बुधवार, 31 जनवरी 2018

पिटते बच्चों को मां भी नहीं बचाती थी, दोनों मासूम बोले- पापा म्हाणे रोज कूटे...

पिटते बच्चों को मां भी नहीं बचाती थी, दोनों मासूम बोले- पापा म्हाणे रोज कूटे...

पिटते बच्चों को मां भी नहीं बचाती थी, दोनों मासूम बोले- पापा म्हाणे रोज कूटे...
उनके पिता चैन सिंह ने बेटे ललित सिंह को रस्सी से बांधकर लटकाया और बेरहमी से पिटाई की। इसी तरह बेटी पूजा को भी बेंत से पीटा। इस दौरान उनकी मां भी उन्हें नहीं बचाती थी। यह जानकारी भी समिति को वीडियो देखकर मिली।




- जब चैन सिंह की पत्नी डोली से पूछा तो उसने भी यह बात कबूल की कि उसने बच्चों को कभी नहीं छुड़ाया। बच्चों की पिटाई का वीडियो चैन सिंह के छोटे भाई बन्ना सिंह ने बनाया।

-यह रिपोर्ट बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष भावना पालीवाल, सदस्य राजेश देव, गजेंद्र सिंह चुंडावत ने थाने पर उपस्थित होकर दी।

- पुलिस ने अभियुक्त पिता के खिलाफ धारा 323, 342, 308, 34 व जेजे एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। (बाल कल्याण समिति अध्यक्ष भावना पालीवाल ने चैन सिंह पुत्र मोती रावत और वन्ना सिंह के खिलाफ मामला दर्ज करवाया)

#वार्डपंच रह चुका है आरोपी, शराब ठेके पर सेल्समैन

- आरोपी चैनसिंह 2008 से 2012 तक विजयपुरा ग्राम पंचायत का वार्ड पंच रह चुका है। अभी वह फुकिया का थड़ गांव में शराब की दुकान का सेल्समैन है।

#वीडियो बनाता रहा चाचा

चेन सिंह का भाई वन्नासिंह गाड़ी चलाता है। मारपीट का वीडियो उसी ने बनाया।

बाल कल्याण समिति के सामने मां डाली ने कबूल किया- उसने बच्चों को कभी नहीं बचाया...

मां बोली, उन्हें पकड़ा तो आत्महत्या कर लूंगी

- पुलिस घटना की जानकारी मिलने पर आरोपी के घर पहुंची तो डालीदेवी ने पुलिसकर्मियों को वहां से चले जाने को कहा। पति चैनसिंह को पकड़ने पर उसने आत्महत्या करने की धमकी तक दी।

- पुलिस पति, पत्नी और बच्चों को थाने लाई तो वे किसी की तरफ से रिपोर्ट नहीं आई। बच्चों की मां का रुख देखकर बाल कल्याण समिति अध्यक्ष भावना पालीवाल, सदस्य गजेंद्र सिंह लसानी, राजेश दवे ने राज्य बाल आयोग की अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी से बात की।

- मामले में कार्रवाई करवाने के लिए जिला बाल कल्याण समिति की तरफ से चैन सिंह पुत्र मोती रावत और उसके छोटे भाई वन्ना सिंह के खिलाफ मामला दर्ज करवाया।

बाल कल्याण समिति ने इसलिए दर्ज कराया केस

- मामले में मां या परिवार के किसी व्यक्ति की तरफ से रिपोर्ट दर्ज होने पर कोर्ट में गवाह मुकर सकते थे या मामला कमजोर हो सकता था।

- इसी कारण बाल कल्याण समिति ने अपनी तरफ से इस मामले में रिपोर्ट दर्ज करवाई।

- बाल कल्याण समिति अध्यक्ष भावना पालीवाल ने बताया कि धारा 75 में किसी बालक के प्रति क्रूरता, दंड देने, हमला करता है। तीन साल की सजा व एक लाख रुपए जुर्माना हो सकता है।

वीडियो देखकर गांव वालों ने पहचान लिया

- वायरल वीडियो मंगलवार सुबह गांव वालों ने देखा तो इसमें चैनसिंह को बच्चों की पिटाई करते हुए देखा। गांव वालों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

#शरीर पर छड़ी के निशान, मेडिकल करवाया

- रस्सी बांधने से ललित की कमर और कंधे पर निशानों के साथ छड़ी से पीटने पर गहरे निशान हो गए। लाजवंती के शरीर पर भी निशान मिले। इनका मेडिकल करवाया है।




राज्य बाल आयोग अध्यक्ष- बोलीं बच्चे तो फूल के समान होते हैं, इनके साथ क्रूरता बर्दाश्त नहीं

- राज्य बाल आयोग अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी ने इस मामले में चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि बच्चे तो फूल की तरह होते हैं। उनके साथ क्रूरता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृति नहीं हो इसके लिए अभिभावकों और बच्चों में आपसी सामंजस्य बैठाने की जरूरत है। बच्चों के साथ ऐसा करने वाले अभिभावकों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाएगी।

- उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही राजसमंद एएसपी मनीष त्रिपाठी से बात कर आरोपियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई करने को कहा था।

- आरोपियों को कड़ी सजा दिलवाने के लिए बाल कल्याण समिति ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। मारपीट के शिकार बच्चे इस घर में असुरक्षित महसूस करते हैं तो बच्चों के पुनर्वास के लिए प्रबंध करना निश्चित किया जाएगा।

दोनों बच्चे दादा को सौंपे

- बाल कल्याण समिति अध्यक्ष भावना पालीवाल, सदस्य गजेंद्र सिंह, राजेश दवे मौके पर पहुंचे।

- पालीवाल ने बताया कि बच्चों की मां का रुझान अपने पति को बचाने की तरफ ज्यादा सामने आया। ऐसे में बच्चों के उनके दादा मोती सिंह रावत को सौंप दिया है।

- समिति अध्यक्ष, पुलिस ने उन्हें पाबंद भी किया है। चैन सिंह रावत के पांच बच्चे हैं।

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