रेप के बदले 20 हजार रु. देने का पंचायत ने सुनाया फरमान, पीड़िता बोली ये बात
शाहजहांपुर. यहां एक रेप पीड़िता को पंचायत ने आरोपी की तरफ से 20 हजार रुपए दिलाने का फैसला सुनाकर मामला रफादफा करने को कह दिया। हालांकि, पीड़िता ने इस फैसले से साफ इनकार कर दिया और आरोपी को सजा दिलाने की बात कही। जब उसकी बात नहीं मानी गई तो थाने पहुंची, लेकिन वहां भी कोई सुनवाई नहीं हुई। ऐसे में गुरुवार को वह परिजन के साथ एसपी ऑफिस पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है। आगे पढ़िए पूरा मामला...
-घटना शाहजहांपुर के खुटार थानाक्षेत्र की है। पीड़ित लड़की रानी (काल्पनिक नाम) ने बताया, ''घटना दो महीने की है। जब मैं शौच के लिए गई थी तो पड़ोस का ही रहने वाला रंजित ने उसे धर दबोचा और कपड़े फाड़ दिए। फिर गन्ने की खेत में ले जाकर गलत काम किया।''
-''इस दौरान उसने मोबाइल से वीडियो भी बना लिया और धमकी दिया कि अगर किसी से ये बात कहोगी तो वायरल कर दूंगा। फिर मौके से फरार हो गया। किसी तरह घर पहुंची और मां को सारी बातें बताई।'पीड़िता ने बताया, ''जब मेरी मां ने ग्राम प्रधान हरिओम से रंजित की शिकायत की तो उन्होंने दूसरे ही दिन आरोपी के परिजनों को बुलाकर गांव मे एक पंचायत कर दी।''
-''ग्राम प्रधान ने पंचायत में फैसला सुनाया कि पीड़िता झूठ बोल रही हूं और उसके साथ कोई रेप की घटना नहीं हुई है। इसके बाद आरोपी से 20 हजार रुपए दिलवाने और मुंह बंद रखने को कहा। लेकिन मैंने रुपए लेने से मना कर दिया और उसे सजा दिलाने की बात कही। आरोपी ग्राम प्रधान का रिश्तेदार है।''
-''इसके बाद मैं अपनी मां के साथ थाने पहुंची, लेकिन पुलिस ने ग्राम प्रधान के दबाव में आकर हमें भगा दिया। कई बार थाने की चक्कर लगाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।''
-''पुलिस की रवैये से तंग आकर गुरुवार को मैं एसपी ऑफिस पहुंची, लेकिन वो नहीं थे। ऐसे में वहां शिकायतें सुन रहे सीओ सदर अरुण चंद्र से अपनी आपबीती बताकर शिकायत दी। इस पर उन्होंने केस दर्ज कर न्याय दिलाने की बात कही है।''
-पीड़िता ने बताया, ''मेरा कोई भाई नहीं है। दो बहने हैं। मां के साथ खेती किसानी कर किसी तरह भरण-पोषण करती है, क्योंकि पिता की मानसिक स्थित ठीक नहीं है।''
क्या कहते हैं पुवायां सीओ
-वहीं, सीओ पुवायां मंगल सिंह रावत ने बताया, ''मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। ऐसी कोई रेप पीड़िता है तो उसकी थाने पर जरूर सुनवाई होगी। मैं अभी खुटार थाने के एसओ से बात कर इस मामले की जांच कर केस दर्ज करने आदेश करता हूं।''
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