राजस्थान दिवस पर भव्य भजन संध्या में मुख्य आकर्षण होगा धाट मारवाड के रंग़ -
राजस्थान दिवस की भजन संध्या आयोजन की बैठक
राजस्थान दिवस 2018 के अन्तर्गत जिला प्रशासन बाड़मेर द्वारा सफेद आकड़ा सिद्धेश्वर मंदिर महाबार, बाड़मेर में आयोजित होने वाली भजन संध्या के आयोजन हेतु बैठक का आयोजन हुआ। उपखंड अधिकारी नीरज मिश्रा ने आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि राजस्थान दिवस समारोह में भजन संध्या 28 मार्च बुधवार को भव्य रूप से आयोजित करने का आह्वान किया। भजन संध्या के व्यवस्था प्रभारी ग्रामीण विकास एवम चेतना संस्थान के सचिव विक्रमसिंह ने बताया कि कार्यक्रम की रूपरेखा और साज सज्जा के लिये कार्यकत्र्ताओं और स्वंयसेवकों की टीम गठित की गई है। जिसके लिये संस्थान ने लोक कला प्रभाग के समन्वयक अर्जूनसिंह व कुभाराम भाडखा के नेतृत्व मंे स्वंयसेवकों की टीम शहर के विभिन्न इलाकों में जाकर सम्पर्क करेगें। मंदिर प्रबन्धन कमेटी के अध्यक्ष हरनारायण रामावत और रामसिंह भंवरिया ने प्रचार-प्रसार हेतु इस कार्यक्रम को सफल बनाने का पूरा प्रयास किया जायेगा।
राजवेस्ट के सुधीर भंडारी, ग्रामीण विकास एवम चेतना संस्थान की अध्यक्ष रूमादेवी, गणेश बोसिया सहित मंदिर प्रबन्धन कमेटी के सदस्यगणों ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिये अधिकाधीक सहयोग का आहवान किया।
आर्कषण:- भजन संध्या में सगुण और निरगुण भजनों के कलाकारों द्वारा अलग - अलग प्रस्तुतियां दी जायेगी। सनातन परम्परा के संतो की वाणीयां गुंजेगी तो लोक देवता पाबूजी की फड़ पर शोर्य गाथाओं का मंचन भी होगा। दानसिंह बाड़मेर डूंगरपूरी जी के भजन और छमासा गाकर सुनायेगें तो केहराराम गोगाजी, रामदेवजी की सायलें प्रस्तुत करेंगे। धनाऊ के कंुभाराम अपनी मखमली आवाज में वीणा और घड़े के वादन पर राणलीयो, पीर पिथारो गाकर धाट की सुंगध महकायेंगे, महेशाराम द्वारा वारी जाऊं और सदाराम जी का प्यालो प्रेमभर प्रस्तुत किया जायेगा। इसके अलावा बालम महाराज महाबार, नृसिंह बाकोलिया सहित आंमत्रित कलाकारो द्वारा निरगुण भजनों की प्रस्तुतियां दी जायेगी।
राजस्थान दिवस की भजन संध्या आयोजन की बैठक
राजस्थान दिवस 2018 के अन्तर्गत जिला प्रशासन बाड़मेर द्वारा सफेद आकड़ा सिद्धेश्वर मंदिर महाबार, बाड़मेर में आयोजित होने वाली भजन संध्या के आयोजन हेतु बैठक का आयोजन हुआ। उपखंड अधिकारी नीरज मिश्रा ने आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि राजस्थान दिवस समारोह में भजन संध्या 28 मार्च बुधवार को भव्य रूप से आयोजित करने का आह्वान किया। भजन संध्या के व्यवस्था प्रभारी ग्रामीण विकास एवम चेतना संस्थान के सचिव विक्रमसिंह ने बताया कि कार्यक्रम की रूपरेखा और साज सज्जा के लिये कार्यकत्र्ताओं और स्वंयसेवकों की टीम गठित की गई है। जिसके लिये संस्थान ने लोक कला प्रभाग के समन्वयक अर्जूनसिंह व कुभाराम भाडखा के नेतृत्व मंे स्वंयसेवकों की टीम शहर के विभिन्न इलाकों में जाकर सम्पर्क करेगें। मंदिर प्रबन्धन कमेटी के अध्यक्ष हरनारायण रामावत और रामसिंह भंवरिया ने प्रचार-प्रसार हेतु इस कार्यक्रम को सफल बनाने का पूरा प्रयास किया जायेगा।
राजवेस्ट के सुधीर भंडारी, ग्रामीण विकास एवम चेतना संस्थान की अध्यक्ष रूमादेवी, गणेश बोसिया सहित मंदिर प्रबन्धन कमेटी के सदस्यगणों ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिये अधिकाधीक सहयोग का आहवान किया।
आर्कषण:- भजन संध्या में सगुण और निरगुण भजनों के कलाकारों द्वारा अलग - अलग प्रस्तुतियां दी जायेगी। सनातन परम्परा के संतो की वाणीयां गुंजेगी तो लोक देवता पाबूजी की फड़ पर शोर्य गाथाओं का मंचन भी होगा। दानसिंह बाड़मेर डूंगरपूरी जी के भजन और छमासा गाकर सुनायेगें तो केहराराम गोगाजी, रामदेवजी की सायलें प्रस्तुत करेंगे। धनाऊ के कंुभाराम अपनी मखमली आवाज में वीणा और घड़े के वादन पर राणलीयो, पीर पिथारो गाकर धाट की सुंगध महकायेंगे, महेशाराम द्वारा वारी जाऊं और सदाराम जी का प्यालो प्रेमभर प्रस्तुत किया जायेगा। इसके अलावा बालम महाराज महाबार, नृसिंह बाकोलिया सहित आंमत्रित कलाकारो द्वारा निरगुण भजनों की प्रस्तुतियां दी जायेगी।
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