इस महिला सांसद ने बेटी को घोड़ी पर बिठाकर पेश की मिसाल
राजस्थान में झुंझुनूं संसदीय क्षेत्र की भाजपा सांसद संतोष अहलावत ने अपनी बेटी को घोड़ी पर बिठाकर मिसाल पेश की है। उन्होंने अपनी बेटी को घोड़ी पर बिठाकर बेटा और बेटी में फर्क नहीं होने का संदेश दिया। अहलावत की बेटी गार्गी का विवाह 6 फरवरी को होना है।
इससे पूर्व सोमवार को अहलवात के पैतृक गांव सूरजगढ़ में गार्गी को घोड़ी पर बिठाकर बिंदौरी (निकासी) निकाली गई। दरअसल,बिंदौरी बेटे की निकालने की परम्परा है, लेकिन झुंझुंनू जिले में बेटी और बेटे में बढ़ते भेद को मिटाने के लिए अहलावत ने यह कदम उठाया है। सांसद ने अपनी बेटी को दूल्हे की तरह सजाया और फिर घोड़ी पर बिठाकर बिदौरी निकाली निकाली गई। इसमें काफी बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुईं।
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ब्रिटेन से एमबीए करने वाली अहलावत का कहना है कि हमारे क्षेत्र में बेटी और बेटे में फर्क को देखते हुए परिजनों ने मेरा विवाह बेटे की तरह ही करने का निर्णय लिया और घोड़ी पर बिठाकर बिंदौरी निकाली गई।
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