आनंदपाल एनकाउंटर सीन रि-क्रिएशन पर उठे सवाल, मुठभेड़ रात के अंधेरे में एक बल्ब के नीचे, फिर दिन में कवायद क्यों?

आनंदपाल एनकाउंटर सीन रि-क्रिएशन पर उठे सवाल, मुठभेड़ रात के अंधेरे में एक बल्ब के नीचे, फिर दिन में कवायद क्यों?



चूरू। सीबीआई व सीएफएसएल टीम की ओर से गांव मालासर में आनंदपाल सिंह एनकाउंटर का सीन रि-क्रिएट किया जा रहा है। लेकिन इस बीच आनंदपाल की पत्नी राज कंवर और उनके अधिवक्ताओं ने इस सीन रि-क्रिएशन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। राजपूत नेता सीबीआई की ओर से की जा रही इस कवायद को खानापूर्ति बता रहे हैं। इस पक्ष का कहना है कि एनकाउंटर का वास्तविक घंटनाक्रम रात के अँधेरे में एक बल्ब की रोशनी में हुआ था, लेकिन सीन रि-क्रिएशन का काम सुबह दिन के उजाले में किया जा रहा है। ये उन परिस्थितियों से बिलकुल अलग होगा जो उस समय एनकाउंटर के दौरान बनी थीं।

आनंदपाल एनकाउंटर सीन रि-क्रिएशन पर उठे सवाल, मुठभेड़ रात के अंधेरे में एक बल्ब के नीचे, फिर दिन में कवायद क्यों?

ये उठ रहे सवालदरअसल, 13 महीने सात दिन बाद फिर से पांच लाख के इनामी बदमाश आनंदपाल सिंह के एनकांटर का सीन रि-क्रिएट हो रहा है। इस आभासी एनकाउंटर को सीबीआई जांच के लिए री-क्रिएट किया जा रहा है। लेकिन सीबीआई की जांच के इस पहलू पर सवाल उठाए जा रहे हैं। राजपूत नेताओं का कहना है कि जिस तरह से रात के अंधेरे में एक बल्ब की रोशनी में आनंदपाल को गोली मारी गई थी ठीक उसी तरह से इसे आभासी एनकाउंटर को भी रात के अंधेरे में एक बल्ब की रोशनी में किया जाना चाहिए। लेकिन सीबीआई अपनी सुविधा के अनुसार काम कर रही है।



इस बीच सीबीआई और एफएसएल की टीम एक दिन पहले ही चूरू पहुंच चुकी है और आनंदपाल के परिजनों से कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज भी उन्होनें लिए है। बताया जा रहा है कि इस एनकांउटर में सीबीआई एसओजी और एटीएस के अफसरों के साथ ही हरियाणा पुलिस के उन अफसरों को भी बुलाया गया है जो उस समय एनकाउंटर के समय वहां मौजूद थे।





ये होगा सीन रि-क्रिएशन मेंसीबीआई के डीएसपी सुनील सिंह रावत ने बताया कि सीएफएसएल टीम की ओर से गांव मालासर में आनंदपाल सिंह एनकाउंटर का सीन रि-क्रिएट करवाया जा रहा है। एनकाउंटर के समय मौजूद सभी 59 पुलिस अधिकारी व कर्मचारी मौजूद हैं।



इस मामले में सीएफएसएल की रिपोर्ट महत्वपूर्ण होगी। सीन रि-क्रियेट में एनकाउंटर के समय मौजूद पुलिस अधिकारी व कर्मचारी कहां किस पोजीशन में खड़ा था, किसने कितने फायर कहां किए। रावत ने बताया कि सीन रि-क्रिएट में लगभग तीन-चार घंटे लगेंगे। इस दौरान सीबीआई टीम के सदस्य, दिल्ली से आईसीएफएसएल टीम के सदस्य आदि मौजूद रहेंगे।


सीबीआई को देंगे अहम सबूतआनंदपाल सिंह एनकाउंटर की सीबीआई जांच मामले में आज उस समय नया मोड़ आ गया। जब आनंदपाल सिंह की पत्नी राजकंवर हाइकोर्ट के एक निर्णय के साथ चूरू पहुंची। प्रेसवार्ता में राजकंवर के साथ उनके अधिवक्ता भी मौजूद रहे।

प्रेसवार्ता में राजकंवर की मौजूदगी में उनके अधिवक्ता नरेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि उनकी ओर से हाइकोर्ट के निर्णय के हवाले से सीबीआई को मामले से जुड़े कुछ अहम सबूत पेश किए जांएगे। एडवोकेट राठौड़ ने बताया कि जांच एजेंसियों को पहले भी एनकाउंटर को फर्जी साबित करने वाले सबूत पेश किए गए थे। मगर उनकी ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसलिए पीडि़त राज कंवर की ओर से हाइकोर्ट में परिवाद पेश किया गया था, जिसका निस्तारण करते हुए हाइकोर्ट ने आदेश दिया कि पीडि़ता के पास जो भी सबूत हैं। उन्हें वे जांच एजेंसी के सुपुर्द कर सकती हैं, यदि फिर भी उन्हें संतुष्टि नहीं मिले तो हाइकोर्ट का दरवाजा खुला है।

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