MP में रिलीज नहीं होगी पद्मावती: शिवराज; अमरिंदर बोले- विरोध सही
शिवराज ने क्या कहा?
- सोमवार को शिवराज सिंह चौहान ने राजपूत समाज के चुनिंदा नेताओं से मुलाकात की। सीएम ने इन नेताओं को भरोसा दिलाया कि फिल्म मध्य प्रदेश में रिलीज नहीं की जाएगी।
- शिवराज ने कहा- भारत में नारी हमेशा से पूजनीय रही है। सारी दुनिया को भारत ने वीरता का पाठ पढ़ाया है। पद्मावती के बारे में बचपन से पढ़ते आए हैं। भारतीय नारी का असली प्रतिबिंब थीं रानी पद्मावती। फिल्म में रानी पद्मावती के किरदार और इतिहास को तोड़-मरोड़ कर दिखाया गया है, इसलिए इसका प्रदर्शन राज्य में नहीं होगायूपी में भी पद्मावती का विरोध हो रहा है। इसके बाद राज्य सरकार का बयान आया।
- डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कहा- पद्मावती से विवादित हिस्सा हटाए बिना फिल्म को राज्य में रिलीज नहीं होने देंगे। इस्लामी शासकों ने देश में काफी तबाही मचाई है। रानी ने अपनी मर्यादा और सतीत्व की रक्षा के लिए जौहर किया था।
- यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा था कि विरोध करने वालों को फिल्म दिखाई जानी चाहिए। ऐतिहासिक तथ्यों से खिलवाड़ सही नहीं है।
वसुंधरा की क्या मांग
- राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी फिल्म पद्मावती को लेकर आईबी मिनिस्टर स्मृति ईरानी को लेटर लिख चुकी हैं। उन्होंने भी पद्मावती से विवादित हिस्सा हटाने की मांग की है।
पंजाब के सीएम भी बोले
- पंजाब में कांग्रेस की सरकार है और अमरिंदर सिंह सीएम हैं। पद्मावती फिल्म को लेकर उन्होंने भी सोमवार को बयान दिया। कहा- कोई भी ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ को बर्दाश्त नहीं कर सकता। अगर लोग फिल्म का विरोध कर रहे हैं, तो वो सही कर रहे हैं।
फिल्म का विरोध जायज
- भाजपा नेशनल वाइस प्रेसिडेंट और राज्यसभा सांसद प्रभात झा ने पद्मावती के विरोध को जायज ठहराते हुए कहा- चैनलों पर दिखाए गए फिल्म के कई हिस्से आपत्तिजनक हैं। पद्मावती सिर्फ राजपूतों की ही नहीं, पूरे समाज के लिए प्रेरणा स्रोत रही हैं। 16 हजार महिलाओं के साथ जौहर लेने वाली पद्मावती भारत की आदर्श और अस्मिता की प्रतीक हैं। फिल्म तो लोगों को सुकून पहुंचाने के लिए होती है, समाज की भावनाओं को आहत करने के लिए नहीं।
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