गुरुवार, 13 सितंबर 2018

जैसलमेर बाबा रामदेव का मेला परवान पर, 20 लाख श्रद्धालुओं ने किए समाधि के दर्शन*

*जैसलमेर बाबा रामदेव का मेला परवान पर, 20 लाख श्रद्धालुओं ने किए समाधि के दर्शन*



रामदेवरा बाबा रामदेव के मेले में बाबा की  समाधि के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के आने का क्रम अनवरत रूप से जारी है। देश के अलग-अलग हिस्सों से आए हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा की समाधि के दर्शन किए। देश के अलग-अलग शहरों व गांवों से श्रद्धालु नाचते गाते बाबा की समाधि के दर्शनों के लिए यहां पहुंचे। इन दिनों गांव से जुडऩे वाली सभी सडक़ों पर पदयात्रियों की रेलमपेल देखने को मिल रही है। अलसुबह तीन बजे बाद मंदिर के द्वार खुलते ही श्रद्धालुओं का हुजूम समाधि के दर्शनों के लिए उमड़ पड़ता है तथा दिनभर श्रद्धालुओं की लम्बी कतारें लगी रहती है। इन दिनों नोखा धर्मशाला तक दिनभर लम्बी कतारें नजर आ रही है। बाबा रामदेव के जयकारों से वातावरण पूर्णतया धर्ममय नजर आ रहा है। भीड़ को देखते हुए पुलिस की ओर से भी सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए है तथा यहां सशस्त्र पुलिस बल की कई टुकडिय़ां तैनात की गई है।

रंग बिरंगी ध्वजाएं लिए श्रद्धालुओं का उत्साह व श्रद्धा का माहौल चरम सीमा पर:-
लोकदेवता बाबा रामदेव के मेले में दिनभर भीड़ व गहमा गहमी देखने को मिली। चारों तरफ रंग बिरंगी ध्वजाएं लिए श्रद्धालुओं का उत्साह व श्रद्धा का माहौल चरम सीमा पर था। मेला चौक, मंदिर के मुख्य द्वार, मंदिर परिसर, स्टेशन रोड़, पोकरण रोड़ सभी मार्गों पर देश के कोने-कोने से आए हजारों की संख्या में श्रद्धालु नजर आ रहे थे। चारों तरफ बाबा के जयकारे लगाते पदयात्रियों के जत्थे व अन्य श्रद्धालु देखे जा सकते है। मंगलवार को बाबा रामदेव मेला शुभारंभ के बाद गुरुवार को ऐसा लग रहा था कि मानो पूरा हिन्दुस्तान ही रामदेवरा पहुंच गया हो। यहां आए हजारों श्रद्धालुओं ने देर रात तक बाबा की समाधि के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। बाबा की समाधि के दर्शनों के लिए प्रतिदिन की शाम पहुंचे रहे अधिकांश श्रद्धालु मंदिर के मुख्य द्वार से नोखा धर्मशाला तक कतारों में खड़े रहे तथा रात्रि एक बजे मंदिर बंद होने पर जो दर्शनार्थी कतार में जहां खड़ा था, वहीं सो गया तथा अलसुबह तीन बजे जैसे ही मंदिर के द्वार खुले तो श्रद्धालु वहीं से उठकर बाबा के जयकारे लगाते हुए कतारों में लग गए। श्रद्धालुओं की भीड़ के चलते दर्शनार्थियों को बाबा की समाधि तक पहुंचने में बुधवार को 2 से 3 घंटे लग गए, लेकिन दर्शनार्थियों ने बिना हार माने बाबा की समाधि के देर रात तक भी दर्शन किए।

लम्बी ध्वजाएं लेकर पहुंचे श्रद्धालु:-
रामदेवरा आने वाले अधिकांश श्रद्धालु बाबा रामदेव की प्रिय ध्वजा लेकर रामदेवरा पहुंचे। जिससे गुरुवार को चारों तरफ छोटी बड़ी रंग बिरंगी ध्वजाएं ही ध्वजाएं दिखाई दे रही थी। यहां आए कई श्रद्धालु 60 फीट तक लम्बी तथा कई श्रद्धालु 30 फीट तक लम्बी ध्वजाएं लेकर पहुंचे। उन्होंने बाबा रामदेव के मंदिर में ध्वजाएं चढाकर अपनी आस्था का इजहार किया। कई श्रद्धालु मंदिर में ध्वजा लेकर नहीं पहुंच सके, तो उन्होंने रामसरोवर के किनारे पेड़ों व यहां तालाब के घाटों पर लगी बेरीकेडिंग पर भी ध्वजाएं बांध दी। जिसके चलते रामसरोवर के घाटों पर चारों तरफ रंग बिरंगी ध्वजाएं लहरा रही थी।

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