जोधपुर सेंट्रल जेल जोधपुर के कैदी रहे भूख हड़ताल पर
जोधपुर, 21 सितंबर।जोधपुर के केंद्रीय कारागृह के अधिकांश बंदी आज शाम से भूख हड़ताल पर रहे । यह बंदी जेल में खाने-पीने और आवश्यकता की वस्तुओं में कटौती करने और मुलाकात के दौरान परिजनों के साथ दुर्व्यवहार करने के विरोध में हड़ताल पर गए हैं। गौरतलब है कि जोधपुर के केंद्रीय कारागृह में विभिन्न मामलों के करीब 16 सौ बंदी जेल में बंद है ।आज शाम से शुरू हुई भूख हड़ताल में सिर्फ लाचार बैरिक, पागल बैरिक और अस्पताल को हड़ताल से अलग रखा गया है ।बाकी सभी बंदियों ने शाम को भूख हड़ताल की। बंदियों का कहना है कि जेल में पिछले काफी समय से कैंटीन में मिल रही बीड़ी की बिक्री अचानक बंद कर दी गई जिससे बंदियों को बहुत ही असुविधा और परेशानी हुई। इसी तरह लंगर में कई अवस्थाएं हैं और लंगर की ओर से चाय के भाव अचानक ₹500 से ₹2000 प्रति किलो कर दिया गया। उल्लेखनीय है कि जेल परिसर में सरकारी स्तर पर ठेके के अलावा खान पान का बंदियों को अघोषित रूप से ठेका दिया जाता है और यह बंदी खाद्य सामग्री काफी ऊंची दामो पर अन्य कैदियों को बेचते हैं। पिछले काफी समय से जेल में चाय के भाव ₹500 प्रति किलो थे जो अब अचानक ₹2000 प्रति किलो कर दिए गये। इसी तरह मुलाकात पर आने वाले परिजनों के साथ जेल के मुख्य द्वार से लेकर मुलाक़ात स्थल तक कई चरणों में जेल कर्मचारी दुर्व्यवहार करते हैं , उनके साथ धक्का-मुक्की करते हैं , चेकिंग के नाम पर सामान निकाल लेते हैं और मुलाकात भी निर्धारित समय से कम समय की करवाते हैं और पैसे की मांग करते हैं।। *
जोधपुर, 21 सितंबर।जोधपुर के केंद्रीय कारागृह के अधिकांश बंदी आज शाम से भूख हड़ताल पर रहे । यह बंदी जेल में खाने-पीने और आवश्यकता की वस्तुओं में कटौती करने और मुलाकात के दौरान परिजनों के साथ दुर्व्यवहार करने के विरोध में हड़ताल पर गए हैं। गौरतलब है कि जोधपुर के केंद्रीय कारागृह में विभिन्न मामलों के करीब 16 सौ बंदी जेल में बंद है ।आज शाम से शुरू हुई भूख हड़ताल में सिर्फ लाचार बैरिक, पागल बैरिक और अस्पताल को हड़ताल से अलग रखा गया है ।बाकी सभी बंदियों ने शाम को भूख हड़ताल की। बंदियों का कहना है कि जेल में पिछले काफी समय से कैंटीन में मिल रही बीड़ी की बिक्री अचानक बंद कर दी गई जिससे बंदियों को बहुत ही असुविधा और परेशानी हुई। इसी तरह लंगर में कई अवस्थाएं हैं और लंगर की ओर से चाय के भाव अचानक ₹500 से ₹2000 प्रति किलो कर दिया गया। उल्लेखनीय है कि जेल परिसर में सरकारी स्तर पर ठेके के अलावा खान पान का बंदियों को अघोषित रूप से ठेका दिया जाता है और यह बंदी खाद्य सामग्री काफी ऊंची दामो पर अन्य कैदियों को बेचते हैं। पिछले काफी समय से जेल में चाय के भाव ₹500 प्रति किलो थे जो अब अचानक ₹2000 प्रति किलो कर दिए गये। इसी तरह मुलाकात पर आने वाले परिजनों के साथ जेल के मुख्य द्वार से लेकर मुलाक़ात स्थल तक कई चरणों में जेल कर्मचारी दुर्व्यवहार करते हैं , उनके साथ धक्का-मुक्की करते हैं , चेकिंग के नाम पर सामान निकाल लेते हैं और मुलाकात भी निर्धारित समय से कम समय की करवाते हैं और पैसे की मांग करते हैं।। *
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