गुरुवार, 11 अक्टूबर 2018

जोधपुर विधानसभा घमासान। शहर सीट ब्राह्मणो की झोली से निकल ओसवालो तक पंहुची

*जोधपुर विधानसभा घमासान*
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*चमोक की कलम से*=====
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*शहर सीट ब्राह्मणो की झोली से निकल ओसवालो तक पंहुची.....*
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जोधपुर। विधानसभा चुनावों की रणभेरी. बजचुकी है। चुनाव आयोग की घोषणा के.साथ ही प्रत्याशियों को.लेकर.कयास लगने शुरु हो चुके है। शहर सीट के लिए 2लाख 15 हजार मतदाता अपना विधायक चुनने का आकंलन.टर रहे है। किसी समय शहर फरकोटे मे सवा लाख वोटर्स थे जिसमे सर्वाधिक पुष्करणा ब्राह्मण रहवास कृते थे ये ही शहर सीट का माहौल.बनाते व बिगाड़ते.थे अब.हालात अलग है पुष्करणा समाज शहर परकोटे से पलायन कर सूरसागर विधानसभा क्षेत्र में रहने.लगा है ,परीसीमन के बाद व शहर के भीतर इसी कारण सर्वाधिक मतदाता 28 हजार ओसवाल समाज.के.हो चुके है,इस कारण ओसवाल. समाज.का विधायक गत दो.चुनावों से.जीत रहा.है।
शहर सीट.पर पुष्करणा समाज के 16 हजार ,अन्य ब्राह्मण के   7 हजार, घांची. समाज के 12 हजार, रावणा राजपूतों के 16 हजार, जांगिड़ समाज के 6 हजार, माहेश्वरी समाज के 3 हजार,अग्रवाल समाज के 3हजार, कायस्त समाज के 2500,खत्री समाज के 1500,अल्पसंख्यक 16800,एस सी मतदाता 3500 व अन्य 4500 मतदाता है। वर्तमान मे सरकार विरोधी माहौल.है,फैल हड़ताल के कर्मचारियों के अधिकांश परिवार शहर मे रहते.है,खुलकर कहते पाए जा रहे है कि इस सरकार को वोट नही.देंगे। वही शहर मे जातियों का समीकरण. भी विधायक चुनने मे.बड़ी.भागीदारी. निभाता आया है। यहां से ब्राह्मण बाहुल्य होने.पर सूर्यकांता व्यास दो बार विधायक बनी,पूर्व मे यहां से अहमद.बख्श सिंधी कांग्रेस से जीतकर मंत्री बने,इससे पूर्व यहां. से बिरदमल सिंघवी भी विधायक बने। कैलाश भंसाली दो बार व एक बार जुगल काबरा भी विधायक बने। इस बार हालात अलग है,भाजपा सरकार विरोधी. लहर मे 76 साल के कैलाश भंसाली को टिकट मिले या ना मिले लेकिन अतुल भंसाली,प्रसन्न चंद मेहता, मेघराज लोहिया, कमलेश पुरोहित, सुरेश व्यास छोटसा टिकट की दौड़ मे है। वही दूसरी ओर कांग्रेस. मे टिकट की दौड़ मे सबसे.आगे मनोज संचेती व सुयोग काबरा का नाम सामने आ रहा है,पवन मेहता व सुपारस.भंडारी ,प्रदीप गांग,आनंद पुरोहित. का नाम लिया जा रहा है,टिकट तो शहर काग्रेंस अध्यक्ष सैयद अंसारी भी मांग रहे.है। इस किरण कांग्रेस मे टिकट को लेटर गुटबाजी ही पूर्व की तरह इस बार भी जहाज. के डूबने का संकेत.दे रहे.है।
*चमोक*

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