बाड़मेर जोधपुर पुलिस की जीप लूटने के आरोपियों के नाम बताने पर हिस्ट्रीशीटर खरताराम के घर पर हमला, फायरिंग कर चार गाड़ियों और घर में तोड़फोड़ कर आग लगाई
अपराधियों का दुस्साहस
बाड़मेर कुछ दिन पहले जोधपुर के झंवर थाना क्षेत्र में तस्करों की गैंग पुलिस की चेतक जीप को लूटकर भाग गए थे। दो दिन पूर्व ही जीप को लूटने के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। फरार तस्करों को शक था कि पुलिस जीप लूटने के आरोपियों के नाम बायतु क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटर खरताराम ने बताए है। इसी शक के बाद बदला लेने की नियत से सोमवार रात 2 बजे गाड़ियों में सवार होकर आए हमलावरों ने खरताराम को मारने की नियत से उसके घर पर हमला कर दिया। घटना के समय खरताराम घर पर नहीं था। आरोपियों ने फायरिंग की। घर में घुस कर सोने-चांदी के गहने लूटे और कागजात जला दिए। तोड़फोड़ की गई। घर के बाहर खड़ी दो गाड़ियों में से एक गाड़ी को जला दिया। वहीं दो अन्य गाड़ियों में तोड़फोड़ कर बदमाश भाग गए। घटना की सूचना पर नागाणा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की है।
पुलिस थाने में चूनी देवी पत्नी हरिसिंह जाट निवासी गोदारों की ढाणी माडपुरा बरवाला ने मामला दर्ज करवाया कि 29 जनवरी की रात 2 बजे योजनाबद्ध तरीके से उमेश बेनीवाल पुत्र जांवताराम निवासी लीलसर, भैराराम बेनीवाल निवासी सोडियार, हरीश जाखड़, चीमाराम बेनीवाल पुत्र जोगाराम, गंगाराम बेनीवाल निवासी लीलसर, रूपकिशोर सारण, प्रकाश स्वामी निवासी रामजी का गोल, लालाराम जाट, जगदीश राव काश्मीर, लक्ष्मीनारायण पारीक, बाबूराम गोरसिया, जूंझाराम बेनीवाल, मुकेश डूडी, नरसिंह पूनिया, खेताराम सारण निवासी शिवकर सहित 8-10 अन्य लोग दो बोलेरो कैंपर व तीन स्कार्पियों गाड़ियों में सवार होकर हाथों में बंदूक, धारिया लेकर आए और ढाणी के आगे लगी लोहे की फाटक तोड़ जबरदस्ती अंदर घुस गए। आरोपियों ने 2-3 हवाई फायर किए। इस पर घर में सो रही चूनी देवी जग गई। आरोपियों ने उसे जान से मारने की धमकी दी और एक संदूक उठा ले गए। इसमें गाड़ियों के कागजात, सोने-चांदी के गहने व नकदी थी। बदमाशों ने संदूक को जला दिया। महिला के साथ मारपीट की। इसके बाद जाते हुए घर के बाहर खड़ी दो गाड़ियों में तोड़फोड़ की और एक गाड़ी को अाग के हवाले कर दिया। इसके बाद आरोपी मौके से भाग गए। रिपोर्ट में करीब 20-25 लाख रुपए की नुकसान होने का आरोप लगाया है।
2-3 गाड़ियों में आए हमलावर, महिला से मारपीट, रिपोर्ट में 20 से 25 लाख का नुकसान
खरताराम को मारने आए, घर नहीं होने बच गया
रंजिश
दरअसल आपसी रंजिश के चलते तस्करों की गैंग हिस्ट्रीशीटर खरताराम को मारने के लिए हथियारों से लैस होकर उसके घर माडपुरा बरवाला पहुंची थी, लेकिन खरताराम घर पर नहीं होने से जान बच गई। तोड़फोड़ और आगजनी करके चले गए। खरताराम की मां के साथ मारपीट की गई। पुलिस के मुताबिक जोधपुर में पुलिस की जीप लूटने के मामले के आरोपियों के नाम खरताराम द्वारा बताने पर नाराज थे। इसी वजह से खरताराम को मारने की प्लानिंग थी। महिला ने एसपी डॉ. गगनदीप सिंगला को लिखित रिपोर्ट देकर कार्रवाई की मांग की। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
क्षतिग्रस्त वाहन व फायरिंग के निशान (लाल घेरे में)
चूनी देवी
20 दिन में बाड़मेर-जोधपुर में चौथी बड़ी वारदात
8 जनवरी: सोड़ियार निवासी भैराराम के घर पहुंच टीकम हुड्डा आडेल, भगाराम कुकणा मालपुरा व अन्य लोगों ने गाली-गलौच कर तोड़फोड़ की थी। चौहटन थाने में मामला दर्ज है।
13 जनवरी: भैराराम ने अपने साथियों के साथ टीकम हुड्डा के घर हमला किया। फायरिंग कर तोड़फोड़ की। टीकम घर नहीं था, इसलिए बच गया। आरजीटी थाने में मामला दर्ज है।
19 जनवरी: भैराराम की गैंग ने जोधपुर के पास पुलिस की चेतक गाड़ी लूटी, दुर्घटना होने पर छोड़ भागे थे। झंवर थाने में मामला दर्ज है।
29 जनवरी: खरताराम के घर भैराराम की गैंग ने जानलेवा हमला कर फायरिंग की। तोड़फोड़ व गाड़ियों में आग लगा दी। नागाणा थाने में मामला दर्ज है।
दस दिन पहले जैसलमेर हाइवे पर लूटी थी जोधपुर पुलिस की जीप
जोधपुर-जैसलमेर हाईवे पर गत दिनों पुलिस की चेतक टीम को पहले पीटने और उनकी जीप लूटने वाले एक बदमाश शिव थानांतर्गत पोशाल निवासी नबी खां उर्फ नवाब खां (24) को झंवर पुलिस ने शनिवार को पकड़ लिया था। इसके साथ ही पुलिस ने इस गैंग में शामिल अन्य आरोपियों के नामों का भी खुलासा कर दिया। गिरोह का सरगना भैराराम जाट और उसका साथी लक्ष्मण पचपदरा के नवोदय स्कूल में पढ़ चुके हैं। पूछताछ में सामने आया कि बदमाशों का प्लान हाईवे अथॉरिटी की पेट्रोलिंग गाड़ी लूटकर उसमें तस्करी को अंजाम देने का था। इसी बीच उनकी खुद की स्कॉर्पियो पलट गई। इसके बाद वहां पुलिस टीम आई तो बदमाशों ने पुलिसकर्मियों से ही मारपीट कर उनका सामान और जीप लूट ली थी। वारदात के बाद बाड़मेर के सोडियार निवासी भैराराम जाट, शिवकर निवासी लक्ष्मण पारीक, रामजी की गोल निवासी प्रकाश पुरी के साथ स्कॉर्पियो में कल्याणपुर के डोली इलाके में आया था। यहां से डोली निवासी महिपाल डारा, कालू उर्फ हड़मान विश्नोई व एक अन्य को साथ लिया। यहां से वे जोलियाली पहुंचे और मनीष विश्नोई को साथ लेकर हाईवे पर आए। यहां वेे तस्करी के लिए हाईवे अथॉरिटी की गश्ती गाड़ी लूटने की फिराक में थे। टोल नाके के निकट नरपत पेट्रोल पंप के सामने एक ढाबे पर उन्होंने दारू पार्टी की। यहां से वे दूसरी होटल पर हल्दी-रोटी की पार्टी करने निकले। रास्ते में इनकी स्कॉर्पियो पलट गई। वहां पुलिस की टीम आई तो उन्होंने मारपीट कर जीप लूट ली। भैराराम पर लूट व जानलेवा हमले के 11 केस दर्ज हैं।
ऐसे हुई विवाद की शुरूआत: विवाद की शुरूआत 8 जनवरी को हुई है। आडेल निवासी टीकम हुड्डा ने सोड़ियार निवासी भैराराम के घर हमला कर गाली-गलौच की थी। इससे भैराराम गुस्सा हो गया। 13 जनवरी को टीकम हुड्डा को मारने के लिए भैराराम आडेल पहुंचा, फायरिंग कर तोड़फोड़ की, लेकिन टीकम घर पर नहीं था। इस घटना के बाद माडपुरा बरवाला निवासी खरताराम और टीकम हुड्डा एक हो गए। 19 जनवरी को भैराराम की गैंग ने झंवर थाना क्षेत्र में पुलिस की जीप लूटी तो खरताराम ने पुलिस को उनके नाम बता दिए। भैराराम ने खरताराम को ठिकाने लगाने की योजना बनाई। 29 जनवरी को भैराराम सहित गैंग के लोग खरताराम का मर्डर करने के लिए माडपुरा बरवाला पहुंचे।
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