भीनमाल। सिलेंडरों की सुरक्षा के बारे में कोई नहीं उठाता ठोस कदम
रिपोर्ट :- माणकमल भण्डारी /भीनमाल
भीनमाल। अगर आपके घर में रसोई के लिए गैस सिलेंडर लगा हुआ है, तो सावधानी बरतने की जरूरत है क्योंकि गैस कंपनियों की लापरवाही के चलते इसका खामियाजा गैस उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। गैस कंपनियों की ओर से सिलेंडरों की सुरक्षा के बारे में कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है. जिससे आए दिन गैस सिलेंडर लीकेज होने की घटनाएं सामने रही है। भादरडा चूंगी नाका स्थित एक घर में इंडेन गैस सिलेंडर में लीकेज से लगी आग से बड़ा हादसा होते-होते टल गया। समय रहते आग पर काबू पा लिया गया। घर में जागरूक महिलाओं ने गैस सिलेंडर को घसीटकर बाहर फेंका। इस दौरान महिला के कपड़े भी जल गए मगर बड़ी जनहानि होने से बचा लिया गया।
नहीं पहुंच पाते अग्निशमन : शहर की कई गलियां संकरी होने से वहां अगर आगजनी की घटना होती है तो अग्निशमन वाहन नहीं पहुंच पाते हैं। कई गलियां तो ऐसी है जहां टेम्पो भी चलना मुश्किल होता है, ऐसे में भीड़-भाड़ वाले इलाकों में रहने वाले लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए।
कनेक्शनधारक का होता है बीमा : बहुत कम लोग जानते होंगे कि गैस कनेक्शन लेते ही कनेक्शन धारक का बीमा हो जाता है। इसके लिए उसे कोई धनराशि या प्रीमियम नहीं देना होता। यदि कोई हादसा होता है तो इंश्योरेंस क्लेम करने के लिए सूचना नजदीकी पुलिस थाने में देनी होती है साथ ही उसी समय अपने डीलर को भी इस बात की जानकारी देनी होती है डीलर अथवा कंपनी के सेल्स मैनेजर की ओर से इसकी सूचना इंश्योरेंस कंपनी को दी जाती है जिसके बाद सर्वे की प्रक्रिया पूरी कर भुगतान के लिए आगे की कार्रवाई होती है।
सिलेंडरलेने से पहले देख ले एक्सपायरी डेट : सिलेंडर के ऊपरी भाग पर अंग्रेजी में ए,बी,सी तथा डी अक्षर अंकित होते हैं तथा साथ में दो अंक लिखे होते हैं। जिसमें अक्षर साल की पहली तिमाही जनवरी से मार्च को दर्शाता है। इसी प्रकरण बी साल की दूसरी तिमाही अप्रैल से जून, सी साल की तीसरी तिमाही जुलाई से सितंबर तथा डी साल की चौथी तिमाही अक्टूबर से दिसंबर को दर्शाता हैं। इसके बाद लिखे हुए दो अंक एक्सपायरी वर्ष को संकेत करते हैं। यदि सिलेंडर पर ए-18 लिखा हुआ हो तो सिलेंडर की एक्सपायरी मार्च 2018 है। इस अवधि के बाद सिलेंडर का उपयोग करना खतरनाक होता है। एक्सपायरी डेट आते ही प्लांट से ही सिलेंडर हटा लिए जाते हैं। मगर कई गैस कंपनियां जल्दबाजी में एक्सपायरी सिलेंडरों को एजेंसियों में भेज देते है ऐसे में कई बार एक्सपायरी सिलेंडर उपभोक्ताओं तक पहुंच जाता है।
बिना चैक किए कर्मचारी देते हैं सिलेंडर :- गैस कंपनियों की ओर से गैस सिलेंडर की सुरक्षा के संबंध में कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। महिलाओं ने बताया कि जब गैस एजेंसियों के कर्मचारी की ओर से गैस सिलेंडर की डिलेवरी देने आते हैं, उस समय गैस सिलेंडर को चैक नहीं किया जाता है। नए गैस सिलेंडर की मांग करने पर भी गैस एजेंसी के कर्मचारियों की ओर से उपलब्ध नहीं करवाया जाता है और जल्दबाजी में जंग लगे सिलेंडर डिलेवरी कर दिए जाते हैं।
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