बुधवार, 7 फ़रवरी 2018

बाड़मेर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का जिला स्तरीय शुभारम्भ : डॉ सिंह रामू बाई उच्च माध्यमिक विधालय नेहरु नगर बाड़मेर

बाड़मेर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का जिला स्तरीय शुभारम्भ : डॉ सिंह


रामू बाई उच्च माध्यमिक विधालय नेहरु नगर बाड़मेर



08 फरवरी को जिले में आंगनवाड़ी एवं स्कूल आधारित राष्ट्रीय कृमि मुक्ति

दिवस कार्यक्रम का किया जाएगा आयोजन

बाड़मेर 07 फरवरी :- राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का जिला स्तरीय शुभारम्भ

रामू बाई उच्च माध्यमिक विधालय नेहरु नगर बाड़मेर में उप निदेशक महिला एवं

बाल विकास विभाग जितेन्द्र सिंह नरुका एवं जिला प्रजनन एवं शिशु

स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रीत मोहिंदर सिंह की अध्यक्षता में किया गया |

जिला स्तरीय उद्घाटन कार्यक्रम में चिकित्सा विभाग, महिला एवं बाल विकास

विभाग एवं शिक्षा विभाग से अधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहें |

कार्यक्रम के शुभारम्भ पर उप निदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग जितेन्द्र

सिंह नरुका ने बताया की बच्चो में कृमि नियंत्रण के फायदे खून की कमी में

सुधार, बेहतर पोषण, स्कुल और आगनवाडी में उपस्थित तथा सिखने की क्षमता

में सुधार एवं वातावरण में कृमि की संख्या कम होने पर समुदाय को लाभ

मिलता है |




राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस (डी वर्मिंग डे) के शुभारम्भ पर रामू बाई

उच्च माध्यमिक विधालय में बच्चों को अल्बेंडा जोल कृमि नाशक दवा खिलाई

जाएगी। जिले में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के आयोजन के

अतिरिक्त विभिन्न ब्लॉक्स में भी खंड स्तरीय कार्यक्रमों का आयोजन किया

गया




डॉ प्रीत मोहिंदर सिंह ने बताया कि 1-6 वर्ष तक की आयु के बच्चों को यह

दवा आंगनबाड़ी केन्द्रों पर और 6-19 वर्ष तक के बच्चों को यह दवा

विद्यालयों में खिलाई जाएगी. इसके अलावा गैर पंजीकृत( आंगनबाड़ी ) और

स्कूल नहीं जाने वाले बच्चों को भी यह दवा आंगनबाड़ी पर खिलाई जाएगी. पेट

सम्बन्धी बीमारियां बच्चों के स्वाभाविक विकास को अवरुद्ध करती है, ऐसे

में इस कृमिनाशक दवा को लेने से बच्चे न केवल सेहतमंद रहेंगे बल्कि उनका

मानसिक विकास भी ठीक प्रकार से हो सकेगा।




कार्यक्रम के दोरान उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (स्वास्थ्य)

डॉ पी.सी. दीपन ने बताया कि कृमि संक्रमण से बच्चों में खून की कमी ,

कुपोषण, बैचैनी, उल्टी दस्त और वजन में कमी जैसे कई हानिकारक प्रभाव

देखने में आते हैं . कृमियों के अत्यधिक संक्रमण के कारण बच्चे इतने

बीमार या थके हुए रहने लगते हैं कि वे स्कूल में पढ़ाई पर ध्यान देने या

स्कूल जाने में असमर्थ हो जाते हैं।




इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी जेतमाल सिंह ने

बताया की समाज में जब चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास

विभाग और शिक्षा विभाग एक साथ समन्वय के साथ में काम करे तो समाज में

निशिचित रूप से सुधार आयेगा,




जिला आशा समन्वयक राकेश भाटी ने बताया की अल्बेंडा जोल कृमि नाशक दवा

बच्चों के लिए सुरक्षित दवा है और कृमि नियंत्रण से बच्चों में खून की

कमी में सुधार आता है, साथ ही बच्चों का पोषण स्तर बेहतर होता है. इस

दवाई से बच्चों में बहुत कम साइड इफ़ेक्ट्स होते हैं | भाटी ने बताया की

अपने बच्चो को नजदीकी आंगनवाड़ी केन्द्रों और स्कुलो पर अवश्य लाए और कृमि

नियंत्रण की दवाई निशुल्क खिलवाये, भाटी ने बताया की इस कार्यक्रम को सफल

बनाने में आशा सहयोगिनी एवं आगनवाडी कार्यकर्त्ता की अहम् भूमिका रहेगी |




मॉप-अप दिवस 15 फरवरी, 2018 को आयोजित किया जाना निर्धारित है, जिसमे

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर दवा खाने से वंचित रहे बच्चों को अल्बेंडा

जोल कृमि नाशक दवा खिलाई जाएगी | जिला कार्यक्रम प्रबंधक सचिन भार्गव ने

बताया की इस कार्यक्रम में रामू बाई उच्च माध्यमिक विधालय के

प्रधानाध्यापक मोहन लाल जोशी, एफडीसी आदित्य अग्निहोत्री, भीखाराम परमार,

जितेन्द्र, हरीश, बाड़मेर शहर में कार्यरत समस्त आशा सहयोगिनी एवं

विद्यालय छात्र छात्राये आदि उपस्थित रहे |

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