शनिवार, 21 अक्तूबर 2017

बाड़मेर राजस्थान कबीर यात्रा 2017 का अयोजन 25 से 29 अक्टूबर 2017 तक होगा।


बाड़मेर राजस्थान कबीर यात्रा 2017 का अयोजन 25 से 29 अक्टूबर 2017 तक होगा।
लोकायन संस्थान बीकानेर, राजस्थान पुलिस, ग्रामीण विकास एवम चेतना संस्थान, बाड़मेर तथा जिला एवम पुलिस प्रशासन जोधपुर के संयुक्त तत्वाधान में राजस्थान कबीर यात्रा 2017 का अयोजन 25 से 29 अक्टूबर 2017 तक होगा।
राजस्थान कबीर यात्रा 2017 के संदर्भ में संरक्षक जोधपुर पुलिस उपायुक्त (पूर्व) डाॅ. अमनदीपसिंह कपूर ने बताया कि रचनात्मक - सृर्जनात्मक अंदाज के रंग का यह आयोजन इस वर्ष बाड़मेर - जोधपुर के ग्रामीण एवम शहरी क्षेत्र में होगा। भक्ति, अध्यात्म, वाणी तथा सूफी परम्परा के नामचीन गायक कलाकार अपनी लोकप्रिय तथा प्रतिनिधि संगीत रचनाओं के साथ रूबरू होंगे। निःसंदेह इस आयोजन से साम्प्रदायिक सद्भाव, राष्ट्रीय एकता एवम देषभक्ति के हमारे मूल स्तम्भ और अधिक सुदृढ़ होंगे। यही कारण है कि जोधपुर - बाडमेर पुलिस इसके सफल आयोजन हेतु कंधे से कंधा मिलाकर साथ है।

ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान के सचिव श्री विक्रम सिंह ने बताया कि राजस्थान कबीर यात्रा का यह तीसरा संस्करण है। वर्ष 2012 तथा 2016 के दोनों संस्करण आषा तथा कल्पना से अधिक सुधि श्रोताओं द्वारा सराहे गए थे। बीकानेर में रंग जमाने के पष्चात अब यात्रा का बाड़मेर - जोधपुर क्षेत्र में पदार्पण होगा।

राजस्थान कबीर यात्रा 2017 का विधिवत्् उद्घाटन 25 अक्टूबर 2017 को शाम 7 बजे बाड़मेर के हाई स्कुल मैदान में होगा। बाड़मेर के श्री दानसिंह, मालवा के कालूराम बामनिया, बैंगलोर के वेदांत भारद्वाज, मुम्बई की राधिका सूद एवं माटी-बानी, दिल्ली के मंजिल मिस्टिक तथा बाड़मेर की लोक कलाकार मंडली गायक इस उद्घाटन संध्या को यादगार बनायेंगे। भक्ति से ओत-प्रोत कबीर यात्रा 26 अक्टूबर को बाड़मेर के गाॅव गडरारोड़ पहूॅचेगी। 27 अक्टूबर को यात्रा का आगमन गाॅव चैहटन (बाड़मेर), 28 अक्टूबर 2017 को कबीर यात्रा गाॅवा सिवाना (बाड़मेर) में ठहराव करेगी। यहां भी भक्ति एवं सूफियाना संगीत का रसास्वादन करने का महत्वपूर्ण अवसर श्रोता वर्ग को खूब अच्छे से मिल सकेगा। राजस्थान कबीर यात्रा 2017 का समापन 29 अक्टूबर 2017 को महिला बाग झालरा गुलाब सागर के पास जोधपुर में समापन संगीत संध्या से होगा। दिल्ली के मदन गोपालसिंह एवं चार यार, वासु दीक्षित (बैगलोर), मूरालाला मारवाड़ा (कच्छ) सहित अनेक गायक कलाकार इस शाम को अविस्मरणीय बनायेंगे। प्रतिदिन प्रातः कालीन सतसंग भी नियमित रूप से रहेगें।

हरेक मन को लुभाने में सक्षम राजस्थान कबीर यात्रा अपने आयाम हर बार बढा़ रही है। जनमानस में लोक परम्परा, संगीत, संस्कार एवम सदाचार पुष्ट करने का यह प्रसास सभी को पसंद आ रहा है। परिणाम स्वरूप सहयोगी - सहभागी जन बढ़ रहे हैं , इस प्रसंग से सम्बद्व हो रहे हैं। देष के विकास के लिए यह शुभ संकेत है।

राजस्थान कबीर यात्रा के निदेषक श्री गोपालसिंह चैहान ने जानकारी दी कि अन्तर्राष्ट्रीय मंचो पर अपनी गायिकी का जादू - प्रभाव बिखेरने वाले उच्च कोटि के गायक - गायिकाएं इस आयोजन में आकर्षण का केन्द्र रहेंगे। मदन गोपालसिंह एवं चार - यार , कालूराम बामनिया, महेषाराम, बिन्दुमालिनी और वेदांत भारद्वाज, गवरादेवी, ओमप्रकाष नायक, दानसिंह जी, वासु दीक्षित कलेक्टिव, किषन कुमार, निम्बाराम, कुंभाराम मेघवाल, लक्ष्मणदास बाउल, माटी-बानी, मंजिल मिस्टिक्स, मूरालाला मारवाड़ा, प्रोजेक्ट युग्म, राधिका सूद नायक सरीखे सिद्धहस्त कलाकारों की संगीत प्रस्तुतियां श्रोताओं को रसरूपी शीतल झरने का अहसास करवायेगी।

निदेषक श्री गोपालसिंह चैहान ने बताया कि स्पेन, यू.के., कनाडा, स्तानमूल के विदेषी पर्यटक सहित विभिन्न क्षेत्र के दो सौ यात्री राजस्थान कबीर यात्रा 2017 के साक्षी बनेंगे। ये यात्री पांच दिवसीय इस आयोजन की तमाम गतिविधि - कार्यक्रम मंे सम्मिलित रहेंगे। साथ ही स्थानीय जन की रूचि भी देखने लायक होगी। राजस्थान पर्यटन विभाग का सहयोग विषेष रूप से उल्लेखित है।

राजस्थान कबीर यात्रा 2017 के आर्थिक सहयोगी भंवर - नरसी - पूनम कुलरिया ने कहा कि इस अनूठे आयोजन से जुड़ने की प्रेरणा हमारे पिता श्री संत दुलाराम कुलरिया जी के जीवन - दर्षन से मिली है। आप श्री के श्रीमुख से हमने कबीर, गोरखनाथ, मीरा की वाणी सुनने का सुवसर मिलता रहा।

ग्रामीण विकास एवम चेतना संस्थान, बाड़मेर के सचिव विक्रमसिंह गोदारा ने बताया कि कबीर यात्रा के आयोजन की भागीदारी में हमारा पूरा सहयोग रहेगा। उन्होंने बताया कि बाड़मेर व जोधपुर जिला सांस्कृतिक विरासत की दृष्टि से काफी समर्द्ध रहा है, लेकिन वर्तमान में वाणी गायन करने वाले कलाकार दिनो - दिन कम होते जा रहे है और युवा पीढ़ी इस विरासत से विमुख होती जा रही है। इस सांस्कृतिक विरासत को वापस समर्द्ध करने हेतु यह यात्रा ऐतिहासिक रूप से मददगार सिद्ध होगी। संस्थान अध्यक्ष रूमादेवी न्¨ बताया की दूर दराज धोरों पर बैठे गुमनाम वाणी कलाकारों को यह यात्रा नवीन अवसर व मंच उपलब्ध कराएगी व युवा पीढ़ी को लोककला से समझने व जुड़ने का मौका प्रदान करेगी।

पुलिस अधीक्षक बाड़मेर डाॅ. गगनदीप सिंगला ने बताया कि पुलिस प्रषासन तत्पर रहेगा ताकि क्षेत्र में परस्पर सौहार्द परम्परा को बल मिल सके। बाड़मेर के जिला कलक्टर श्री षिवप्रसाद मदान नकाते ने राजस्थान कबीर यात्रा के तीसरे चरण का आयोजन बाड़मेर जिले में होने पर प्रसन्नता जाहिर की है। राजस्थान कबीर यात्रा का आयोजन राजवेस्ट पावर लिमिटेड, भामाषाह नवल किषोर गोदारा, होटल सांचल फोर्ट इत्यादी के सहयोग से किया जा रहा है।

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