शनिवार, 7 जुलाई 2018

अजमेर ख्वाजा साहब की दरगाह के आगे फकीर की लाश घसीट के ले गए

अजमेर में मानवता एक बार फिर शर्मसार होती नजर आई. यह वाक्यां अजमेर के दरगाह इलाके का है. दरगाह इलाके के जन्हा दरगाह के पास कुछ मासुम बच्चों ने एक शव को देखा. बच्चे शव के पास गए. दरगाह के पास मरे हुए व्यक्ति को देखकर उन्हें पुलिस को इसकी खबर देने की सूझी. लेकिन इन मासूम कंधों में इतनी ताकत नहीं थी कि लाश को उठा कर ले जा सकें. ऐसे में बच्चों ने बॉड़ी को घसीटना शुरू कर दिया.



अजमेरअजमेर में मानवता एक बार फिर शर्मसार होती नजर आई. यह वाक्यां अजमेर के दरगाह इलाके का है. दरगाह इलाके के जन्हा दरगाह के पास कुछ मासुम बच्चों ने एक शव को देखा. बच्चे शव के पास गए. दरगाह के पास मरे हुए व्यक्ति को देखकर उन्हें पुलिस को इसकी खबर देने की सूझी. लेकिन इन मासूम कंधों में इतनी ताकत नहीं थी कि लाश को उठा कर ले जा सकें. ऐसे में बच्चों ने बॉड़ी को घसीटना शुरू कर दिया. 

माना जा रहा है कि यह बॉडी एक फकीर की है. खबरों की मानें तो गुरुवार को ही इस फकीर ने दरगाह के सामने दम तोड़ दिया था. लेकिन न तो स्थानीय लोगों और न ही प्रशासन ने इस मामले पर कुछ किया. यहां तक कि आने जाने वाले किसी इंसान की इंसानियत भी नही जागी और फकीर की बॉड़ी लावारिश पड़ी रही.

अगले दिन सुबह बच्चों ने फकीर की बॉडी देखा. कुछ समझ न आने पर बच्चे बॉडी को रास्ते पर घसीटते हुए पुलिस थाने की ओर चल पड़े. हद तो तब हो गई जब बच्चे बॉडी को घसीटते हुए ले जा रहे थे तब भी कोई मदद को आगे नही आया. सभी स्थानीय लोग और आने-जाने वाले तमाशबीन बनकर तमाशा देखते रहे. बाद में ये बच्चे फकीर की बॉडी को दरगाह थाने के गेट पर छोड़ कर चले गए.


हालांकि घटना के बाद पुलिस प्रशासन सफाई देता हुआ नजर आया. अजमेर एसपी राजेन्द्र सिंह मीडिया से कहा से "किसी भी व्यक्ति द्वारा इस फकीर की मौत की सूचना पुलिस को नहीं दी गई. बच्चो द्वारा शायद किसी के कहने पर ऐसा किया गया है. जिसमें पुलिस की कोई भूमिका नहीं है'. अब पुलिस प्रशासन कितनी भी सफाई दे लेकिन इस पूरे मामले पर हुए अनदेखी से वह पल्ला नही झाड़ सकती.
  

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