बुधवार, 31 जनवरी 2018

मरु महोत्सव के तीसरे दिन पहली बार आयोजित हुई लाणेला के रण में घुडदौड घुडदौड धावकों ने दिखाई भारी उत्साह






मरु महोत्सव के तीसरे दिन पहली बार

आयोजित हुई लाणेला के रण में घुडदौड

घुडदौड धावकों ने दिखाई भारी उत्साह


जैसलमेर, 31 जनवरी। जग विख्यात मरु महोत्सव - 2018 के कार्यक्रमों की कड़ी में तीसरे दिन बुधवार को पहली बार मरू मेले में नवाचार के रूप में चालू की गई घुडदौड उत्साह जनक रही। पहली बार घुडदौड का आयोजन जिला प्रषासन की पे्ररणा से लक्ष्मीनाथ घुडदौड संस्था के भवानीसिंह भाटी पूनमनगर एवं उनकी टीम द्वारा लाणेला के रण में किया गया। जिला कलक्टर कैलाष चन्द मीना, पुलिस अधीक्षक गौरव यादव, समाजसेवी जुगलकिषोर व्यास के आतिथ्य में आयोजित हुई। इस प्रतियोगिता के अवसर पर अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामेष्वरलाल मीना, आयुक्त नगरपरिषद झब्बरसिंह चैहान, उप निदेषक भानुप्रताप, सहायक पर्यटन अधिकारी खेमेन्द्रसिंह जाम, नायब तहसीलदार भागीरथसिंह लखावत, विकास अधिकारी धनदान देथा, समाजसेवी सुजानसिंह हड्डा, कंवराजसिंह चैहान, पदमसिंह हाबुर, चितलवाना राव के साथ ही अच्छी संख्या में दर्षकगण एवं घुडदौड प्रेमी उपस्थित थें। इस घुडदौड में गुजरात एवं राजस्थान के घुड धावकों ने अपनी सहभागिता दर्ज कराई।

बडी चाल में कालू का ताकी घोडा रहा प्रथम

पहली बार लाणेला के रण में आयोजित हुई घुडदौड प्रतियोगिता के प्रति काफी उत्साह नजर आई एवं लगभग 75 से अधिक घोडे इसमें शामिल हुए जिसमें से 34 घुडदौड प्रतिभागीयों ने इस प्रतियोगिता में शामिल हुए। इसमें घोडों की बडी चाल रेवाल रेस, छोटी चाल रेवाल रेस, मादरी चाल रेस व गेलप रेस का आयोजन हुआ। बडी चाल रेवाल प्रतियोगिता में 7 संभागियों ने भाग लिया। यह घुडदौड 3 कि.मी. की थी। इस तेज गति की बडी चाल रेवाल घुडदौड प्रतियोगिता में सूरत के सिराजखां पठान का ताकी घोडा जिसका सवार कालाफरमाना (कालू) रोहतक हरियाणा सबसे तेज गति से दौडता हुआ पहले पहुंचा एवं प्रथम स्थान अर्जित किया। कालू भाई ने इस घोडे पर खडे होकर दौड लगाई जिससे सभी दर्षक अचंभ्भित रह गए। दूसरे स्थान पर सूरत के ही ईस्माईल भाई के घोडे ने एवं तीसरे स्थान पर लाकडिया गुजरात के फतेह मोहम्मद रहें। उल्लेखनीय है कि ताकी घोडा भारत में घुडदौड प्रतियोगिता में हाल ही में प्रथम रहा था।

छोटी चाल में ईस्माईल खां का घोडा रहा प्रथम

छोटी चाल रेवाल रेस भी आकर्षण का केन्द्र रही, यह रेस भी 3 कि.मी. की थी इसमें सूरत के ईस्माईलखां का घोडा प्रथम स्थान पर रहा वहीं असरफखां गांगड का घोडा द्वितीय एवं मदारसिंह जाडेजा लाकडिया का घोडा तृतीय स्थान पर रहा।

मादरी चाल में खंगारखां का घोडा रहा प्रथम

इस घुडदौड प्रतियोगिता में आयोजित हुई मादरी चाल रेस में गागरिया बाडमेर के 75 वर्षीय खंगारखां का घोडा प्रथम स्थान पर रहा वहीं अली दरस का घोडा द्वितीय स्थान पर व हनीफ खां का घोडा तृतीय स्थान पर रहा।

गेलप चाल में अब्दुला का घोडा रहा प्रथम

गेलप चाल घुड रेस में सूरत के अब्दुला का घोडा प्रथम स्थान पर रहा वहीं भवानीसिंह भाटी पूनमनगर का घोडा द्वितीय तथा सांगसिंह बारू का घोडा तृतीय स्थान पर रहा। यह घुडदौड भी 3 कि.मी. की थी। इस घुड दौड प्रतियोगिता के निर्णायक अली खां दबडी, मनोहरंिसह जोधा, जानबखां सम, गणपतसिंह दुजोडा, दानसिंह चैहान आकल, दर फकीर शेरू मोहम्मद थें वहीं समाजसेवी सुजानसिंह हड्डा, कंवराजसिंह व हाजी दीनेखां ने घोडो के पहंुच पर निर्णायक की भूमिका निभाई। इस घुडदौड के आयोजन में भवानीसिंह भाटी हाबुर, प्रेमसिंह सिपला, मनोहरसिंह जोधा, रावसिंह चैहान, मनीष रामदेव, गणपतसिंह, नारायणसिंह भियंा, हाजी जानबखां सम, मेणू रउकापार ने सराहनीय भूमिका निभाई।

अतिथियों ने दिए पुरूस्कार

घुडदौड प्रतियोगिता के विजेताओं को जिला कलक्टर कैलाष चन्द मीना, पुलिस अधीक्षक गौरव यादव, समाजसेवी जुगलकिषोर व्यास ने स्मृति चिन्ह् एवं पुरूस्कार प्रदान कर उनका सम्मान किया। जिला कलक्टर ने मादरी चाल में 75 वर्षीय खंगारखां गागरिया के इस प्रतियोगिता में शामिल होकर प्रथम स्थान अर्जित करने पर उनका हौसला अफजाई किया एवं हार्दिक बधाई दी।

शौकत की घोडी ने किया नृत्य

इस दौरान बाडमेर गुडीसर के शौकतअली की घोडी पायल ने शानदार नृत्य प्रस्तुत कर दर्षकों को अंचभित सा कर दिया एवं उनका मन मोह लिया यहीं नहीं इस घोडी ने मुख्य अतिथि को 2 पैरों पर खडे होकर सलामी भी दी। कार्यक्रम का संचालन रंगकर्मी एवं व्याख्याता विजय बल्लाणी ने किया वहंी उनका साथ ईष्वरसिंह रतनू ने घोडों की चाल एवं उनकी विषेषताओं के बारे में दर्षकों को अवगत कराया।

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