बुधवार, 8 नवंबर 2017

प्रद्युम्न मर्डर के लिए स्कूल जिम्मेदार, पति को फंसाया: आरोपी कंडक्टर की पत्नी

प्रद्युम्न मर्डर के लिए स्कूल जिम्मेदार, पति को फंसाया: आरोपी कंडक्टर की पत्नी
प्रद्युम्न मर्डर के लिए स्कूल जिम्मेदार, पति को फंसाया: आरोपी कंडक्टर की पत्नी
गुड़गांव.रेयान इंटरनेशनल स्कूल में हुए स्टूडेंट प्रद्युम्न ठाकुर के मर्डर के लिए आरोपी कंडक्टर की पत्नी ने मैनेजमेंट को जिम्मेदार ठहराया। पत्नी ने दावा किया है कि पुलिस ने झूठा केस बनाकर पति को फंसाया, वो बेगुनाह है। इस केस में दो महीने बाद बुधवार को नया मोड़ आया, जब सीबीआई ने बताया कि स्कूल के 11वीं के एक स्टूडेंट को गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई के मुताबिक, आरोपी स्टूडेंट ने पेरेंट्स-टीचर मीटिंग (पीटीएम) और एग्जाम टालने के लिए मर्डर किया था। इसके पहले हरियाणा पुलिस ने स्कूल बस के कंडक्टर अशोक कुमार को मर्डर केस का मुख्य आरोपी बनाया था। पुलिस ने पति को झूठे केस में फंसाया...
आरोपी की पत्नी ममता ने कहा, ''पति ने कुछ गलत नहीं किया। पुलिस ने मारपीट कर अशोक को आरोपी बनाया। झूठा केस बनाकर उसे फंसाया है। सीबीआई की जांच सही है। मैं जेल में पति से मिली थी तो उन्होंने बताया कि वो बेगुनाह हैं। स्कूल मैनेजमेंट ही पूरी तरह से घटना के लिए जिम्मेदार है।''
- ''पति के जेल जाने के बाद बच्चों की पढ़ाई के लिए पैसे नहीं थे। मैं स्कूल गई और हाथ जोड़कर गुहार लगाई। तब स्कूल मालिक ने दोनों बच्चों को मुफ्त पढ़ाने की बात कही।''
इस बार रो-रोकर दिवाली मनाई
- ममता ने बताया कि उन्होंने रो-रोकर इस बार दिवाली मनाई। पति के जेल जाने पर ननद ने घर का खर्च उठाया। गांववालों ने हमारी मदद की। उन सभी का मानना है कि अशोक ऐसी हरकत नहीं कर सकता।
- दूसरी ओर, गुड़गांव पुलिस की जांच पर सवाल उठने पर गांववालों में गुस्सा है। उनका कहना है कि अशोक बेगुनाह है, उसने आज तक कोई क्राइम नहीं किया। पुलिस ने चाकू दिखाकर उसे फंसाया है।गुड़गांव के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 8 सितंबर को 7 साल के बच्चे का मर्डर कर दिया गया था। बॉडी टॉयलेट में मिली थी। इस मामले में पुलिस ने स्कूल बस के कंडक्टर अशोक कुमार को अरेस्ट किया था। आरोपी अशोक 8 महीने पहले ही स्कूल में कंडक्टर की नौकरी पर लगा था।
- अशोक ने मीडिया को बताया, ''मेरी बुद्धि भ्रष्ट हो गई थी। मैं बच्चों के टॉयलेट में था। वहां गलत काम कर रहा था। तभी वह बच्चा आ गया। उसने मुझे देख लिया। मैंने उसे पहले देखा धक्का दिया। फिर खींच लिया। वह शोर मचाने लगा तो मैं डर गया। फिर मैंने उसे दो बार चाकू से मारा। उसका गला रेत दिया।''

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