा क्षेत्र की रायपुर में उप तहसील नही खुलवा सकी।।क्षेत्र में आई टी आई,पोलोटेक्निक,गर्ल्स स्कूल,सहित शिक्षा की कोई व्यवस्था नही है।।हाई स्कूल विज्ञान संकाय में भौतिक और रसायन के व्याख्याता नही है।स्कूल प्रबंधक छात्राओं को टी सी भी नही दे रहे।ये बारह लड़कियां विज्ञान संकाय में है ये चली गई तो फेकलिटी बन्द हो जाएगी।।रायपुर समस्याओं का घर बन चुका है कोई सुनवाई है नही।।लोगो मे आज भी सरकार के प्रति आक्रोश है। यह आक्रोश बम कब फुट जाए कह नही सकते।।
*लहसुन खरीद के नाम पर दलालों ने करोड़ो कूटे,किसानों का आरोप बाजार से खरीद सरकार को बेचा*
*झालावाड़ मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के राजपाठ में झालरापाटन विधानसभा क्षेत्र के लोग मौत के आंसू पी रहे।विकास के नाम पर तीस सालों में लोगो को सिर्फ और बरगलाया।बिधानसभा का रायपुर क्षेत्र विकास को तरस रहे है तो किसान खून के आंसू रुओ रहे।।रायपुर के किसानों से बात की तो बताया कि हमे लहसुन खरीद के कूपन सरकार द्वारा जारी हुए।।कूपन जारी होने के बाद सत्ता के नजदीकी लोगो ने बाज़ार से लहसुन खरीद कर सरकार को तय दामों में बेच दिया।।नब्बे फीसदी किसानों के पास आज भी कूपन ज्यूँ के त्यों पड़े है।लहसुन खराब हो गई घर पड़े पड़े।।दलालों के सक्रिय होने से पांच से सात रुपये किलो लहडून बाजार से खरीद सरकार को पैंतीस रुपये के दामो में बेच करोड़ो का खेल कर दिया धरती पुत्र आज भी वहीं का वही है।फसल चौपट होने के साथ जिन्दगि भर का कर्ज बढ़ गया।यही हालत सोयाबीन की फसल के रहे।।मुख्यमंत्री और सांसद दोनो को किसानों ने अपनी पीड़ा बताई कोई मदद नही मिली।।किसानों के साथ साथ तीस सालों से रायपुर को उप तहसील बनाने के वादे वसुंधरा राजे किये जा रही है ।प्रदरेश कि मुख्यमंत्री होने के बावजूद अपने ही विधानसभा क्षेत्र की रायपुर में उप तहसील नही खुलवा सकी।।क्षेत्र में आई टी आई,पोलोटेक्निक,गर्ल्स स्कूल,सहित शिक्षा की कोई व्यवस्था नही है।।हाई स्कूल विज्ञान संकाय में भौतिक और रसायन के व्याख्याता नही है।स्कूल प्रबंधक छात्राओं को टी सी भी नही दे रहे।ये बारह लड़कियां विज्ञान संकाय में है ये चली गई तो फेकलिटी बन्द हो जाएगी।।रायपुर समस्याओं का घर बन चुका है कोई सुनवाई है नही।।लोगो मे आज भी सरकार के प्रति आक्रोश है। यह आक्रोश बम कब फुट जाए कह नही सकते।।
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