गुरुवार, 14 सितंबर 2017

बाड़मेर शेष रही ग्राम पंचायतों के लिए पंचायत सहायकों का होगा चयन



बाड़मेर शेष रही ग्राम पंचायतों के लिए पंचायत सहायकों का होगा चयन
- पंचायत सहायक लगाए जाने से संबंधित कलैण्डर किया जारी
बाड़मेर, 14 सितंबर। ग्राम पंचायतों में पंचायत सहायक लगाए जाने के अंतर्गत जिन ग्राम पंचायतों में पंचायत सहायकों का चयन अभी तक नहीं हुआ है, उन सभी ग्राम पंचायतों में नए सिरे से आवेदन प्रक्रिया इसी सप्ताह प्रारंभ कर अक्टूबर माह में उन्हें लगाने के आदेश जारी कर दिए जाएंगे।

शिक्षा एवं पंचायती राज राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी ने बताया कि चयन से शेष रही 3011 ग्राम पंचायतों में ग्राम पंचायत सहायक के चयन हेतु जिला स्तरीय समाचार पत्रों में विज्ञप्ति का प्रकाशन 22 सितम्बर से पहले कर संबधित विद्यालय तथा पंचायत कार्यालय में इसके लिए नोटिस बोर्ड चस्पा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि आवेदक द्वारा अपना आवेदन पत्र मय स्वप्रमाणित दस्तावेज संबंधित एस.डी.एम.सी. की कार्यकारी समिति के अध्यक्ष पदेन पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी एवं संस्थान प्रधान अथवा उसके नामित एसडीएमसी सदस्य को 3 अक्टूबर तक विद्यालय समय में प्रस्तुत करना होगा। इसके पश्चात 4 अक्टूबर को ग्राम पंचायत सहायक के चयन के लिए एसडीएमसी की कार्यकारी समिति की बैठक आयोजित कर चयन की प्रक्रिया उसी दिन पूर्ण की जाएगी। इसके बाद 10 अक्टूबर 2017 तक पंचायत सहायकों को लगाए जाने के आदेश जारी करने की कार्यवाही संपन्न कर ली जाएगी। देवनानी ने बताया कि राज्य की 9 हजार 894 ग्राम पंचायतों में पंचायत सहायकों के चयन की कार्यवाही के अंतर्गत शेष रही प्रदेश की 3011 पंचायत समितियों में पंचायत सहायकों का चयन किये जाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।

विद्युत सुधार के कार्यों को गति देने के निर्देश

बाड़मेर, 14 सितंबर। मुख्य सचिव अशोक जैन ने सभी जिला कलेक्टर एवं ऊर्जा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने जिले में विद्युत सुधार के कार्यों को और गति दें। ताकि आमजन को गुणवत्तापूर्ण बिजली उपलब्ध हो। उन्होंने कहा कि विद्युत छीजत कम करने के लिए निर्धारित लक्ष्य समय सीमा में प्राप्त किए जाएं।

श्री जैन गुरूवार को शासन सचिवालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्री विद्युत सुधार अभियान की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विभिन्न कार्यकारी एजेंसियों तथा विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए,ताकि बिजली तंत्र में ढांचागत सुधार और छीजत कम करने के लक्ष्यों को निर्धारित समय में प्राप्त किया जा सके। मुख्य सचिव ने कहा कि जिन जिलों में विद्युत छीजत ज्यादा है, वहां जिला कलेक्टर लगातार मॉनिटरिंग करते हुए छीजत कम करें। साथ ही बिजली विभाग के कार्मिकों को आवश्यक प्रशासनिक सहयोग प्रदान करें। उन्होंने कहा कि बिजली के ऐसे कनेक्शन जो नियमानुसार नियमित किए जा सकते हैं, उन्हें शीघ्र नियमित करवाएं तथा अवैध कनेक्शन हटाने की कार्रवाई भी करें। जैन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न जिलों के कलेक्टर तथा ऊर्जा विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर मुख्यमंत्री विद्युत सुधार अभियान के तहत अब तक की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने अभियान के क्रियान्वयन में आ रही समस्याओं के बारे में भी पूछा और संबंधित अधिकारियों को इन समस्याओं के त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए। इससे पहले प्रमुख शासन सचिव, ऊर्जा, संजय मल्होत्रा ने अभियान के तहत अब तक हुए सुधारों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले वर्ष के मुकाबले विद्युत छीजत में करीब 5.87 प्रतिशत की कमी आई है।

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