आपसी समन्वय से योजनाआंे का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करेंःगोयल
-जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री ने पेयजल परियोजनाआंे को प्राथमिकता से पूर्ण कराने के निर्देश दिए।
बाड़मेर, 30 जनवरी। विभागीय अधिकारी एवं जन प्रतिनिधि आपसी समन्वय से बेहतरीन कार्य करें। ताकि आमजन को सरकारी योजनाआंे का लाभ मिल सके। प्रगतिरत पेयजल परियोजनाआंे की नियमित रूप से मोनेटरिंग करते हुए इनको प्राथमिकता से पूर्ण कराया जाए। जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री सुरेन्द्र गोयल ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हाल मंे विकास योजनाआंे की प्रगति संबंधित समीक्षा बैठक के दौरान यह बात कही।
इस अवसर पर प्रभारी मंत्री सुरेन्द्र गोयल ने कहा कि यह बेहद खुशी की बात है कि बाड़मेर जिले मंे जन प्रतिनिधियांे, विभागीय अधिकारियों एवं कार्मिकांे के प्रयासांे की बदौलत 380 ग्राम पंचायतांे को खुले मंे शौच से मुक्त करवाकर ओडीएफ घोषित किया गया है। उन्हांेने कहा कि बाड़मेर जिले को प्रत्येक विकास योजना के क्रियान्वयन मंे प्रथम स्थान पर लाने के लिए समन्वित प्रयास किए जाए। उन्हांेने डिस्काम के अधिकारियांे को पंडित दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के कार्य मंे तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्हांेने मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के तहत तृतीय चरण के कार्य आवश्यक रूप से 30 जून तक पूर्ण करवाने के लिए कहा, ताकि आगामी बारिश के दौरान अधिकाधिक जल संग्रहण हो सके। उन्हांेने कहा कि विकास कार्याें की गुणवत्ता मंे किसी तरह का समझौता नहीं किया जाए। उन्हांेने मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के अधिकाधिक प्रचार-प्रसार, जन प्रतिनिधियांे की भागीदारी सुनिश्चित करने एवं जन सहयोग प्राप्त करने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान संसदीय सचिव लादूराम विश्नोई, चौहटन विधायक तरूणराय कागा, बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने टयूबवैल खुदवाने एवं कमीशंड करवाने, मनरेगा मंे कार्य स्वीकृत करवाने, सामग्री मद मंे राशि आवंटित करवाने, चिकित्सा विभाग से संबंधित लंबित जांच करवाने के मामले उठाए। इस दौरान जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने विभिन्न विकास योजनाआंे मंे हुई अब तक की प्रगति के बारे मंे बताया। उन्हांेने बैठक मंे दिए गए निर्देशांे की पालना सुनिश्चित करने की बात कही। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने ग्रामीण विकास योजनाआंे एवं मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के तृतीय चरण मंे प्रस्तावित कार्याें की जानकारी दी। बैठक मंे गडरारोड़ प्रधान तेजाराम मेघवाल, कल्याणपुर प्रधान हरिसिंह, गिड़ा प्रधान लक्ष्मणराम, धनाउ प्रधान सुश्री भगवती, बाड़मेर प्रधान पुष्पा चौधरी ने जनहित से जुड़े कई मामले उठाए। इस दौरान राजस्थान उर्दू अकादमी के चैयरमैन असरफ अली, अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश कुमार दाधीच, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.कमलेश चौधरी, परिवहन अधिकारी डी.डी.मेघानी, अधीक्षण अभियंता शंकरलाल मेघवाल, रणजीतसिंह समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
चालीस हजार लीटर क्षमता के बन सकेंगे टांकेः प्रभारी मंत्री सुरेन्द्र गोयल ने समीक्षा बैठक के दौरान अवगत कराया कि विभिन्न योजनाआंे मंे अधिकतम तीस हजार लीटर क्षमता के टांके बनाने के आदेश के कारण दिक्कत आ रही है। इस पर प्रभारी मंत्री गोयल ने दूरभाष पर विभागीय अधिकारियांे से बातचीत की। इस पर अवगत कराया गया कि इस संबंध मंे संशोधित आदेश भिजवा दिया जाएगा।
इस अवसर पर प्रभारी मंत्री सुरेन्द्र गोयल ने कहा कि यह बेहद खुशी की बात है कि बाड़मेर जिले मंे जन प्रतिनिधियांे, विभागीय अधिकारियों एवं कार्मिकांे के प्रयासांे की बदौलत 380 ग्राम पंचायतांे को खुले मंे शौच से मुक्त करवाकर ओडीएफ घोषित किया गया है। उन्हांेने कहा कि बाड़मेर जिले को प्रत्येक विकास योजना के क्रियान्वयन मंे प्रथम स्थान पर लाने के लिए समन्वित प्रयास किए जाए। उन्हांेने डिस्काम के अधिकारियांे को पंडित दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के कार्य मंे तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्हांेने मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के तहत तृतीय चरण के कार्य आवश्यक रूप से 30 जून तक पूर्ण करवाने के लिए कहा, ताकि आगामी बारिश के दौरान अधिकाधिक जल संग्रहण हो सके। उन्हांेने कहा कि विकास कार्याें की गुणवत्ता मंे किसी तरह का समझौता नहीं किया जाए। उन्हांेने मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के अधिकाधिक प्रचार-प्रसार, जन प्रतिनिधियांे की भागीदारी सुनिश्चित करने एवं जन सहयोग प्राप्त करने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान संसदीय सचिव लादूराम विश्नोई, चौहटन विधायक तरूणराय कागा, बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने टयूबवैल खुदवाने एवं कमीशंड करवाने, मनरेगा मंे कार्य स्वीकृत करवाने, सामग्री मद मंे राशि आवंटित करवाने, चिकित्सा विभाग से संबंधित लंबित जांच करवाने के मामले उठाए। इस दौरान जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने विभिन्न विकास योजनाआंे मंे हुई अब तक की प्रगति के बारे मंे बताया। उन्हांेने बैठक मंे दिए गए निर्देशांे की पालना सुनिश्चित करने की बात कही। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने ग्रामीण विकास योजनाआंे एवं मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के तृतीय चरण मंे प्रस्तावित कार्याें की जानकारी दी। बैठक मंे गडरारोड़ प्रधान तेजाराम मेघवाल, कल्याणपुर प्रधान हरिसिंह, गिड़ा प्रधान लक्ष्मणराम, धनाउ प्रधान सुश्री भगवती, बाड़मेर प्रधान पुष्पा चौधरी ने जनहित से जुड़े कई मामले उठाए। इस दौरान राजस्थान उर्दू अकादमी के चैयरमैन असरफ अली, अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश कुमार दाधीच, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.कमलेश चौधरी, परिवहन अधिकारी डी.डी.मेघानी, अधीक्षण अभियंता शंकरलाल मेघवाल, रणजीतसिंह समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
चालीस हजार लीटर क्षमता के बन सकेंगे टांकेः प्रभारी मंत्री सुरेन्द्र गोयल ने समीक्षा बैठक के दौरान अवगत कराया कि विभिन्न योजनाआंे मंे अधिकतम तीस हजार लीटर क्षमता के टांके बनाने के आदेश के कारण दिक्कत आ रही है। इस पर प्रभारी मंत्री गोयल ने दूरभाष पर विभागीय अधिकारियांे से बातचीत की। इस पर अवगत कराया गया कि इस संबंध मंे संशोधित आदेश भिजवा दिया जाएगा।
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