बहुचर्चित रितु प्रकरण :- राजस्थान हाईकोर्ट ने कश्मीर डीजीपी व कुपवाड़ा एसपी को नोटिस जारी कर 11 मई तक जवाब तलब करने के दिये आदेश
बाड़मेर । गत माह बाड़मेर की युवती को कश्मीरी युवक द्वारा बहला-फुसलाकर भगा ले जाने व शादी कर कश्मीर में बंधक बनाने के मामले को लेकर दायर बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका की सुनवाई बुधवार जोधपुर
सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की ओर से अतिरिक्त महाधिवक्ता ने सरकार की ओर से पैरवी करते हुए बताया कि इस मामले में कश्मीर के कुपवाड़ा इलाका बेहद संवेदनशील है तथा बाड़मेर पुलिस को कश्मीर की स्थानीय पुलिस का सपोर्ट होना बेहद जरूरी है। इस पर हाईकोर्ट ने इस दलील पर कश्मीर के डीजीपी व कुपवाड़ा एसपी के साथ ही कश्मीरी युवक गुलजार अहमद को नोटिस जारी करते हुए 11 मई तक जवाब तलब किया है।
प्रकरण के अनुसार वरिष्ठ अधिवक्ता नीलकमल बोहरा व गोकुलेश बोहरा ने राजस्थान हाईकोर्ट में याचिका दायर कर कोर्ट को बताया था कि कश्मीर निवासी युवक गुलजार अहमद बाड़मेर की युवती को बहला-फुसला कर कश्मीर ले गया और उसे वहां बंधक बनाकर रख रहा है। इस पर हाईकोर्ट ने मामले में राज्य सरकार को नोटिस जारी करते हुए जवाब तलब किया था। इस मामले में पूर्व में भी बाड़मेर पुलिस कई बार कश्मीर जाकर बैंरग लौटी थी।
बाड़मेर । गत माह बाड़मेर की युवती को कश्मीरी युवक द्वारा बहला-फुसलाकर भगा ले जाने व शादी कर कश्मीर में बंधक बनाने के मामले को लेकर दायर बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका की सुनवाई बुधवार जोधपुर
हाईकोर्ट में हुई। इस मामले में न्यायाधीश संगीतराज लोढ़ा की खंडपीठ ने सुनवाई की।
सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की ओर से अतिरिक्त महाधिवक्ता ने सरकार की ओर से पैरवी करते हुए बताया कि इस मामले में कश्मीर के कुपवाड़ा इलाका बेहद संवेदनशील है तथा बाड़मेर पुलिस को कश्मीर की स्थानीय पुलिस का सपोर्ट होना बेहद जरूरी है। इस पर हाईकोर्ट ने इस दलील पर कश्मीर के डीजीपी व कुपवाड़ा एसपी के साथ ही कश्मीरी युवक गुलजार अहमद को नोटिस जारी करते हुए 11 मई तक जवाब तलब किया है।
प्रकरण के अनुसार वरिष्ठ अधिवक्ता नीलकमल बोहरा व गोकुलेश बोहरा ने राजस्थान हाईकोर्ट में याचिका दायर कर कोर्ट को बताया था कि कश्मीर निवासी युवक गुलजार अहमद बाड़मेर की युवती को बहला-फुसला कर कश्मीर ले गया और उसे वहां बंधक बनाकर रख रहा है। इस पर हाईकोर्ट ने मामले में राज्य सरकार को नोटिस जारी करते हुए जवाब तलब किया था। इस मामले में पूर्व में भी बाड़मेर पुलिस कई बार कश्मीर जाकर बैंरग लौटी थी।
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