बाड़मेर ’’जनता मांगे जवाब’’जिला प्रमुख
बाड़मेर में चार वर्ष पूर्व स्वीकृत व सितम्बर 2013 को समस्त औपचारिकताओं के बाद शिलान्यास की गई रिफायनरी कार्य को अब पुनः 16 जनवरी, 2018 को लगभग उन्हीं करारों व शर्तों के साथ शिलान्यास करवाया जा रहा हैं। बाड़मेर की आम जनता इस सशयं एवं शंका में हैं, कि उक्त कार्य को चार वर्ष तक रोकने का क्या उचित कारण? आमजन यह जानने को इच्छुक हैं कि ’प्रदेश की मुख्यमंत्री माननीया वसुन्धरा राजे ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा भ्च्ब्स् से रिफायनरी हेतु किये गये करार पर सवालिया निशान लगाते हुये कहा था कि ’’तेल हमारा, जमीन हमारी, तेल हमारा फिर हमारी भागीदारी मात्र 26 प्रतिशत क्यों?’’ तो हम भी और आम जनता भी आपसे यह पूछना चाह रही हैं कि तेल भी हमारा हैं, पानी भी हमारा हैं, जमीन भी हमारी हैं, फिर अभी भी उक्त करार में 26 प्रतिशत ही भागीदारी क्यों? तकरीबन वर्तमान सरकार के चार वर्ष पूर्ण हो चुके हैं, एक प्रतिशत भी हिस्सेदारी नहीं बढाई गई क्यों। पूर्ववर्ती सरकार द्वारा नमक उत्पादक स्थानीय खारवाल समाज से वादा किया था कि रिफायनरी प्रभावित लोगांे को उचित मुआवजा/अनुदान व खाने अन्यत्र शिफ्ट कर संतुष्ट किया जायेगा। अब उनके हितों पर कुठाराघात क्यों? चार वर्ष तक युवाओं को भटकाया व रोजगार से वंचित किया गया क्यों? राजस्थान को तकरीबन प्रतिवर्ष 10 से 15 करोड़ हजार करोड़ रूपये की आमदनी होनी थी, चार वर्षों में हजारों करोड़ रूपयों का नुकसान क्यों? इस सम्बन्ध में माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र जी मोदी व वसुन्धरा राजे सिन्ध्यिा प्रदेश व खास कर इस जिले के वाछिन्दों को आखिर क्यों गुमराह किया गया व किया जा रहा हैं, प्रदेश व इस खास कर इस जिले की ’’जनता मांगे जवाब’’ आपसे उचित जवाब मांग रही हैं।
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