अजमेर जीवन फिर से चल पड़ा
अजमेर, 17 नवम्बर। पुष्कर की रहने वाली श्रीमती मोना मुण्डोतिया के पति की सड़क दुर्घटना में मौत के बाद पूरा परिवार सदमें था। समझ नहीं आ रहा था कि परिवार को कैसे संभालूं। घर में ना धन था ना अन्न , 3 छोटे-छोटे बच्चों का साथ था। कोई रिश्तेदार, परिवार आर्थिक सम्बल देने को तैयार नहीं। इस परेशानी की हालत में पति का श्रम विभाग में पंजीयन काम आया। दुर्घटना में मृत्यु पर 5 लाख रूपए की आर्थिक सहायता ने परिवार को संबल प्रदान किया। अब परिवार आर्थिक रूप से परेशानी से उभर चुका है।
पुष्कर की रहने वाली श्रीमती मोना मुण्डोतिया ने बताया कि 2 साल पहले उनके पति की दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। वो बेलदार थे। उन्होंने श्रम विभाग में पंजीयन करा रखा था। श्रम विभाग में सम्पर्क करने पर वहां के कर्मचारियों ने एक फार्म देकर बताया कि मुझे 5 लाख रूपये की सहायता सरकार से मिलेगी। इतनी बड़ी रकम की खबर सुनकर मेरी जान मे जान आ गई। उन्होंने मेरी फार्म भरने में मदद की और उसे कम्प्यूटर पर अपलोड किया।
राशि मिलने के बाद मैने सिलाई का काम शुरू किया। अपनी मशीन ठीक कराई। बच्चों को स्कूल पढ़ने भेजना शुरू किया और धीरे-धीरे अव्यवस्थित जिंदगी फिर से पटरी पर आई और जीवन फिर से चल पड़ा।
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