शनिवार, 22 सितंबर 2018

बाड़मेर जख्म गहरे होते जा रहे थे मरहम लगाने वाला कोई नही था::मानवेन्द्र सिंह

बाड़मेर जख्म गहरे होते जा रहे थे मरहम लगाने वाला कोई नही था::मानवेन्द्र सिंह

बाड़मेर वाजपेयी सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे जसवंत सिंह के बेटे और विधायक मानवेंद्र सिंहने बीजेपी छोड़ दी है. बाड़मेर में आज स्वाभिमान रैली को संबोधित करते हुये कहा मानवेंद्र सिंह ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में बाड़मेर चर्चा का विषय था और 2018 में भी हर कोई बाड़मेर की ओर देख रहा है. उन्होंने कहा कि बाड़मेर में इससे पहले कई गौरव औप संकल्प रैली हो चुकी हैं लेकिन आज स्वाभिमान रैली है. आज हमें कुछ बात करने की जरूरत है. लोग कहते हैं आप कुछ बोलते नही हैं. वह कहते हैं कि बताओ क्या हुआ है और आज में बताने जा रहा हूं. यह सरकार का आदेश है कि जो भी उसके खिलाफ हो उसके फोन टैप करो.  मानवेंद्र ने कहा, 'मोदी जी ने साल 2014 में मुझे फोन किया और कहा कि हमारे बीच पुराने रिश्ते रहे हैं और बाड़मेर में टिकट को लेकर जो कुछ भी हुआ वह बहुत ही दुखद है. मेरे इसमें कुछ भी लेनादेना नहीं है. मैं उस मीटिंग में नहीं था जब यह फैसला किया गया. मैं कुछ भी नहीं कर सका. मानवेंद्र ने आगे कहा कि मोदी जी ने बताया कि जसवंत सिंह को टिकट न मिलने देने की साजिश के पीछे जयपुर से दो लोग और दिल्ली में बैठा कोई एक शख्स था. मानवेंद्र सिंह ने बीजेपी के शीर्ष नेताओं पर निशाना साधते हुये कहा कि उन्होंने सभी मुद्दों पर बात की लेकिन कुछ नहीं हुआ. जख्म गहरे हो रहे थे और कोई सुनने को तैयार नहीं था.
उन्होंने कहा कि अब मामला सिर्फ बाड़मेर का नहीं है पूरे राजस्थान का मुद्दा है. अपने समर्थकों से अपील करते हुए मानवेंद्र सिंह ने कहा कि अपने अंदर की आग को जलाए रखना...पूरे राजस्थान में फैलाना है. उन्होंने सीएम वसुंधरा राजे को चुनौती देते हुए कहा कि एक तूफान यहां से उठ रहा है जो पूरब की ओर बढ़ रहा है और यह जयपुर पहुंचेगा. हालांकि बीजेपी छोड़ने की घोषणा के बाद मानवेंद्र सिंह ने यह साफ नहीं किया है कि वह कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं या नहीं. उन्होंने सिर्फ इतना कहा, 'जनता जो कहेगी वहीं जाऊंगा'.

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