जैसलमेर। शहादत को नमन‘ में मुख्यमंत्री ने युद्धवीरों को किया नमन
जैसलमेर। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने मंगलवार को जैसलमेर के वार म्यूजियम पहुंचकर जैसलमेर निवासी शहीद सैनिक योद्धाओं को नमन किया। मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम में युद्ध वीरांगनाआंे, शहीद आश्रितों, शौर्यचक्र प्राप्त सैनिकों को सम्मानित किया। उन्होंने वार म्यूजियम परिसर में खजूर का पौधा लगाकर वृक्षारोपण किया।
मुख्यमंत्री ने ‘शहादत को नमन‘ कार्यक्रम के अन्तर्गत शोक धुन के साथ जैसलमेर के योद्वाओं की शहादत के प्रति पुष्पचक्र चढाकर श्रद्वांजलि अर्पित की। उन्होंने शौर्यचक्र प्राप्त युद्ध सैनिकों, सेना मेडल प्राप्त सैनिकों, युद्ध विकलांग, शहीद वीरांगनाएं तथा शहीद आश्रितों को इस अवसर पर सम्मानित भी किया।
इसके तहत मुख्यमंत्री ने शौर्यचक्र प्राप्त छोटूसिंह, वर्ष 1971 के युद्व में ‘मेनसन इन डिस्पेच अवार्ड‘ प्राप्त रिसालदार प्रयागसिंह, सेना मेडल प्राप्त सुबेदार अनूपसिंह, युद्व विकलांग पूर्व सैनिक सगतसिंह, सीनियर वैटर्न कम्यूटेषन कार्ड प्राप्त कैप्टन आमसिंह, सीनियर वैटर्न कैप्टन अमरसिंह को शाॅल ओढ़ाकर सम्मानित किया। उन्होंने शहीद वीरांगनाओं में श्रीमती राधा पत्नी सूबेदार शहीद पर्वतसिंह, श्रीमती दाखों कवंर, श्रीमती सुआ कंवर पत्नी पैराटूªपर नखतसिंह, श्रीमती शायर कंवर पत्नी नायक अमरसिंह, श्रीमती पदम कंवर पत्नी उदयसिंह सोढा, श्रीमती बबरी देवी पत्नी नायक सूबेदार किषोरसिंह, श्रीमती पंेपों देवी पत्नी कांस्टेबल रमणलाल और नायक नरपतसिंह की पत्नी को भी शाॅल ओढ़ाकर शहीदों की शहादत को नमन किया। श्रीमती राजे ने शहीदों के आश्रितों गवलसिंह पुत्र उतमसिंह, आश्रित इस्माइलखां पुत्र इंस्पेक्टर फतेहखां मेहर, आश्रित कालूदान शहीद सिपाही रामसिंह के भाई, आश्रित षिवदानसिंह पिता लांस नायक वीर बहादुरसिंह को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने ‘वार म्यूजियम‘ परिसर में खजूर का वृक्ष भी लगाया।
जैसलमेर। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने मंगलवार को जैसलमेर के वार म्यूजियम पहुंचकर जैसलमेर निवासी शहीद सैनिक योद्धाओं को नमन किया। मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम में युद्ध वीरांगनाआंे, शहीद आश्रितों, शौर्यचक्र प्राप्त सैनिकों को सम्मानित किया। उन्होंने वार म्यूजियम परिसर में खजूर का पौधा लगाकर वृक्षारोपण किया।
मुख्यमंत्री ने ‘शहादत को नमन‘ कार्यक्रम के अन्तर्गत शोक धुन के साथ जैसलमेर के योद्वाओं की शहादत के प्रति पुष्पचक्र चढाकर श्रद्वांजलि अर्पित की। उन्होंने शौर्यचक्र प्राप्त युद्ध सैनिकों, सेना मेडल प्राप्त सैनिकों, युद्ध विकलांग, शहीद वीरांगनाएं तथा शहीद आश्रितों को इस अवसर पर सम्मानित भी किया।
इसके तहत मुख्यमंत्री ने शौर्यचक्र प्राप्त छोटूसिंह, वर्ष 1971 के युद्व में ‘मेनसन इन डिस्पेच अवार्ड‘ प्राप्त रिसालदार प्रयागसिंह, सेना मेडल प्राप्त सुबेदार अनूपसिंह, युद्व विकलांग पूर्व सैनिक सगतसिंह, सीनियर वैटर्न कम्यूटेषन कार्ड प्राप्त कैप्टन आमसिंह, सीनियर वैटर्न कैप्टन अमरसिंह को शाॅल ओढ़ाकर सम्मानित किया। उन्होंने शहीद वीरांगनाओं में श्रीमती राधा पत्नी सूबेदार शहीद पर्वतसिंह, श्रीमती दाखों कवंर, श्रीमती सुआ कंवर पत्नी पैराटूªपर नखतसिंह, श्रीमती शायर कंवर पत्नी नायक अमरसिंह, श्रीमती पदम कंवर पत्नी उदयसिंह सोढा, श्रीमती बबरी देवी पत्नी नायक सूबेदार किषोरसिंह, श्रीमती पंेपों देवी पत्नी कांस्टेबल रमणलाल और नायक नरपतसिंह की पत्नी को भी शाॅल ओढ़ाकर शहीदों की शहादत को नमन किया। श्रीमती राजे ने शहीदों के आश्रितों गवलसिंह पुत्र उतमसिंह, आश्रित इस्माइलखां पुत्र इंस्पेक्टर फतेहखां मेहर, आश्रित कालूदान शहीद सिपाही रामसिंह के भाई, आश्रित षिवदानसिंह पिता लांस नायक वीर बहादुरसिंह को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने ‘वार म्यूजियम‘ परिसर में खजूर का वृक्ष भी लगाया।
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