बाड़मेर । केन्द्रीय बस स्टैण्ड डूबा अंधेरे में, अनदेखी ओर अव्यवस्थाओ का आलम
@ BNT टीम बाड़मेर
बाड़मेर। शहर के केन्द्रीय बस स्टैण्ड इन दिनों अव्यवस्थाओं और अनदेखी का शिकार हो रहा है।चार दिन की चांदनी फिर अंधेरी रात। यह कहावत मुसाबनी बस स्टैंड में लगी हाइमास्ट लाइट पर फिट बैठती है। पिछले ना जाने कई दिनों से बस स्टैंड अंधेरे में डूबा है। बस स्टैण्ड में रात के समय रोशनी करने के लिए लाखो रूपये खर्च कर स्ट्रीट लाइट लगाई गई हैं। इसके बावजूद भी बस स्टैंड का अधिकांश हिस्सा रात के समय अंधेरे में डूबा हुआ है । बस स्टैंड में लगी लाइटें बंद होने से कई स्थानों पर अंधेरा पसरा हुआ है। इस कारण रात में आने जाने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सफर कर देर रात बस स्टैंड पहुँचने वाले यात्री अपने आप को असुरक्षित महसूस करते है लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के चलते लाखो रुपये खर्च लगाई गई लाईटों का उपयोग नहीं हो रहा। और ना ही जिम्मेदार अधिकारी बस स्टैंड की व्यवस्थाओं की कोई सुध ले रहे हैं।अब देखने वाली बात ये होगी कब केंद्रीय बस स्टेण्ड रोशन होगा ।
@ BNT टीम बाड़मेर
बाड़मेर। शहर के केन्द्रीय बस स्टैण्ड इन दिनों अव्यवस्थाओं और अनदेखी का शिकार हो रहा है।चार दिन की चांदनी फिर अंधेरी रात। यह कहावत मुसाबनी बस स्टैंड में लगी हाइमास्ट लाइट पर फिट बैठती है। पिछले ना जाने कई दिनों से बस स्टैंड अंधेरे में डूबा है। बस स्टैण्ड में रात के समय रोशनी करने के लिए लाखो रूपये खर्च कर स्ट्रीट लाइट लगाई गई हैं। इसके बावजूद भी बस स्टैंड का अधिकांश हिस्सा रात के समय अंधेरे में डूबा हुआ है । बस स्टैंड में लगी लाइटें बंद होने से कई स्थानों पर अंधेरा पसरा हुआ है। इस कारण रात में आने जाने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सफर कर देर रात बस स्टैंड पहुँचने वाले यात्री अपने आप को असुरक्षित महसूस करते है लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के चलते लाखो रुपये खर्च लगाई गई लाईटों का उपयोग नहीं हो रहा। और ना ही जिम्मेदार अधिकारी बस स्टैंड की व्यवस्थाओं की कोई सुध ले रहे हैं।अब देखने वाली बात ये होगी कब केंद्रीय बस स्टेण्ड रोशन होगा ।
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