शनिवार, 27 जनवरी 2018

फौजी के घर आते ही पत्नी ने बताया 80 लाख का कर्ज, कर दी हत्या

फौजी के घर आते ही पत्नी ने बताया 80 लाख का कर्ज, कर दी हत्या


बागपत। पत्नी के कर्ज और फिजूलखर्ची ने उसके फ़ौजी पति को कातिल व गुनाहगार बना दिया। पत्नी ने कमेटी और फिजूल खर्ची के नाम पर लोगों का 80 लाख रुपया का कर्ज अपने सिर कर लिया था, जिसे अब पत्नी फौजी से लोन व उधार कर्ज लेकर उतारने का दबाव बना रही थी।




मामला कोतवाली बड़ौत क्षेत्र के रामबाग कॉलोनी का है। बताया जा रहा है कि गीता नाम की महिला 18 जनवरी को संदिग्ध परिस्तिथि में लापता हो गई थी। गीता का पति विपेन्द्र सिंह जो बीएसएफ का जवान है, उसने अपनी पत्नी की गुमशुदा होने की शिकायत बड़ौत कोतवाली में दर्ज कराई। पुलिस तफ़्तीश में पता चला कि गीता की हत्या हो चुकी है और खुद गीता के पति विपेन्द्र ने की है। पुलिस ने अपनी तफ़्तीश में आये एक नाम विकास को गिरफ्तार किया था।


80 लाख रुपये का हो गया था कर्ज

गिरफ्तार विकास ने बताया कि गीता कमेटी चलाती थी। कमेटी में आये पैसों को अपने लिए फिजूलखर्ची में इस्तेमाल कर थी, जिसके कारण उस पर 80 लाख रुपये कर्ज हो गया था। उसके लिए ही उसके पति ने उसकी हत्या कर दी, जिसके बाद पुलिस ने फ़ौजी विपेन्द्र को गिरफ्तार किया। उससे पूछताछ की गई तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।

ऐसे रची हत्या की साजिश...

दरअसल विपेन्द्र ने गीता को रास्ते से हटाने के लिए अपने दोस्त विकास की मदद ली। जिस पर गीता के रुपये उधार थे। विपेन्द्र ने विकास को कहा कि वह अपनी गाड़ी से गीता को सोनीपत लेकर आ जाये, जिसके बाद प्लानिंग के तहत विकास गीता को सोनीपत ले गया। फिर वहां से विपेन्द्र को लेकर तीनों मेरठ की ओर चल पड़े।

जैसे ही वह रंछाड़ गांव के जंगल के पास पहुंचे तो विपेन्द्र ने गीता के दुप्पटे से उसका गला दबा दिया और उसकी हत्या कर दी। शव वहीं जंगल में फेक दिया, जिसे पुलिस ने हिरासत में आने के बाद विपेन्द्र और विकास की निशानदेही पर बरामद कर लिया। साथ ही वारदात में इस्तेमाल गाड़ी भी कब्जे में लेकर वारदात से पर्दा उठा दिया है।

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