जोधपुर धर्म परिवर्तन कर निकाह करने वाली युवती के पक्ष में आया फैसला, वकील के खिलाफ नारेबाजी और हंगामे के बाद हड़ताल
जोधपुर। एक हिन्दू युवती के धर्म परिवर्तन कर एक मुस्लिम युवक के साथ शादी करने के बहुचर्चित मामले में मंगलवार को राजस्थान हाईकोर्ट ने युवती को उस की इच्छा के अनुसार कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्र कर दिया। इसकी सूचना कोर्ट के बाहर मौजूद युवती के परिजनों और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं को मिली तो हंगामा खड़ा हो गया। ये लोग मुस्लिम युवक की तरफ से पैरवी करने वाले वकील के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। युवती के परिवार की कुछ महिलाएं भी इस वकील से उलझ गई। इस घटना के विरोध में सभी वकील दोपहर पश्चात आधे दिन की हड़ताल पर चले गए। कड़ी सुरक्षा में पेश किया युवती को...
शहर के इस बहुचर्चित मामले में सात दिन पूर्व हाईकोर्ट ने युवती को आज तक नारी निकेतन में रखने का आदेश दिया था। आज कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पुलिस ने बुरका पहनी युवती को कोर्ट में पेश किया। युवती से निकाह करने वाले फैयाज की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता महेश बोड़ा ने प्रश्न उठाया कि बालिग युवती को उसकी इच्छा के विरुद्ध नारी निकेतन नहीं भेजा जा सकता। युवती में भी नारी निकेतन नहीं जाने की बात कोर्ट में कही। इस पर कोर्ट ने उसे अपनी इच्छा से कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्र कर दिया। हाईकोर्ट ने पुलिस को सुरक्षा के साथ युवती जहां जाना चाहे वहां छोड़ कर आने का आदेश दिया। इसके बाद पुलिस अपने वाहन में बैठा युवती को उसकी इच्छानुसार अपने पति फैयाज के घर छोड़ने रवाना हो गई।
हाईकोर्ट के बाहर हंगामा
- युवती को उसकी इच्छानुसार कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्र करने की सूचना कोर्ट के बाहर पहुंचते ही हंगामा शुरू हो गया। कोर्ट के बाहर मौजूद युवती के परिजनों और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता युवती के पति फैयाज के वकील महेश बोड़ा के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
- हाईकोर्ट के इतिहास में संभवतया यह पहला अवसर था जब परिसर के भीतर मामले में पैरवी करने पर किसी वकील के खिलाफ इस तरह की नारेबाजी की गई।
- महेश बोड़ा मीडिया को वक्तव्य देने के लिए कोर्ट से बाहर आए तो युवती के परिवार की महिलाएं उनसे उलझ गई इसके बाद पुलिस ने लोगों को लोगों को हाईकोर्ट भवन से दूर कर दिया। हाईकोर्ट में इस बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका की सुनवाई कल फिर होगी जिसमें निकाहनामा के फर्जी होने के संबंध में सुनवाई होगी।
वकील गए हड़ताल पर
- हाईकोर्ट परिसर में किसी वकील के खिलाफ नारेबाजी और अभद्र व्यवहार से नाराज सभी वकीलों ने आज दोपहर पश्चात कामकाज छोड़ दिया और हड़ताल पर चले गए। राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन और राजस्थान हाईकोर्ट लॉयर्स एसोसिएशन ने इस घटना की निंदा की है।
यह है मामला
- उल्लेखनीय है कि जोधपुर के नरपत नगर में रहने वाली पायल सिंघवी ने छह माह पूर्व गुपचुप तरीके से अपना धर्म बदल कर आरिफा बन गई और उसने फैयाज मोदी से निकाह कर लिया। इसके बाद वह अपने परिजनों के साथ ही रही, लेकिन कुछ दिन पूर्व वह अपने पति फैयाज के साथ गायब हो गई। इसके बाद युवती के परिजनों को अपनी पुत्री के निकाह कर लेने के बारे में पता चला। इसके बाद उनकी तरफ से दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने महज दस रुपए के शपथ पत्र माध्यम से धर्म परिवर्तन करने के तरीके पर सवाल उठाते हुए राज्य सरकार से जवाब मांगा था।
जोधपुर। एक हिन्दू युवती के धर्म परिवर्तन कर एक मुस्लिम युवक के साथ शादी करने के बहुचर्चित मामले में मंगलवार को राजस्थान हाईकोर्ट ने युवती को उस की इच्छा के अनुसार कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्र कर दिया। इसकी सूचना कोर्ट के बाहर मौजूद युवती के परिजनों और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं को मिली तो हंगामा खड़ा हो गया। ये लोग मुस्लिम युवक की तरफ से पैरवी करने वाले वकील के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। युवती के परिवार की कुछ महिलाएं भी इस वकील से उलझ गई। इस घटना के विरोध में सभी वकील दोपहर पश्चात आधे दिन की हड़ताल पर चले गए। कड़ी सुरक्षा में पेश किया युवती को...
शहर के इस बहुचर्चित मामले में सात दिन पूर्व हाईकोर्ट ने युवती को आज तक नारी निकेतन में रखने का आदेश दिया था। आज कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पुलिस ने बुरका पहनी युवती को कोर्ट में पेश किया। युवती से निकाह करने वाले फैयाज की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता महेश बोड़ा ने प्रश्न उठाया कि बालिग युवती को उसकी इच्छा के विरुद्ध नारी निकेतन नहीं भेजा जा सकता। युवती में भी नारी निकेतन नहीं जाने की बात कोर्ट में कही। इस पर कोर्ट ने उसे अपनी इच्छा से कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्र कर दिया। हाईकोर्ट ने पुलिस को सुरक्षा के साथ युवती जहां जाना चाहे वहां छोड़ कर आने का आदेश दिया। इसके बाद पुलिस अपने वाहन में बैठा युवती को उसकी इच्छानुसार अपने पति फैयाज के घर छोड़ने रवाना हो गई।
हाईकोर्ट के बाहर हंगामा
- युवती को उसकी इच्छानुसार कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्र करने की सूचना कोर्ट के बाहर पहुंचते ही हंगामा शुरू हो गया। कोर्ट के बाहर मौजूद युवती के परिजनों और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता युवती के पति फैयाज के वकील महेश बोड़ा के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
- हाईकोर्ट के इतिहास में संभवतया यह पहला अवसर था जब परिसर के भीतर मामले में पैरवी करने पर किसी वकील के खिलाफ इस तरह की नारेबाजी की गई।
- महेश बोड़ा मीडिया को वक्तव्य देने के लिए कोर्ट से बाहर आए तो युवती के परिवार की महिलाएं उनसे उलझ गई इसके बाद पुलिस ने लोगों को लोगों को हाईकोर्ट भवन से दूर कर दिया। हाईकोर्ट में इस बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका की सुनवाई कल फिर होगी जिसमें निकाहनामा के फर्जी होने के संबंध में सुनवाई होगी।
वकील गए हड़ताल पर
- हाईकोर्ट परिसर में किसी वकील के खिलाफ नारेबाजी और अभद्र व्यवहार से नाराज सभी वकीलों ने आज दोपहर पश्चात कामकाज छोड़ दिया और हड़ताल पर चले गए। राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन और राजस्थान हाईकोर्ट लॉयर्स एसोसिएशन ने इस घटना की निंदा की है।
यह है मामला
- उल्लेखनीय है कि जोधपुर के नरपत नगर में रहने वाली पायल सिंघवी ने छह माह पूर्व गुपचुप तरीके से अपना धर्म बदल कर आरिफा बन गई और उसने फैयाज मोदी से निकाह कर लिया। इसके बाद वह अपने परिजनों के साथ ही रही, लेकिन कुछ दिन पूर्व वह अपने पति फैयाज के साथ गायब हो गई। इसके बाद युवती के परिजनों को अपनी पुत्री के निकाह कर लेने के बारे में पता चला। इसके बाद उनकी तरफ से दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने महज दस रुपए के शपथ पत्र माध्यम से धर्म परिवर्तन करने के तरीके पर सवाल उठाते हुए राज्य सरकार से जवाब मांगा था।
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