सोमवार, 2 अप्रैल 2018

बाड़मेर। दलित संघठनो का हिंसक प्रदर्शन , लाठिया के जोर पर दुकाने बंद करावने के प्रयास , पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था में चूक

बाड़मेर। दलित संघठनो का हिंसक प्रदर्शन , लाठिया के जोर पर दुकाने बंद करावने के प्रयास , पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था में चूक 


बाड़मेर। एससी-एसटी एक्ट के तहत दर्ज मामलों में तत्काल गिरफ्तारी पर रोक लगाने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में दलित संगठनों ने आज सोमवार को भारत बंद के तहत बाड़मेर बंद करने का आह्वान किया। इसके तहत कई पार्टीयो और संघठनो के लोग सड़को पर उतरे है। दलित संगठनों में हिंसक प्रदर्शन देखने को मिला। प्रदर्शनकारी हाथो में डंडे लाठिया के जोर पर व्यापारियों से उनके प्रतिष्ठान बंद करवाते नजर आये। नेशनल हाइवे पर जाम जैसे हालत ओर होटलो में तोड़फोड़ होने के खबर मिले। वही शहर के चोहटन चोराये पर प्रदर्शनकारी और दुकानदारो के बीच लाठी भाटा जंग हुई।



शहर के कई स्थानों पर स्थति तनावपूर्ण हो गई। जिसके बाद उन्हें नियंत्रित करने के लिए लाठी चार्ज एवं आंसू गैस के गोले दागे गए। वही कुछ लोगो के घायल होने खबर। लेकिन सुरक्षा बंदोबस्त के बावजूद युवाओं की टोलियों ने हुड़दंग किया। इसके चलते शहर में स्थिति तनावपूर्ण रही। 


पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था में चूक 
उपद्रव के दौरान सुरक्षा में चूक के चलते हालत बद से बद्तर हो गए जिसका खामियाजा बाड़मेर में उपद्रव ,अशांति,लाठी भाटा जंग तोड़ फोड़ मारपीट लाठी चार्ज ,की शक्ल
 में पेश आया। प्रदर्शनकारियों के आगे पुलिस बेबस नजर आई।

सुप्रीम कोर्ट ने क्या फैसला दिया था
सुप्रीम कोर्ट ने 20 मार्च को जारी एक आदेश में एससी-एसटी एक्ट के दुरुपयोग पर चिंता जताते हुए इसके तहत तत्काल गिरफ्तारी या आपराधिक मामला दर्ज करने पर रोक लगा दी थी।
- कोर्ट ने एससी-एसटी एक्ट के तहत दर्ज होने वाले केसों में अग्रिम जमानत को भी मंजूरी दे दी थी



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