चक्रवात ‘गाजा’ की दस्तक से तमिलनाडु में भारी तबाही, अब तक 20 लोगों की मौत
तमिलनाडु के नागापट्टनम, तंजावुर और तिरूवारूर जिलों को शुक्रवार तड़के पार करते हुए भीषण चक्रवाती तूफान'गाजा'ने काफी तबाही मचाई है और राज्य में विभिन्न हादसों में 20 लोगों की मौत हुई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार तंजावुर में चक्रवात और बारिश के चलते हुए हादसों में 10 लोगों की मौत हुई है और तिरूवारूर मेें चार, पुडुकोट्टाई में तीन, त्रिची में दो ,नागापट्टनम,कुड्डालोर और तिरूवानामलाई में एक एक लोगों की मौत की रिपोर्ट है। मुख्यमंत्री ई के पलानीस्वामी ने इन घटनाओं में मारे गए लोगों के परिजनों को दस दस लाख रूपए की सहायता देने की घोषणाा की है।
उन्होंने बताया कि चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यों की निगरानी के लिए राज्य सरकार के मंत्री कैम्प कर रहे हैं। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में बिजली और पानी की आपूर्ति बहाल करने के लिए लोक कल्याण विभाग, बिजली विभाग और राहत प्रबंधन विभाग को युद्ध स्तर पर काम करने को कहा है।उन्होंने सलेम के ओमालुर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि चक्रवात के कारण हवाओं की रफ्तार 11० किलोमीटर प्रति घंटा थी और इसके कारण तिरूवारूर,नागापट्टनम, पुडुकोट्टाई, रामानाथापुरम, तंजावुर और कुड्डालोर जिलों में गंभीर विनाश हुआ है।
मुुख्यमंत्री ने कहा कि तूफान जनित हादसों में मारे गए लोगों के परिजनों को राज्य दस दस लाख रूपए, गंभीर रूप से घायल लोगों को एक लाख रूपए तथा साधारण रूप से घायलों को 25 हजार रूपए की अनु्ग्रह राशि राज्य सरकार की तरफ से दी जाएगी। उन्होंने मछुआरों को यह आश्वासन भी दिया कि उन्हें हुुए नुकसान की भरपाई भी की जाएगी।
तमिलनाडु राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, निचले इलाकों से 76,290 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। इन सभी को नागपट्टिनम, पुदुकोट्टई, रामनाथपुरम और तिरूवरूर सहित छह जिलों में स्थापित 300 से ज्यादा राहत शिविरों में रखा गया है। नागपट्टिनम के शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित कर दिया गया है।
राज्य के मंत्री एमसी संपत ने कहा- जिन लोगों ने अपने इस आपदा में अपनी जान गंवाई है उनके परिजनों को अनुग्रह राशि दी जाएगी।भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से जारी बुलेटिन में कहा गया है, ''गंभीर चक्रवातीय तूफान 'गज शुक्रवार की सुबह नागपट्टिनम और वेदारण्यम के बीच तमिलनाडु और पुडुचेरी तट से गुजरा.... इस दौरान हवा की गति 100-110 किलोमीटर प्रतिघंटा के बीच थी जो बढ़कर 120 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुंच गई।
मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवातीय तूफान के पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले छह घंटे में कमजोर पड़ने की संभावना है। इस दौरान नागपट्टिनम, तिरूवरूर और तंजावुर में भारी बारिश हुई। कई क्षेत्रों में पेड़ उखड़ गए। चक्रवात के मद्देनजर यहां और तटवर्ती क्षेत्रों में कई जगहों पर बिजली आपूर्ति बाधित रही।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की चार टीमें पहले से ही नागपट्टिनम में मौजूद हैं जबकि राज्य आपदा मोचन बल की दो टीमों को कडलूर में तैनात किया गया है।
तमिलनाडु के नागापट्टनम, तंजावुर और तिरूवारूर जिलों को शुक्रवार तड़के पार करते हुए भीषण चक्रवाती तूफान'गाजा'ने काफी तबाही मचाई है और राज्य में विभिन्न हादसों में 20 लोगों की मौत हुई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार तंजावुर में चक्रवात और बारिश के चलते हुए हादसों में 10 लोगों की मौत हुई है और तिरूवारूर मेें चार, पुडुकोट्टाई में तीन, त्रिची में दो ,नागापट्टनम,कुड्डालोर और तिरूवानामलाई में एक एक लोगों की मौत की रिपोर्ट है। मुख्यमंत्री ई के पलानीस्वामी ने इन घटनाओं में मारे गए लोगों के परिजनों को दस दस लाख रूपए की सहायता देने की घोषणाा की है।
उन्होंने बताया कि चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यों की निगरानी के लिए राज्य सरकार के मंत्री कैम्प कर रहे हैं। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में बिजली और पानी की आपूर्ति बहाल करने के लिए लोक कल्याण विभाग, बिजली विभाग और राहत प्रबंधन विभाग को युद्ध स्तर पर काम करने को कहा है।उन्होंने सलेम के ओमालुर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि चक्रवात के कारण हवाओं की रफ्तार 11० किलोमीटर प्रति घंटा थी और इसके कारण तिरूवारूर,नागापट्टनम, पुडुकोट्टाई, रामानाथापुरम, तंजावुर और कुड्डालोर जिलों में गंभीर विनाश हुआ है।
मुुख्यमंत्री ने कहा कि तूफान जनित हादसों में मारे गए लोगों के परिजनों को राज्य दस दस लाख रूपए, गंभीर रूप से घायल लोगों को एक लाख रूपए तथा साधारण रूप से घायलों को 25 हजार रूपए की अनु्ग्रह राशि राज्य सरकार की तरफ से दी जाएगी। उन्होंने मछुआरों को यह आश्वासन भी दिया कि उन्हें हुुए नुकसान की भरपाई भी की जाएगी।
तमिलनाडु राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, निचले इलाकों से 76,290 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। इन सभी को नागपट्टिनम, पुदुकोट्टई, रामनाथपुरम और तिरूवरूर सहित छह जिलों में स्थापित 300 से ज्यादा राहत शिविरों में रखा गया है। नागपट्टिनम के शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित कर दिया गया है।
राज्य के मंत्री एमसी संपत ने कहा- जिन लोगों ने अपने इस आपदा में अपनी जान गंवाई है उनके परिजनों को अनुग्रह राशि दी जाएगी।भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से जारी बुलेटिन में कहा गया है, ''गंभीर चक्रवातीय तूफान 'गज शुक्रवार की सुबह नागपट्टिनम और वेदारण्यम के बीच तमिलनाडु और पुडुचेरी तट से गुजरा.... इस दौरान हवा की गति 100-110 किलोमीटर प्रतिघंटा के बीच थी जो बढ़कर 120 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुंच गई।
मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवातीय तूफान के पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले छह घंटे में कमजोर पड़ने की संभावना है। इस दौरान नागपट्टिनम, तिरूवरूर और तंजावुर में भारी बारिश हुई। कई क्षेत्रों में पेड़ उखड़ गए। चक्रवात के मद्देनजर यहां और तटवर्ती क्षेत्रों में कई जगहों पर बिजली आपूर्ति बाधित रही।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की चार टीमें पहले से ही नागपट्टिनम में मौजूद हैं जबकि राज्य आपदा मोचन बल की दो टीमों को कडलूर में तैनात किया गया है।
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