आम जन की जीवन शैली में बदलाव से ही
ओजोन परत का संरक्षण संभव:-जिला कलक्टर श्री मीना
जैसलमेर ,16 सितम्बर। जिला पर्यावरण समिति एवं वन विभाग जैसलमेर की ओर से अंतराष्ट्रीय ओजोन परत संरक्षण दिवस के उपलक्ष में केन्द्रीय विद्यालय वायु सेना जैसलमेर मंे आयोजित कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि श्री कैलाश चन्द मीना, जिला कलेक्टर जैसलमेर रहे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती कविता खत्री सभापति नगर परिषद जैसलमेर ने की । कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि श्री के.एस. देशवाल, ग्रुप कैप्टन वायु सेना, श्री एस.एम. पीटर ग्रुप कैप्टन वायु सेना , श्रीमती ख्याति माथुर , उप वन संरक्षक जैसलमेर, आई लव जैसलमेर के श्री शक्ति ंिसह, श्री प्रवीण सिंह भाटी, प्राचार्य विवेकानन्द माॅडल स्कूल तथा श्री केशव खण्डेलवाल प्रभारी प्राचार्य के. वि. वायुसेना रहे। इस अवसर पर अतिथियों द्वारा साहित्य व पर्यावरण की विद्यालय पत्रिका ’ अनुगंज’ का भी विभोचन किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री कैलाश चन्द मीना जिला कलेक्टर जैसलमेर ने अपने संबोधन में बताया कि प्रत्येक व्यक्ति को एक पेड़ लगाना वर्तमान समय की मांग है। पश्चिमी राजस्थान एवं विशेष तौर से जैसलमेर में हरियाली बढाने के लिए वन विभाग के प्रयासेां की सराहना की एवं उपस्थित विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को पोलीथीन के बहिष्कार के संदेश को जन-जन में फैलाने एवं अपने दैनिक जीवन में उतारने का आह्वान किया। श्री मीना ने स्वच्छता को सर्वोच्च प्राथमिकता देने पर जोर दिया।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में श्रीमती कविता खत्री, सभापति, नगर परिषद जैसलमेर ने ओजोन परत संरक्षण के लिए हानिकारक गैसों के उत्सर्जन को बढावा देने वाले उपकरणों खासतौर से एयर कडिशनर एवं अन्य ऐसे उपकरण जिनमें क्लोरा-फ्लोरांे-कार्बन उत्सर्जन होता है का कम उपयोग करने पर विशेष बल दिया।
उप वन संरक्षक डाॅ. ख्याति माथुर ने ओजोन परत संरक्षण दिवस के महत्व को रेखांकित करते हुए बताया कि ओजोन परत मानव जाति, जीव जन्तु तथा पेड़ पौधों सभी के लिए एक सुरक्षा कवच की भांति कार्य करती है, अतः इसके संरक्षण पर सक्रिय प्रयास करना जरुरी है, अन्यथा इसका सम्पूर्ण पृथ्वी पर प्रतिकूल प्रभाव पडे़गा। भविष्य में ओजोन परत की क्षति को रोका नहीं गया तो इसके परिणामस्वरुप तापमान में बढ़ोतरी होगी एवं पृथ्वी का वर्तमान पारिस्थितिकी सन्तुलन बिगडेगा। ग्लेशियर के पिघलने तथा समुद्री जल स्तर बढने से कई प्रतिकूल प्रभाव पडे़गें। डाॅ.ख्याति माथुर ने कार्बनिक पदार्थो से उत्सर्जित जहरीली गैसों से बचाव के लिए अधिकाधिक वृक्षारोपण पर बल दिया । कार्यक्रम में श्री एस.एम. पीटर ग्रुप कैप्टन वायु सेना व ग्रुप कैप्टन श्री के.एस देशवाल ने अपना उद्बोधन में विद्यालय के छात्रों को भविष्य के नागरिक होने के नाते पर्यावरण संरक्षण विशेषकर ओजोन परत को नुकसान पहुचानंे वाली गैसों के उत्र्सजन पर रोक लगाने के उपायों को अपने घरों में भी व्यावहारिक रुप से लागू करने तथा प्लास्टिक बोतलों का बहिष्कार करने हेतु संदेश दिया ।
कार्यक्रम के दौरान चित्रकला, निंबन्ध, माॅडल एवं भाषण प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रहने विजेता छात्र-छात्राओं को पुरुस्कार व प्रमाण पत्र देकर समानित किया गया। केन्द्रीय विद्यालय वायुसेना स्टेशन जैसलमेर के प्रिंसीपल श्री केशव खण्डेलवाल एवं श्री प्रवीण सिंह भाटी, प्राचार्य विवेकानन्द माॅडल स्कूल ने ओजोन परत संरक्षण हेतु उदबोधन दिया।
इस कार्यक्रम का संचालन श्री बराईदीन सांवरा प्राचार्य डाईट, श्री राकेश गोयल एवं केन्द्रीय विद्यालय के विधार्थी गुलाम कादरी एव अनन्या देशवाल ने किया। श्री बजरंग लाल यादव सहायक वन संरक्षक ने धन्यवाद ज्ञापित किया । कार्यक्रम में क्षेत्रीय वन अधिकारी श्री लक्ष्मण स्वामी, श्री राज बिहारी मितल एवं श्री जगदीश विश्नोई ने सक्रिय भागीदारी की तथा श्री श्याम सुन्दर नागौरा एवं श्री महेन्द्र विश्नोई ने कार्यक्रम को सफल बनाने की व्यवस्था संभाली।
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जैसलमेर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने किशोरों से की ब्ल्यूव्हेल आत्मघाती गेम से बचने की अपील
जैसलमेर ,16 सितम्बर। राज्य प्राधिकरण के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष, जिला एवं सेशन न्यायाधीश मदनलाल भाटी के निर्देशन में एसबीके राजकीय महाविद्यालय के सभागार में ब्ल्यू व्हेल आत्मघाती गेम से समाज एवं किशोरों कोे बचाने की मुहिम के तहत विधिक साक्षरता शिविर आयोजित किया गया।
शिविर की अध्यक्षता करते हुए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पूर्णिमा गौड ने बताया कि ब्ल्यू व्हेल गेम कोई गेम नहीं है बल्कि लोगों को अपने जाल में फंसाकर मानसिक रूप से प्रताडित कर आत्महत्या के लिए प्रेरित करता है, इसलिए इसे कोई गेम नहीं कहा जा सकता। आंकडांे के अनुसार दुनिया भर में 150 से ज्यादा बच्चे ब्ल्यू व्हेल गेम खेलने के कारण आत्महत्या कर चुके हैं और ये क्रम अभी भी जारी है। उन्होंने बालकों एवं अभिभावकों से अपील की कि वह इस गेम से बचें तथा इस खतरे से अपने बच्चों को बचाने के लिए ज्यादा सतर्कता बरतें ।
शिविर में ब्ल्यूव्हेल गेम एवं इसके खतरों के बारे में जानकारी देते हुए न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रवीण चैहान ने बताया कि हाल ही की खबरों में कलकत्ता एवं जोधपुर में ब्ल्यूव्हेल के कारण बच्चों द्वारा आत्महत्या के प्रयास करने की बातें सामने आई हैं। जो अत्यंत दुखदायी एवं चैंकाने वाली है। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि इस गेम का प्रभाव जोधुपर जैसे शहरों में भी पहुंच चुका है। इस आधार पर हमारी जिम्मेदारी बनती हैं कि हमारे आसपास के किशोरो और बच्चों जिनमें इस तरह की कोई असहजता नजर आती है तो उसे नजरअंदाज ना करें और बच्चों से इस बारे में काउसलिंग करें तथा उन्हें मनोवैज्ञानिक दबाव से बाहर निकालें एवं सकारात्मक सोच दें तथा कभी भी अपने बहुमूल्य जीवन को इस प्रकार के आत्मघाती बेकार गेम की वजह से खत्म न करने की सोचें। इस गेम के लिंक आपको किसी भी तरह से इंटरनेट के माध्यम से मिलता है तथा एक बार यदि गेम में आते हैं तो गेम आॅपरेटर की धमकियों द्वारा धीरे धीरे मानसिकता ऐसी कर दी जाती है कि व्यक्ति आत्महत्या के लिए मजबूर हो जाता है क्यों कि अंत में व्यक्ति को उसके परिवार को मार देने तक की धमकियां दी जाती है।
पैनल अधिवक्ता गिरिराज गज्जा ने संबोधित करते हुए कहा कि जिस तरह से हम अपनी कोई भी पोस्ट सोशल मीडिया पर अपलोड करते हैं, उसी तरह से हमें ब्ल्यूवहेल गेम के दुष्प्रभावों की जानकारी भी ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचानी चाहिए एवं अधिक से अधिक लोगों को बचाने का प्रयास करना चाहिए।
महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य श्री तंवर ने बताया कि विद्यालयी छात्रों की जिम्मेदारी इस कारण से और ज्यादा बढ जाती है कि बालक आपस ज्यादा समय व्यतीत करते हैं तथा अपने मनोदशा एवं निजी बाते अपने दोस्तों से साझा करते हैं तो उन्हें चाहिए कि यदि उनके समूह में ऐसा कोई बालक या अन्य व्यक्ति जिसका व्यवहार एकाकी या असामान्य हो रहा हो तो उससे बात करें तथा ऐसे किसी गेम में फंसे होने की जानकारी हो तो उसे रोकने की दिशा में हरसंभव सार्थक प्रयास करें।
महाविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष ने न्यायिक अधिकारियों के प्रति आभार व्यक्त किया कि न्यायिक अधिकारीगण ने विधिक साक्षरता शिविर आयोजित कर इस आत्मघाती गेम से बचने की सलाह व अपना मार्गदर्शन प्रदान किया तथा विश्वास दिलाया कि हम सभी संचार माध्यमों से इस गेम से बचने की अपील करेंगे।
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