गुरुवार, 16 नवंबर 2017

बाड़मेर। सरकार को वोट की भाषा ही समझ में आती है - डालाकोठी

बाड़मेर। सरकार को वोट की भाषा ही समझ में आती है - डालाकोठी

एसएसबी गुरिल्लों ने रैली निकाल किया विरोध प्रदर्शन 


बाड़मेर। भारत के सभी एसएसबी स्वयंसेवकों को मणिपुर की भांति स्थाई तथा पेंशन देने की मांग को लेकर गुरूवार को जिला मुख्यालय पर आॅल इंडिया एसएसबी वोलंटीयर वेलफेयर सोसायटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रह्मानंद डालाकोठी, प्रदेशाध्यक्ष एडवोकेट रामेश्वर सुथार, प्रदेश सलाहकार एडवोकेट वीरमाराम चौधरी , जिलाध्यक्ष लक्ष्मणसिंह भाटी, मीडिया प्रभारी हिन्दूसिंह के नेतृत्व में रैली निकाली गई। रैली में स्वयंसेवकों से सरकार को वोट के जरिए चोट’ करने का आहान किया गया।


रैली को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रह्मानंद डालाकोठी ने कहा कि सरकार की कमजोरी वोट है। सरकार स्वयंसेवकों के हितों की रक्षा के लिए आगे नहीं आती है, तो वोट के जरिए सरकार को उनकी हठधर्मिता का सबक सिखाया जाएगा। उन्होंने कहा कि एसएसबी यूनियन का आंदोलन लंबे समय से चल रहा है। हमारे कई स्वयंसेवक आर्थिक तंगी के चलते आत्महत्या के शिकार हुए है। वहीं दिल्ली में प्रदर्शन के दौरान सैकड़ों स्वयंसेवक घायल हुए, वहीं संतोखसिंह की लाठीचार्ज होने से मृत्यु हो गई। इसके बावजूद दिल्ली पुलिस ने स्वयंसेवकों को झूठे मामलों में फंसाया। अब भी अगर सरकार नहीं चेती तो इसका बुरा परिणाम होगा। 



प्रदेशाध्यक्ष एडवोकेट रामेश्वर सुथार ने कहा कि श्री गंगानगर में 166 दिनों से गुरिल्लों का धरना चल रहा है, लेकिन सरकार अभी तक नहीं चेत रही है। केन्द्र सरकार राज्य सरकार को निर्देशित भी करती है लेकिन राज्य सरकार कुछ भी नहीं कर रही है। जिलाध्यक्ष लक्ष्मणसिंह भाटी ने सभी स्वयंसेवकों का आभार जताया, साथ ही दिल्ली में आगामी दिनों में होने वाले धरने प्रदर्शन की रणनीति के लिए तैयार रहने का आहान किया।


रैली महावीर पार्क से रवाना होकर विवेकानन्द सर्किल, अहिंसा सर्किल, राजकीय अस्पताल होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंची। कलेक्ट्रेट के आगे स्वयंसेवकों ने जोरदार नारेबाजी की। साथ ही प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन अतिरिक्त जिला कलेक्टर को सौंपा गया। रैली में जिले के सैकड़ों स्वयंसेवकों ने भाग लिया।


इससे पूर्व महावीर पार्क में सभा का भी आयोजन किया गया। इसमें दिल्ली में लाठीचार्ज में मारे गए संतोखसिंह व आत्महत्या करने वाले स्वयंसेवक किशोर शर्मा व अन्य स्वयंसेवकों को श्रद्धांजलि दी गई।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें