सोमवार, 29 जनवरी 2018

जैसलमेर मरू महोत्सव 2018 खूब जमी सांस्कृतिक संध्या, विख्यात कलाकारों ने बिखेरी बहुरंगी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां






जैसलमेर मरू महोत्सव 2018

खूब जमी सांस्कृतिक संध्या, विख्यात कलाकारों ने बिखेरी बहुरंगी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
जैसलमेर, 29 जनवरी। जैसलमेर में विष्व विख्यात ‘मरू महोत्सव‘ 2018 के पहले दिन जनवरी की शाम शहीद पूनम सिंह स्टेडियम में आयोजित सांस्कृतिक संध्या में विभिन्न प्रान्तों से आए ख्यातनाम कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेष कर दर्षकों का मन मोह लिया। इस दौरान जिला कलक्टर कैलाष चन्द मीना, जिला पुलिस अधीक्षक गौरव यादव, जिला एवं सत्र न्यायधीष मदनलाल भाटी, मेहमानी में जिला प्रषासनिक अधिकारी, सेना व पुलिस अधिकारी के साथ ही हजारों की संख्या में देषी विदेषी पर्यटक मौजूद थे जिन्होंने मरू मेले की सुरमयी सांस्कृतिक सांझ का भरपूर आनंद लिया। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर के.एल.स्वामी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनुराग भार्गव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयनारायण मीना, उप निदेषक भानुप्रताप सहित विभिन्न अधिकारीगण, जनप्रतिनिधि तथा शहर व आसपास के क्षेत्रों के संगीतप्रेमी उपस्थित थे।

सांस्कृतिक सांझ की शुरुआत बाडमेर जिले के केसुला गांव के हाकमखां मंगणियार एवं उनकी पार्टी ने मांड गायन ‘‘ केसरिया बालम आवो नी पधारो म्हारे देष ‘‘ गीत प्रस्तुत कर राजस्थानी स्वागत संस्कृति से रूबरू कराया। सांस्कृतिक संाझ में पष्चिमी क्षेत्र सांस्कृति केन्द्र पटियाला के अन्तर्राष्ट्रीय लोक कलाकार निवेदिता भारती महाजन एवं उनकी सखियों ने जम्मू कष्मीर की लोक संस्कृति का प्रसिद्व कष्मीरी रूफ नृत्य प्रस्तुत कर दर्षकों को कष्मीरी संस्कृति से रूबरू कराया। वहीं उत्तर क्षेत्र सांस्कृति केन्द्र हिमाचल प्रदेष के राष्ट्रीय शारदा कला मंच धरोटी के नरेष कुमार एवं उनके दल द्वारा दीपक नृत्य की प्रस्तुती कर हिमाचल की लोक संस्कृति का संजीव प्रदर्षन किया वहीं इन लोक नृत्यगनाओं ने अपने सिर पर उल्टा पानी का लोटा रखकर उस पर दीप प्रजवल्लित कर इतना शानदार नृत्य प्रस्तुत किया कि सभी दर्षक मोहित हो उठें।

सांस्कृतिक सांझ में गुजरात के विजय बगुला एण्ड पार्टी ने गुजरात के लोक पर्व दीपावली एवं नवरात्रि पर गीत प्रस्तुत किए जाने वाले डांगी नृत्य को प्रस्तुत कर दर्षकों को गुजरात की संस्कृति से अवगत कराया। वहीं गुजरात भावनगर के नीतिन दवे ने गरबा रास कर नवरात्रि पर्व से साक्षात कराया।

वहीं जैसलमेर में बिजली के रूप में ख्याति अर्जित कर चुके अन्नू सौलंकी ने ‘‘ होलिया में उडे रे गुलाल, गयो रंग मेले में‘‘ ढोल की थाप पर बहुत तेजी के साथ घुटनों के बल पर घुटना चकरी नृत्य प्रस्तुत कर दर्षकों को अचंभित सा कर दिया।

सांस्कृति संध्या में बसावा के बच्चू भाई एस एवं उनके लोक कलाकारों द्वारा माता की झांकी के रूप में होली के पर्व पर आयोजित किए जाने वाले हैरत अंगेज समूह नृत्य पेष कर दर्षकों को मन्त्र मुग्ध कर दिया। सांस्कृति सांझ में इमरान सिन्धी ने सिंधी धमाल की शानदान प्रस्तुती की इसमें लोक कलाकारों ने नारियल को अपने सिर पर फोडकर हैरत अंगेज प्रदर्षन किया। सांस्कृतिक सांझ मंे जैसलमेर मूलसागर के अन्तर्राष्ट्रीय लोक कलाकार तगाराम भील ने अलगांेजा वादन से राजस्थानी गीतों के स्वरों की इतनी शानदार प्रस्तुती की कि सभी दर्षक मनमोहित हो गए।

सांस्कृतिक सांझ में जैसलमेर के ख्यातनाम लोक कलाकार हसन खां ने राजस्थानी गीत ‘‘ मीठी बोली रा साहेबा ‘‘ पेष कर पूरे माहौल को आनंदित सा कर दिया। भरतपुर के ख्यातनाम लोक कलाकार अषोक शर्मा ने मयूर नृत्य की शानदान प्रस्तुती की वहीं पंजाब के गुरजीदसिंह ने भांगडा एवं जिंदवा नृत्य कर पंजाबी लोक संस्कृति से दर्षकों को रूबरू कराया एवं उनको मोहित कर दिया।

सांस्कृतिक समारोह के दौरान स्टेडियम का चप्पा चप्पा दर्षकों से भरा रहा। सांस्कृतिक सांझ की आकाषवाणी के उद्घोषक जफर खां सिंधी ने अपनी खनकती आवाज में कार्यक्रम का संचालन किया एवं उनकी खूबियों के बारे में दर्षकों को अवगत कराया। अंग्रेजी उदघोषक गुलनाज ने अंग्रेजी में उदघोषणा कर विेदेषी पर्यटकों को भारतीय लोक संस्कृति से अवगत कराया। इस दौरान उपखंड अधिकारी हंसमुख कुमार, तहसीलदार वीरेन्द्रसिंह, उप अधीक्षक पुलिस मांगीलाल भी उपस्थित थे।

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