रोते हुए बेटी बोली पापा मुझे मत मारो, परिवार सहित कुएं में कूदकर दी जान
बैतूल. बारस्कर कॉलोनी के रहने वाले कैश वेन ड्राइवर ने मंगलवार को पत्नी तथा साढ़े तीन साल की बेटी के साथ कुएं में कूदकर आत्महत्या कर ली। मृतक द्वारा छोड़े सुसाइड नोट में यह बात सामने आई कि मृतक ने पहले जहर खाकर आत्महत्या करने का सोचा था, लेकिन उसकी बेटी ने जहर खाने से इनकार कर कहा-पापा मुझे नहीं मरना है और वह रोने लगी। इसके बाद उन्होंने अपना इरादा बदल दिया और मकान मालिक से नागपुर जाने का कहकर निकल गया। इसके बाद तीनों के शव जावरा गांव में कुएं में मिले।
एसपी डीआर तेनीवार ने बताया मंगलवार सुबह जब दूध वाला इस परिवार के बारस्कर कॉलोनी के मकान में दूध देने गया तो मकान मालिक सुरेश मालवीय ने बताया कि परिवार नागपुर इलाज कराने गया है, तब दूध वाले ने बताया कि दरवाजा तो खुला है, जब मकान मालिक और दूधवाला घर में गए तो पलंग पर मिले पत्र में लिखा था कि मुझ पर करीब दो लाख का कर्ज है और कर्ज वाले परेशान कर रहे हैं। सुसाइड नोट में उल्लेख है कि सुबह पुत्री को जहर दे रहा था, लेकिन बेटी ने जहर खाने से इनकार करते हुए कहा- पापा मुझे जीना है। बच्ची की बात सुनकर मैं भी रोने लग गया। इसके बाद अपना इरादा बदल दिया।
मकान मालिक ने डायल 100 को दी थी सूचना : मृतक विनोद के घर में सुसाइड नोट पढ़ने के बाद मकान मालिक सुरेश मालवीय ने डायल 100 को सूचना दी कि नागपुर का इलाज कराने का कहकर विनोद परिवार सहित निकले हैं, लेकिन घर में सुसाइड नोट मिला है। जिसके अनुसार यह गलत कदम उठा सकते हैं। इसके बाद पुलिस ने सुबह 11 बजे गुमशुदगी दर्ज कर तलाश शुरू की। इसके बाद दोपहर एक बजे तीनों के शव मिले।
पुलिस ने जेब में रखा सुसाइड नोट किया जब्त : मृतक विनोद ने दो सुसाइड नोट लिखे थे। एक सुसाइड नोट मृतक के जेब में मिला। जिसके पानी में भीगने के कारण पढ़ने में नहीं आ रहा है। मृतक बैतूल में सुरेश मालवीय के मकान में किराए से रहता था। पुलिस ने जांच कर घर सील कर सुसाइड नोट जब्त किया है।
ससुर ने कहा कर्ज के कारण परेशान करता था विनोद : मृतक के ससुर साहब लाल खंडागरे ने बताया विनोद कर्ज से परेशान था। इस कारण वह अक्सर मानसिक तनाव में रहता था। शायद कर्ज से परेशान होकर उसने परिवार सहित आत्महत्या की। मृतक के भाई सुनील बारस्कर ने बताया विनोद 6 साल से बैतूल में रहकर बैंक का कैश वेन चलाता था। 2 हजार रुपए प्रति माह बजाज फाइनेंस का लोन भरता था। आर्थिक तंगी से परेशान होकर उसने आत्महत्या की है।
बैतूल. बारस्कर कॉलोनी के रहने वाले कैश वेन ड्राइवर ने मंगलवार को पत्नी तथा साढ़े तीन साल की बेटी के साथ कुएं में कूदकर आत्महत्या कर ली। मृतक द्वारा छोड़े सुसाइड नोट में यह बात सामने आई कि मृतक ने पहले जहर खाकर आत्महत्या करने का सोचा था, लेकिन उसकी बेटी ने जहर खाने से इनकार कर कहा-पापा मुझे नहीं मरना है और वह रोने लगी। इसके बाद उन्होंने अपना इरादा बदल दिया और मकान मालिक से नागपुर जाने का कहकर निकल गया। इसके बाद तीनों के शव जावरा गांव में कुएं में मिले।
एसपी डीआर तेनीवार ने बताया मंगलवार सुबह जब दूध वाला इस परिवार के बारस्कर कॉलोनी के मकान में दूध देने गया तो मकान मालिक सुरेश मालवीय ने बताया कि परिवार नागपुर इलाज कराने गया है, तब दूध वाले ने बताया कि दरवाजा तो खुला है, जब मकान मालिक और दूधवाला घर में गए तो पलंग पर मिले पत्र में लिखा था कि मुझ पर करीब दो लाख का कर्ज है और कर्ज वाले परेशान कर रहे हैं। सुसाइड नोट में उल्लेख है कि सुबह पुत्री को जहर दे रहा था, लेकिन बेटी ने जहर खाने से इनकार करते हुए कहा- पापा मुझे जीना है। बच्ची की बात सुनकर मैं भी रोने लग गया। इसके बाद अपना इरादा बदल दिया।
मकान मालिक ने डायल 100 को दी थी सूचना : मृतक विनोद के घर में सुसाइड नोट पढ़ने के बाद मकान मालिक सुरेश मालवीय ने डायल 100 को सूचना दी कि नागपुर का इलाज कराने का कहकर विनोद परिवार सहित निकले हैं, लेकिन घर में सुसाइड नोट मिला है। जिसके अनुसार यह गलत कदम उठा सकते हैं। इसके बाद पुलिस ने सुबह 11 बजे गुमशुदगी दर्ज कर तलाश शुरू की। इसके बाद दोपहर एक बजे तीनों के शव मिले।
पुलिस ने जेब में रखा सुसाइड नोट किया जब्त : मृतक विनोद ने दो सुसाइड नोट लिखे थे। एक सुसाइड नोट मृतक के जेब में मिला। जिसके पानी में भीगने के कारण पढ़ने में नहीं आ रहा है। मृतक बैतूल में सुरेश मालवीय के मकान में किराए से रहता था। पुलिस ने जांच कर घर सील कर सुसाइड नोट जब्त किया है।
ससुर ने कहा कर्ज के कारण परेशान करता था विनोद : मृतक के ससुर साहब लाल खंडागरे ने बताया विनोद कर्ज से परेशान था। इस कारण वह अक्सर मानसिक तनाव में रहता था। शायद कर्ज से परेशान होकर उसने परिवार सहित आत्महत्या की। मृतक के भाई सुनील बारस्कर ने बताया विनोद 6 साल से बैतूल में रहकर बैंक का कैश वेन चलाता था। 2 हजार रुपए प्रति माह बजाज फाइनेंस का लोन भरता था। आर्थिक तंगी से परेशान होकर उसने आत्महत्या की है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें