बुधवार, 18 अक्तूबर 2017

राजस्थानी महिला को अलीगढ़ ले जाकर किया जा रहा था भ्रूण लिंग परीक्षण

राजस्थानी महिला को अलीगढ़ ले जाकर किया जा रहा था भ्रूण लिंग परीक्षण


उत्तरप्रदेश के दो विधायकों पर राजस्थान सरकार की पीसीपीएनडीटी टीम ने अवैध भ्रूण परीक्षण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई में बाधा पहुंचाने का आरोप लगाया है । टीम ने यूपी में अलीगढ़ के जिला कलेक्टर को विधायक संजीव राजा और अनिल पाराशर के खिलाफ कार्रवाई में बाधा पहुंचाने की लिखित में शिकायत दी है ।
राजस्थानी महिला को अलीगढ़ ले जाकर किया जा रहा था भ्रूण लिंग परीक्षण



दरअसल,राजस्थान सरकर में चिकित्सा विभाग की पीसीपीएनीटी टीम ने यूपी के अलीगढ़ में जाकर डिकॉय आॅपरेशन को अंजाम दिया था,जिसमें अवैध भ्रूण जांच परीक्षण करने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था । कार्रवाई के बाद टीम अलीगढ़ से जयपुर लौटी टीम के सदस्यों ने राजस्थान में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन निदेशक नवीन जैन को पूरे घटनाक्रम के बारे में बताया । जैन ने बताया कि दोनों विधायकों ने टीम की कार्रवाई में बाधा पहुंचाने का प्रयास किया । इस बारे में अलीगढ़ के जिला कलेक्टर को पत्र लिखा गया है ।




जैन ने बताया कि राज्य समुचित प्राधिकारी {पीसीपीएनडीटी } टीम ने अलीगढ़ के बिसमपुर में जीवन सुपर स्पेशलिटी अस्पताल एवं टेस्ट ट्यूब सेंअर पर डिकॉय आॅपरेशन किया था । कार्रवाई के दौरान तीन दलालों एवं महिला चिकित्सक को पकड़ा,हालांकि महिला चिकित्सक मौका पाकर फरार हो गई । जैन ने बताया कि पकड़े गए लोगों में दलाल राजस्थान के नीमकाथाना निवासी महेश कुमार प्रदेश की गर्भवती महिलाओं को अलीगढ़ ले जाकर भ्रूण परीक्षण करवाता था ।




इसके बदले वह प्रत्येक महिला से 30 हजार रूपए लेता था । टीम को सूचना मिली कि महेश कुमार सोमवार को एक महिला को अलीगढ़ लेकर जाने वाला है । टीम ने उसका पीछा किया और जीवन सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की चिकित्सक डॉ.दिव्या चौधरी तक पहुंच गई । इसी दौरान महेश कुमार ने यूपी के दो अन्य दलालों रिंकू और अनिल से भी सम्पर्क किया,वे दोनों भी अस्पताल में पहुंच गए । मौका पाकर टीम ने तीनों दलालों सहित चिकित्सक को पकड़ लिया,हालांकि चिकित्सक मौका पाते ही अपने पति डॉ.जयंत चौधरी के साथ फरार हो गई । टीम ने अलीगढ़ के जिला कलेक्टर के प्रतिनिधि सहायक कलेक्टर रामस्वरूप पांडे की मौजूदगी में सोनोग्राफी मशीन सहित पूरा अस्पताल सीज कर दिया ।




टीम में शामिल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रघुवीर सिंह ने बताया कि पीसीपीएनडीटी टीम ने जब आरोपियों को आरोपियों को पकड़ा तो दोनों विधायकों ने आपत्ति जताई,अस्पताल पर कार्रवाई से भी रोकने का प्रयास किया । उनका कहना था कि राजस्थान की टीम किसी दूसरे राज्य में कार्रवाई नहीं कर सकती,लेकिन टीम का तर्क था कि महिला राजस्थान की थी इसलिए कार्रवाई की गई । उन्होंने बताया कि आरोपियों को बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया,जहां से उन्हे जेल भेज दिया गया ।




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