बाड़मेर अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस पर ग्रुप फ़ॉर पीपल द्वारा महिला शसक्तीकरण सम्मेलन आयोजित किया
महिलाओं को आर्थिक मोर्चे पर सक्षम करने और रोजगार से जोड़ने की जरूरत।।आज़ाद सिंह राठौड़
बाड़मेर अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस पर ग्रुप फ़ॉर पीपल बाड़मेर द्वारा नेहरू युवा केन्द्र और क्षेत्रीय प्रचार कार्यालय द्वारा जय नारायण व्यास महिला शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय में महिला सशक्तिकरण सम्मेलन का आयोजन युवा उद्द्यमी आज़ाद सिंह राठौड़ के मुख्य आतिथ्य,साध्वी सत्य सिद्धा की अध्यक्षता,ब्रह्म कुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की सुशीला बेन,डॉ राधा रामावत,श्रीमती ज्योति पनपालिया,पीताम्बर सुखानी ,डॉ राजेन्द्र मल सुराणा के विशिष्ट आतिथ्य में आयोजित किया गया।।सम्मेलन को संबोधित करते हुए आज़ाद सिंह राठौड़ ने कहा कि घर महिलाओं से आबाद होकर परिवार बनता हर।आज आवश्यकता महिलाओं को आर्थिक मोर्चे पर सक्षम करने की है।उन्होंने कहा कि महिलाओं को सरकारों द्वारा बहुत से अधिकार दिए हुए है।उन अधिकारों का उपयोग करने के लिए महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के साथ रोजगार उपलब्ध कराना आवश्यक हैं।इस अवसर पर साध्वी सत्य सिद्धा ने कहा कि नारी को सदैव दैवीय शक्ति रूपेण माना गया गया हैं।नारी शक्ति से सब परिचित है।उन्होंने कहा कि सनातन धर्म मे नारी की महत्वता को हमेशा स्वीकार किया है।।इसी की चलते हर भगवान के नाम से पहले उनकी भार्या का नाम आता है।चाहे राधेकृषणा हो या सियाराम ।।उन्होंने कहा कि नारी के सम्मान की बाते करने से सम्मान नही होगा।नारी का सम्मान की शुरुआत आप घर की महिलाओं के सम्मान के साथ करे।उन्होंने कई उदाहरण देते हुए नारी शक्ति की सार्थकता बताई।।इस अवसर पर ब्रमकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की सुशीला बेन ने कहा कि महिलाओं को के बिना संसार की कल्पना बेमानी है।उन्होंने कहा कि घर मे माँ के रूप में एक पूर्ण नारी शक्ति हमारा पालन पोषण कर हमें संस्कार देती है।।आज वक़्त बेटियों का है।।बेटिया बेटों से कम नही बहुत ज्यादा आगे है। डॉ राधा रामावत ने कहा कि बेटियों को शिक्षा के साथ साथ समाज मे प्रेरक बन कार्य करने की आवश्यकता हैं। इस अवसर पर क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी नरेंद्र तनसुखानी,महाविद्यलय सरंक्षक पीताम्बर सुखानी,डॉ राजेन्द्र मल सुराणा,चन्दन सिंह भाटी,दीपा गौड़ ने भी संबोधित कर महिला सशक्तिकरण पर चर्चा की।
प्रतियोगिताएं आयोजित
सम्मेलन के दौरान महिला सशक्तिकरण विषय पर विभिन प्रतियोगिताओ का आयोजन किया गया।प्रतियोगिताओ की विजेताओं निशा खत्री,लक्ष्मी कुमारी,दल्ली, पूजा कंवर,डेजीराज सिंह,कमला,विनीता कुमारी ,शची तिवारी,और लीला कुमारी को अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया।
ये थे उपस्थित
पूर्व विकास अधिकारी डूंगर सिंह बाना,संजय शर्मा,अमित बोहरा,महेश पनपालिया,रमेश सिंह इन्दा,संचालक अनिल सुखानी,रमेश कड़वासरा , नरेंद्र गिराछ,जय परमार,महेंद्र सिंह भाटी,सुरेश जाटोल,स्वरुप सिंह भाटी,के डी चारण,प्राचार्य हितेश आचार्य,डॉ राजेन्द्र मल सुराणा,गोपाल दास सोनी,महिला शक्ति गरिमा सिंह जुगतावत,दीपा गौड़,सुमन,हरखू देवी,प्रीति जोशी युवा समन्वयक ओम् प्रकाश जोशी, क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी नरेंद्र तनसुखानी,राजाराम सहित कई मौजिज लोग कार्यक्रम में उपस्थित थे।।कार्यक्रम का संचालन जया कुमारी ने किया।जया कुमारी के कार्यक्रम दौरान कई बार उपस्थित महिलाए पुरुष भावुक हो गए
महिलाओं को आर्थिक मोर्चे पर सक्षम करने और रोजगार से जोड़ने की जरूरत।।आज़ाद सिंह राठौड़
बाड़मेर अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस पर ग्रुप फ़ॉर पीपल बाड़मेर द्वारा नेहरू युवा केन्द्र और क्षेत्रीय प्रचार कार्यालय द्वारा जय नारायण व्यास महिला शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय में महिला सशक्तिकरण सम्मेलन का आयोजन युवा उद्द्यमी आज़ाद सिंह राठौड़ के मुख्य आतिथ्य,साध्वी सत्य सिद्धा की अध्यक्षता,ब्रह्म कुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की सुशीला बेन,डॉ राधा रामावत,श्रीमती ज्योति पनपालिया,पीताम्बर सुखानी ,डॉ राजेन्द्र मल सुराणा के विशिष्ट आतिथ्य में आयोजित किया गया।।सम्मेलन को संबोधित करते हुए आज़ाद सिंह राठौड़ ने कहा कि घर महिलाओं से आबाद होकर परिवार बनता हर।आज आवश्यकता महिलाओं को आर्थिक मोर्चे पर सक्षम करने की है।उन्होंने कहा कि महिलाओं को सरकारों द्वारा बहुत से अधिकार दिए हुए है।उन अधिकारों का उपयोग करने के लिए महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के साथ रोजगार उपलब्ध कराना आवश्यक हैं।इस अवसर पर साध्वी सत्य सिद्धा ने कहा कि नारी को सदैव दैवीय शक्ति रूपेण माना गया गया हैं।नारी शक्ति से सब परिचित है।उन्होंने कहा कि सनातन धर्म मे नारी की महत्वता को हमेशा स्वीकार किया है।।इसी की चलते हर भगवान के नाम से पहले उनकी भार्या का नाम आता है।चाहे राधेकृषणा हो या सियाराम ।।उन्होंने कहा कि नारी के सम्मान की बाते करने से सम्मान नही होगा।नारी का सम्मान की शुरुआत आप घर की महिलाओं के सम्मान के साथ करे।उन्होंने कई उदाहरण देते हुए नारी शक्ति की सार्थकता बताई।।इस अवसर पर ब्रमकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की सुशीला बेन ने कहा कि महिलाओं को के बिना संसार की कल्पना बेमानी है।उन्होंने कहा कि घर मे माँ के रूप में एक पूर्ण नारी शक्ति हमारा पालन पोषण कर हमें संस्कार देती है।।आज वक़्त बेटियों का है।।बेटिया बेटों से कम नही बहुत ज्यादा आगे है। डॉ राधा रामावत ने कहा कि बेटियों को शिक्षा के साथ साथ समाज मे प्रेरक बन कार्य करने की आवश्यकता हैं। इस अवसर पर क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी नरेंद्र तनसुखानी,महाविद्यलय सरंक्षक पीताम्बर सुखानी,डॉ राजेन्द्र मल सुराणा,चन्दन सिंह भाटी,दीपा गौड़ ने भी संबोधित कर महिला सशक्तिकरण पर चर्चा की।
प्रतियोगिताएं आयोजित
सम्मेलन के दौरान महिला सशक्तिकरण विषय पर विभिन प्रतियोगिताओ का आयोजन किया गया।प्रतियोगिताओ की विजेताओं निशा खत्री,लक्ष्मी कुमारी,दल्ली, पूजा कंवर,डेजीराज सिंह,कमला,विनीता कुमारी ,शची तिवारी,और लीला कुमारी को अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया।
ये थे उपस्थित
पूर्व विकास अधिकारी डूंगर सिंह बाना,संजय शर्मा,अमित बोहरा,महेश पनपालिया,रमेश सिंह इन्दा,संचालक अनिल सुखानी,रमेश कड़वासरा , नरेंद्र गिराछ,जय परमार,महेंद्र सिंह भाटी,सुरेश जाटोल,स्वरुप सिंह भाटी,के डी चारण,प्राचार्य हितेश आचार्य,डॉ राजेन्द्र मल सुराणा,गोपाल दास सोनी,महिला शक्ति गरिमा सिंह जुगतावत,दीपा गौड़,सुमन,हरखू देवी,प्रीति जोशी युवा समन्वयक ओम् प्रकाश जोशी, क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी नरेंद्र तनसुखानी,राजाराम सहित कई मौजिज लोग कार्यक्रम में उपस्थित थे।।कार्यक्रम का संचालन जया कुमारी ने किया।जया कुमारी के कार्यक्रम दौरान कई बार उपस्थित महिलाए पुरुष भावुक हो गए
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