जैसलमेर जिला स्तरीय जनसुनवाई में जिला कलक्टर ने सुनी परिवेदनाएं
अधिकारी प्राथमिकता से परिवेदनाओं का करें निस्तारण
जैसलमेर, 09 नवंबर। जिला कलक्टर कैलाष चन्द मीना ने गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिलास्तरीय जनसुनवाई के दौरान लोगों की परिवेदनाओं के संबंध में प्रार्थना पत्र प्राप्त किए एवं संबंधित अधिकारियों को निर्देष दिये कि वे गंभीरता के साथ इस जनसुनवाई में पेष की गई समस्या का समाधान करें ताकि इस जनसुनवाई के प्रति जनता का और अधिक विष्वास बढें। उन्होंनंे अधिकारियों को यह भी हिदातय दी कि एक ही प्रकार का परिवाद जनसुनवाई में दुबारा नहीं आए इस बात का वे पूरा ध्यान रखें एवं उस समस्या का समाधान अवष्य ही कर दें। जनसुनवाई के दौरान जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल, पुलिस अधीक्षक गौरव यादव, अतिरिक्त जिला कलक्टर के.एल.स्वामी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनुराग भार्गव, समिति सदस्य डाॅ.रामजीराम, कमल ओझा के साथ ही जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थें।
जिला कलक्टर मीना ने परिवादी दानसिंह निवासी चाहडु के मामलें में अधीक्षण अभियंता जलदाय को निर्देष दिये कि वे चाहडु जाने वाली पानी की पाइपलाईन से अवैध कनेक्षन हटाकर 7 दिवस में पानी की सुचारू आपूर्ति करें। उन्होंनंे परिवादी तिलोकाराम के मामलें में अधीक्षण अभियंता विद्युत को निर्देष दिये कि वे इन परिवारों को शीघ्र ही विद्युत कनेक्षन जारी करावें। उन्होंनंे परिवादी गिरधारीराम निवासी 46 पीडी मोहनगढ के कृषि कनेक्षन के मामले में अधीक्षण अभियंता को कहा कि वे नवंबर माह के अन्त तक इनको विद्युत कनेक्षन जारी करवा दें।
उन्होंनंे परिवादी गिरधर भाटिया के मामले में आयुक्त नगरपरिषद को निर्देष दिये कि वे तत्काल ही उसकी दुकान के आगे जो अवैध रूप से कैबिन लगाई है उसको हटाने की कार्यवाही कर दें। उन्होंनं परिवादी अर्जुनराम विष्नोई के मामले में भी आवष्यक कार्यवाही करने के निर्देष दिये। परिवादी सखरखां निवासी कुछडी ने जनसुनवाई में कहा कि उसकी ढाणी कुछडी से 8 किलोमीटर दूर बसी हुई है एवं अभी तक उसकी आबादी कटान नहीं हुई है। इस संबंध में जिला कलक्टर ने उपखण्ड अधिकारी जैसलमेर एवं विकास अधिकारी सम को निर्देष दिये कि वे इसकी जांच कर आबादी विस्तार के प्रस्ताव तैयार कर उनको राहत पहुंचावें।
जिला कलक्टर ने अधिकारियों को यह भी निर्देष दिये कि जनसुनवाई के दौरान जो भी प्रार्थना पत्र उनको प्रेषित किए जाते है उसमें की गई कार्यवाही के साथ इस बैठक में उपस्थित होंवें अन्यथा उसे गंभीर लिया जाएगा। उन्होंनंे अधिकारियों को यह भी निर्देष दिये कि वे पूर्ण पारदर्षिता के साथ कार्य कर आमजन की समस्या का समाधान समय पर करें। इस प्रकार जिला स्तरीय जनसुनवाई परिवादियों के लिए काफी उपयोगी रही।
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सतर्कता समिति में दर्ज प्रकरणांे को प्राथमिकता से
निस्तारित कर परिवादी को राहत पहंुचावें-जिला कलक्टर
नगरीय निकाय को 7 दिवस में अतिक्रमण हटाने
के लिए विषेष अभियान चलाने के दिए निर्देष
जैसलमेर, 09 नवंबर। जिला कलक्टर कैलाष चन्द मीना ने अधिकारियों को निर्देष दिये कि वे जन अभाव अभियोग निराकरण एवं सतर्कता समिति में दर्ज प्रकरणों को प्राथमिकता से निस्तारित कर संबंधित परिवादी को समय पर राहत पहंुचावें। उन्होंनंे विषेष रूप से आयुक्त नगरपरिषद को निर्देष दिये कि वे कच्ची बस्ती के मामलें में जो भी स्थिति बनी हुई है उसको उसी स्थिति में रखें एवं किसी भी गरीब को बेदखल नहीं करें। सदस्यों की शहर में नगरीय निकाय की भूमि पर हो रहें अतिक्रमण के मामले में जिला कलक्टर ने सचिव नगरीय निकाय एवं आयुक्त नगर परिषद को निर्देष दिये कि वे अतिक्रमण के मामलंे में 7 दिवस में नोटिस जारी कर संबंधित को अतिक्रमण हटाने के लिए सूचित कर दें उसके बाद वे एक विषेष अभियान चलाकर सभी अतिक्रमणों को हटाने की कार्यवाही कर दें। उन्होंनें इस कार्य को गंभीरता से करने के निर्देष दिये।
जिला कलक्टर मीना ने यह निर्देष जिला जन अभाव अभियोग निराकरण एवं सतर्कता समिति की मासिक बैठक में दिये। बैठक में दौरान जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल, पुलिस अधीक्षक गौरव यादव, अतिरिक्त जिला कलक्टर के.एल.स्वामी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनुराग भार्गव, समिति सदस्य डाॅ.रामजीराम, कमल ओझा के साथ ही जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थें।
बैठक में जिला कलक्टर ने समिति में दर्ज 16 प्रकरणों की एक-एक करके विस्तार से चर्चा की। उन्होंनें परिवादी श्रीमती अकलों देवी के मामले में आयुक्त को निर्देष दिये कि वे अगली बैठक से पूर्व उनका निस्तारण अवष्य कर दें। उन्होंनंे रमणसिंह के मामले में भी आवष्यक कार्यवाही करने के निर्देष दिये। उन्होंनंे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देष दिये कि वे मुख्यमंत्री निःषुल्क दवा वितरण के संबंध में पोकरण चिकित्सालय में जो फार्मासिस्ट लगे हुए थे उनके बकाया भुगतान के संबंध में निदेषालय स्तर से बजट प्राप्त कर उनको भुगतान की कार्यवाही करें।
कांगडा निवासी को मिला मुरब्बे का कब्जा
रमेष कुमार निवासी लुदरेट तहसील देहरा जिला कांगडा जिसने उसे पांेग विस्थापित के रूप में मिले उप निवेषन क्षेत्र में मुरब्बे के कब्जे के बारे में सतर्कता समिति में प्रकरण दर्ज कराया था एवं आज वह स्वयं उपस्थित हुआ। इस संबंध में जिला कलक्टर ने उपायुक्त उप निवेषन जैसलमेर को उसके साथ भेजकर उसको आवंटित मुरब्बे का कब्जा दिलाने के निर्देष दिये।
इसी प्रकार परिवादी श्रीमती लहर कंवर निवासी लूणार के मामले में विकास अधिकारी सम को निर्देष दिये कि वे इसकी जांच करने की उनके द्वारा गठित सह सहायता समूह को जो राषि प्राप्त होनी थी वह हो गई यह नहीं इसकी रिपोर्ट करें। उन्होंनंे परिवादी दिनाराम निवासी उंचपदरा के मामले मे कहा कि जिन लोगों ने सार्वजनिक रास्ते पर अतिक्रमण किया है उसके संबंध में पीओ को निर्देष दिये कि वे तत्काल ही अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही कर दें अन्यथा उसके विरूद्व कार्यवाही अमल में ली जायेगी। उन्होंनंे परिवादी हीराराम निवासी दबडी के मामले में विकास अधिकारी को 15 दिवस में जांच कर रिपोर्ट पेष करने के निर्देष दिये।
बैठक में समिति सदस्य डाॅ.रामजीराम ने कृषि आदान-अनुदान का भुगतान करानें, नहरी पानी की रोकथाम के लिए पुख्ता प्रबंध करने की बात कही। इसके साथ ही समिति सदस्य कमल ओझा ने शहर के आस पास हो रहें अतिक्रमण हो हटाने, रिको क्षेत्र में सडकों पर किए गए अतिक्रमण को हटाने, हमुमान चैराहा के पास गिरधर पार्क को विकसित करानें की आवष्यकता जताई। जिला कलक्टर ने नहरी पानी चोरी के मामले में नहर परियोजना के अभियंता को निर्देष दिये कि वे आरएसी के जवानों को साथ ले जाकर नहरी पानी चोरी करने वालो के खिलाफ सख्त कार्यवाही करें एवं उनके साईफन नष्ट करने के साथ ही फसल नष्टी की कार्यवाही करावें। उन्होंनंे उपखण्ड अधिकारी जैसलमरे को निर्देष दिये कि वे रिको क्षेत्र में एक अभियान चलाकर अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही करें।
मुख्यमंत्री हेल्पलाईन पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों का समय पर करें निस्तारण
जिला कलक्टर ने सभी अधिकारियों को निर्देष दिये कि वे सम्पर्क पोर्टल एवं मुख्यमंत्री हेल्पलाईन 108 पर दर्ज प्रकरणों को समय सीमा के अन्तर्गत निस्तारण करने की कार्यवाही करें। उन्होंनें कहा कि कोई भी अधिकारी प्रकरण के मामले में गलत रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं करें। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर के.एल.स्वामी ने सतर्कता समिति में दर्ज प्रकरणों को विस्तार से रखा एवं विभागों द्वारा प्रस्तुत की गई पालना रिपोर्ट पेष की।
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जिले में श्रीजवाहिर चिकित्सालय में वन स्टाॅप सेन्टर (सखी केन्द्र) का शुभारम्भ
अतिथियों ने किया फीता काटकर सखी केन्द्र का उद्घाटन
जैसलमेर, 09 नवंबर। केन्द्र सरकार के निर्देषों एवं महिला अधिकारिता विभाग राजस्थान के निर्देषों की पालना में जिले में जिला मुख्यालय पर श्रीजवाहिर चिकित्सालय में वन स्टाॅप सेन्टर (सखी केन्द्र) का विधिवत् शुभारम्भ गुरूवार को हो गया। जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी, जिला कलक्टर कैलाष चन्द मीना, जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल ने फीता काटकर सखी केन्द्र का विधिवत् उद्घाटन किया। इस अवसर पर नगरपरिषद सभापति श्रीमती कविता खत्री, पुलिस अधीक्षक गौरव यादव, पूर्णकालिक सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण डाॅ.महेन्द्र कुमार गोयल, पंचायत समिति जैसलमरे के प्रधान अमरदीन, जिला अध्यक्ष महिला मंत्र श्रीमती सुधा व्यास भी अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंनें सखी केन्द्र का अवलोकन भी किया एवं वहां उपलब्ध सुविधाओं को भी देखा।
जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी ने कहा कि महिलाओं पर हो रही हिंसा एवं उत्पीडन की षिकार महिलाओं को चिकित्सकीय, मनोवैज्ञानिक, कानूनी सहायता, परामर्ष सुविधा एवं अस्थायी आवास सुविधा के लिए भारत सरकार एंव राज्य सरकार की महत्वकांक्षी वन स्टाॅप सेन्टर से ऐसी महिलाओं को बहुत बडी राहत मिलेगी। उन्होंनंे कहा कि इस सखी केन्द्र का सही ढंग से संचालन हो एवं पीडित महिला को हर संभव यहां सहायता मिलें। उन्होंनंे कहा कि यहां कि सामाजिक परिस्थितियों से महिलाओं पर उत्पीडन के बहुत कम मामले आते है।
जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल ने कहा कि महिलाओं के उत्पीडन के मामले में सहायता प्रदान करने के लिए यह सखी केन्द्र बहुत ही उपयोगी साबित होगा। उन्होंनंे कहा कि इस केन्द्र में उत्पीडित महिला को जो सुविधाएं दी जाती है उसका प्रचार प्रसार करें ताकि पात्र पीडित महिला यहां तक आसानी से पहुंचें। उन्होंनंे मोरारका फाउण्डेषन को कहा कि वे इस केन्द्र पर तन मन से कार्य कर पीडित महिला को हर संभंव सहायता पहुंचावें। नगरपरिषद सभापति श्रीमती कविता खत्री ने कहा कि जो महिला अपना दर्द घर में नहीं बता सकती उनको इस केन्द्र पर दर्द बताने का मौका मिलेगा एवं उसे सहायता मिलेगी।
जिला कलक्टर कैलाष चन्द मीना ने कहा कि पीडित महिलाओ के सहायता के लिए सखी केन्द्र की शुरूआत होना बहुत अच्छी बात है। उन्होंनंे कहा कि यहां पर हिंसा एवं उत्पीडन की षिकार पीडित महिला को तत्काल आश्रय की सुविधा मिलेगी वहीं ऐसी महिलाओं को एक स्थान पर चिकित्सकीय, पुलिस, विधिक, परामर्ष सेवाएं एकल खिडकी के माध्यम से प्रदान की जाएगी। उन्होंनंे महिला अधिकारिता के अधिकारी को निर्देष दिये कि वे सखी केन्द्र पर पीडित महिला को जो सुविधा एवं सेवा दी जाती है उसका पेम्पलेट छपवाकर अधिक से अधिक प्रचार प्रसार करें एवं ग्रामस्तर तक इनको वितरित करावें।
जिला पुलिस अधीक्षक गौरव यादव ने कहा कि महिलाओं पर उत्पीडन होने के लिए पूर्व में भी पुलिस थानांे में बाल-महिला-महिला सलाह सुरक्षा केन्द्र चलाएं जा रहें है जिनके माध्यम से भी पीडित को समय पर सहायता प्रदान की जाती है। उन्होंनें कहा कि सखी केन्द्र चालू होने से असहाय, बेसहारा एवं पीडित महिला को यहां पूरी सुविधा व सहायता मिलेगी जिससे उसका भी मनोबल बढेगा।
पूर्णकालिक सचिव डाॅ. महेन्द्र कुमार गोयल ने कहा कि महिलाओं पर उत्पीडन के मामलें में कानून में भी घरेलू हिंसा अधिनियम का प्रावधान किया गया है। उन्होंनंे आषा जताई कि यह सखी केन्द्र पीडित महिलाओं को सहायता देने में कारगर साबित होगा। पंचायत समिति जैसलमेर प्रधान अमरदीन ने कहा कि आज की परिस्थिति में महिलाओं पर हो रहें अत्याचार के मामले में यह सखी केन्द्र उनको सुरक्षा प्रदान करने एवं सहायता के लिए उपयोगी साबित होगा। उन्होंनंे जिले में जितने भी लोग बाहर के है उनका पुलिस से सत्यापन कराने एवं श्रीजवाहिर चिकित्सालय की व्यवस्था में सुधार लाने की आवष्यकता जताई। महिला मंच की अध्यक्ष श्रीमती सुधा व्यास ने कहा कि महिलाओं पर अत्याचार होते है लेकिन खुलकर बता नहीं पाती है। उन्होंनें कहा कि जिला मुख्यालय पर जो सखी केन्द्र चालू हुआ है उसमें ऐसी महिलाएं अपनी पीडा को अवष्य ही रखेगी।
डाईट प्राचार्य श्रीमती लक्ष्मी देवी ने भी कहा कि यह केन्द्र महिला सषक्तिकरण के लिए अच्छा प्रयास है। सहायक निदेषक महिला अधिकारिता प्रहलाद सिंह राजपुरोहित ने सखी केन्द्र की अवधारणा एवं उद्देष्यों पर प्रकाष डाला। उन्होंनंे कहा कि इस केन्द के संचालन का जिम्मा मोरारका फाउण्डेषन जैसलमेर को प्रदान किया गया है। उन्होंनंे कहा कि यहां पर पीडित महिला को 5 दिन का आश्रय भी दिया जायेगा। वहीं अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जायेगी। उन्होंनंे कहा कि इस सखी केन्द्र के मोबाईल नम्बर 02992-250123 है एवं यह केन्द्र 24 घण्टे संचालित रहेगा।
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चेन्नई के मीडिया दल ने स्वर्णनगरी के पर्यटन स्थलों का किया अवलोकन
जैसलमेर, 09 नवंबर। भारत सरकार तथा राजस्थान सरकार के संयुक्त तत्वावधान मे पत्र सूचना कार्यालय के नेतृत्व में चेन्नई से आए मीडिया दल गुरूवार को जैसलमेर पहंुचा एवं उन्होंनंे जैसलमेर के ऐतिहासिक एवं पर्यटन स्थलों का अवलोकन किया।
पत्र सूचना कार्यालय चेन्नई के संयुक्त निदेषक गुरू बाबू बालारमण के नेतृत्व में 12 सदस्य मीडिया दल ने सोनार दुर्ग, गडसीसर सरोवर, पटवों की हवेली का भ्रमण कर बारिकी से अवलोकन किया एवं उन्होंनंे सोनार दुर्ग के कला, संस्कृति को निहारा वहीं प्राचीन नक्काषी से परिपूर्ण पटवों की हवेली के जाली व झरोखों को भी देखा एवं यहां की षिल्प कला की तारीफ की। यह दल शुक्रवार को तनोट के दर्षन करेगा। दल इस दौरान रास्ते में राजस्थान सरकार की फ्लेगषिप योजनाओं के तहत हुए विकास कार्यो का अवलोकन करेगा।
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