मंगलवार, 2 अक्टूबर 2018

रेगिस्तान से गुजरात के बनासकांठा के रण तक तेल-गैस खोज के लिए बनेंगे 41 नए ब्लॉक

रेगिस्तान से गुजरात के बनासकांठा के रण तक तेल-गैस खोज के लिए बनेंगे 41 नए ब्लॉक

राजस्थान के रेगिस्तान से गुजरात के बनासकांठा के रण तक 41 नए ब्लॉक में तेल-गैस खोज के लिए केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय, केयर्न और वेदांता ने प्रोफिट कांट्रेक्ट शेयर पर सोमवार को हस्ताक्षर कर दिए हैं। 2021 तक देश में 4 अरब डॉलर के करीब का निवेश वेदांता समूह इस तेल-खोज पर करेगा। इन 41 ब्लॉक में से सर्वाधिक बाड़मेर में दस एवं एक ब्लॉक जैसलमेर में हैं। इस अवसर पर केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल और केयर्न के सीईओ सुधीर माथुर मौजूद रहे।




देश में ५४ नए ब्लॉक आवंटित हुए है इसमें से ४१ वेदांता समूह को मिले हैं। इन पर चार सौ अरब डॉलर का निवेश होगा। बाड़मेर ब्लॉक में अभी २.५० लाख बैरल प्रतिदिन तेल का उत्पादन हो रहा है, २०२१ तक चार लाख बैरल प्रतिदिन का उत्पादन होगा। अनुमानित ३० अरब रुपए का निवेश आने वाले तीन साल में बाड़मेर में होगा।

रिफाइनरी को लेकर तैयार
गौरतलब है कि १६ जनवरी को प्रधानमंत्री ने पचपदरा में राज्य की रिफाइनरी का कार्य शुभारंभ किया था। तब बाड़मेर रिफाइनरी के लिए पांच लाख बैरल तेल की जरूरत की बात कही थी। साथ ही करीब एक लाख करोड़ के कार्य प्रारंभ कर नई तेल खोज का आश्वासन केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री ने दिया था। रिफाइनरी निर्माण में अभी करीब चार साल लगेंगे। इतने ही समय में तेल खोज का यह कार्य बाड़मेर-जैसलमेर में होगा।

बाड़मेर से बनासकांठा तक
नए ब्लॉक में बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर, सांचौर से लेकर गुजरात के बनासकांठा तक तेल का रूट मैप है। यहां तेल-गैस खोज का कार्य प्रारंभ किया जाएगा।



2021 तक किया जाएगा निवेश
४१ नए ब्लॉक वेदांता को हुए आवंटित
०४ अरब डॉलर देश में होगा निवेश
४१ नए ब्लॉक देश में, १० बाड़मेर को
३० अरब का होगा राज्य में निवेश




राजस्थान सरकार प्रदेश की तेल की प्यास बुझाने के लिए पूर्णजोर से लगी हुई है। बाड़मेर में रिफाइनरी का प्रोजेक्ट का कार्य भी इसलिए शुरू हुआ। राजस्थान सरकार ने तेल खोज के लिए बाड़मेर बेसिन में 500 कुएं खोदने का फैसला जो लिया, यह काम उससे भी जुडा है.

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