बालोतरा । वन विभाग की उदासीनता से क्षेत्र के राष्ट्रीय पक्षी मोर का हो रहा शिकार, वन विभाग के अधिकारी नींद मे
रिपोर्ट :- ओमप्रकाश सोनी / बालोतरा
बाड़मेर जिले के बालोतरा उपखंड मे वन विभाग महज एक कागजी विभाग बनकर रह गया है। बालोतरा के क्षेत्रीय अधिकारी कार्यालय ने नियुक्त क्षेत्रीय अधिकारी व अन्य कार्मिक केवल कार्यालय मे कुर्सियो की शोभा बढ़ाते है तो क्षेत्र मे वन सम्पदा जंगल माफियाओ की भेट चढ़ रही है। पशु-पक्षीयो के शिकार की घटनाये बढ़ रही है ओर वन विभाग के अधिकारीयो को पता तक नही चलता है।
गाव मे कई दिनों से हो रहा था राष्ट्रीय पक्षी मोर का शिकार, ग्रामीणों ने रैकी कर पकड़ा शिकारी को
बलोतरा उपखंड के गांव सिनली जागीर में पिछले 2 दिन से मोरों को मारने की घटनाएं हो रही थी ओर वन विभाग के अधिकारियो को कानों कान खबर नही थी या शायद आँखे मूंद रखी थी। ग्रामीणों को शक हुआ तो एक शिकारी को रंगे हाथो धर दबोचा। शिकारी के पास बोरे मे तीन- चार मोर मृत पाए गए एवं घायल मिले 2-3 मोरों का इलाज भी चल रहा है । मोर का शिकार करने वाले एक व्यक्ति को नाकोडा पुलिस की मदद से फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने मृत मोरों के साथ गिरफ्तार किया है ।
गिरफ्तार शिकारी के ऊपर पहले से चल रहे है मोर के शिकार के मामले-
सूत्रो के अनुसार ग्रामीणों की सजगता से पकड़े गए शिकारी के ऊपर पहले से मोर के शिकार के अनेक मामले चल रहे है।
इनका कहना है
उपखंड मे राष्ट्रीय पक्षी मोर के शिकार के चलते मोरो की तादाद बड़ी तेजी से कम हो रही है जो चिंता का विषय है पर वन विभाग के स्थानीय अधिकारी इसको गंभीरता से नही ले रहे है।
कानाराम साईं, पर्यावरण प्रेमी
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